गुरु प्रभु प्रेमी भक्त मंडली का शुभारंभ- परम पूज्य अवधेशानंद गिरी जी की प्रेरणा से मातृशक्ति संगठित होकर करेगी गुरु मंत्र जाप

updatenews247.com धंनजय जाट सीहोर 7746898041– समाजसेवी विजयलक्ष्मी गणेश उपाध्याय ने बताया के कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में भाजपा नगर पालिका अध्यक्ष हेम कुंवर रायसिंह मेवाड़ा, कांग्रेस के पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष कैलाश परमार, नगर अध्यक्ष अंजलि विशाल चौरसिया, तथा कांग्रेस प्रदेश महासचिव गुलाब ठाकुर शामिल हुए। विशेष अतिथि के रूप में पार्षद अनीता कालू भट्ट, पार्षद लता मुकाती, गौशाला समिति अध्यक्ष नरेंद्र भाई कुशवाहा, अर्जुन सिंह अजय साधना राय, जय श्री ज्वेलर्स की सुनीता सोनी सहित नगर की अनेक सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित रहीं।

साथ‌ ही बताया के कि कार्यक्रम की शुरुआत परम पूज्य जगद्गुरु शंकराचार्य अवधेशानंद गिरी जी महाराज के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन कर की गई। तत्पश्चात सभी अतिथियों का दुपट्टा पहनाकर स्वागत-सम्मान किया गया। ग्रुप के मेंबरों का भी दुपट्टा पहन कर सम्मान किया विजयलक्ष्मी उपाध्याय ने कार्यक्रम में नगर की अनेक महिलाएं उपस्थित रही उर्मिला गुप्ता उषा तिवारी दुर्गा तिवारी बिना पुरोहित स्मिता मुंद्डा बबीता सोनी श्रद्धा जायसवाल सुषमा कटारिया इंदिरा सेठिया ज्योति सोनी रानी सोनी गुंजा सोनी शारदा सोनी टीना सोनी अनीता अनुपम ट्रेलर संगीता ताम्रकार ‌ शीतल सोनी निक्की साहू पूजा सोनी रितु सोनी ‌

नम्रता मुंद्डा मंजू पालीवाल रीना शर्मा जय श्री शर्मा नीलम सोनी सुनीता ऐलजपुरिया मीना श्रीवास्तव
भारी संख्या में महिलाएं मौजूद रही। विजयलक्ष्मी उपाध्याय ने कहा कि गुरु प्रभु प्रेमी भक्त मंडली की स्थापना का उद्देश्य नगर की सभी मातृशक्तियों को एकत्र कर गुरु मंत्र का सामूहिक जाप करना, धर्म और आस्था के प्रचार-प्रसार को बढ़ावा देना तथा गुरु भक्ति की भावना को जन-जन तक पहुंचाना है। संगठन का यह प्रयास समाज में संस्कार, सदाचार और आध्यात्मिकता की चेतना जगाने का कार्य करेगा।

परम पूज्य अवधेशानंद गिरी जी महाराज का जीवन परिचय एवं प्रेरणा- परम पूज्य अवधेशानंद गिरी जी महाराज, जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी श्री अवधेशानंद गिरी जी महाराज (अखंडानंद आश्रम, हरिद्वार) का नाम आज विश्वभर में वेदांत, सनातन धर्म और अध्यात्म के प्रचारक के रूप में लिया जाता है। वे ज्योतिष पीठाधीश्वर और आचार्य महामंडलेश्वर के रूप में अनेक अखाड़ों के शीर्ष मार्गदर्शक हैं। गुरुदेव का जीवन त्याग, सेवा और साधना का अनुपम उदाहरण है। उन्होंने संन्यास जीवन अपनाकर मानवता, करुणा और राष्ट्र प्रेम का संदेश दिया।

गुरुदेव का उपदेश है कि — “धर्म का सार है आत्मशुद्धि और लोक कल्याण”। उनकी प्रेरणा से देशभर में लाखों साधक गुरु मंत्र जाप, ध्यान, सेवा और सत्संग के माध्यम से आध्यात्मिक साधना कर रहे हैं। इसी प्रेरणा को आधार बनाकर गुरु प्रभु प्रेमी भक्त मंडली कार्यक्रम में नगर की अनेक महिलाएं उपस्थित रहीं। कार्यक्रम का वातावरण पूर्णतः आध्यात्मिक, भक्तिमय और प्रेरणादायी रहा। सामूहिक रूप से जब गुरु मंत्र का जाप हुआ तो पूरा वातावरण “हर हर गंगे, ओम् नमः शिवाय” के पावन स्वरों से गूंज उठा।

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