प्राकृतिक चिकित्सा से अनेक रोगों को दूर किया जा सकता है — वैशाली जाधव 

हम स्वास्थ्य पर ध्यान देंगे तो बीमारी कोसों दूर रहेगी — डॉक्टर दीपा पारख सुराणा

धनंजय जाट/आष्टा। वर्तमान  मे चिकित्सा के क्षेत्र नई -नई चुनोतियां सामने आ रही है ।व्यक्ति के सुविधा भोगी होने के कारण कई  लाइफ स्टाइल संबंधी बीमारियों ने जकड़ लिया है ।ऐसे समय प्राकृतिक चिकित्सा एक महत्वपूर्ण पद्धति के रूप में उभरकर आयी है।अपितु यह सबसे प्राचीन चिकित्सा पद्धति है। लेकिन आधुनिकता के दौर में यह पद्धति काफी पिछड़ गई है।किन्तु पुनः इसको अपनाने का समय आ गया है ।

प्राकृतिक चिकित्सा से अनेक रोगों को दूर किया जा सकता है।हम स्वास्थ्य पर ध्यान देंगे तो बीमारी कोसों दूर रहेगी।उक्त आशय के विचार इन्हरवील क्लब की अध्यक्ष वैशाली जाधव एवं डॉक्टर दीपा पारख सुराणा ने प्राकृतिक चिकित्सा पर आयोजित कार्यशाला में व्यक्त किये ।

कार्यशाला में डॉक्टर दीपा पारख सुराणा ने प्राकृतिक चिकित्सा की विभिन क्रियाओं जल नेति, वमन ,वस्ती , मिट्टी स्नान ,कटी स्नान ,शिरोधारा , समस्त प्रकार के मसाज एवं स्टीम बाथ, सूर्य बाथ आदि का महत्व बताया कि किस प्रकार इन क्रियाओं के माध्यम से कई जटिल बीमारियों का उपचार किया जा सकता है । 

इस अवसर पर इनरव्हील क्लब की डॉक्टर चंदा जैन, पदमा कासलीवाल , प्रतिभा नागर, डॉक्टर अर्चना सोनी , सुधा सेठिया, विद्या खंडेलवाल ,आशा सोनी ,अर्चना सोनी ,रीना शर्मा ,जयश्री शर्मा , किरण पारख , सुनीता नागर, हेमलता सोनी आदि उपस्थित थी ।

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