updatenews247.com धंनजय जाट आष्टा 7776898041- 8 मार्च को भोपाल में API केंद्रीय क्षेत्रीय सम्मेलन (एमपी, छत्तीसगढ़, राजस्थान) में 10 फिजिशियंस ( Cusnultants ) को उनके योगदान के लिए सम्मानित किया गया। इस अवसर पर Dr. Hira Dalodria Ashta ( Sehore ) चिकित्सा के क्षेत्र में उनके असाधारण कार्य के लिए डिस्टिंगुइश फिजिशियन सम्मान से सम्मानित किया गया। उनकी मेहनत और समर्पण ने समाज में स्वास्थ्य सेवा को बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। Dr. Hira Dalodria प्को यह सम्मान मिलना क्षेत्रीय चिकित्सा समुदाय के लिए गर्व की बात है। इस केन्द्रीय सम्मेलन मे देश के प्रमुख डॉक्टर धीमन ख़ाली ( प्रेसिडेंट कार्डियोलॉजी सोसायटी ऑफ़ इंडिया), डॉक्टर मंगेश तिवस्कर, डॉक्टर पी सी मनोरिया, डॉक्टर अनुज माहेश्वरी उपस्थित थे

updatenews247.com धंनजय जाट आष्टा 7746898041- स्थानीय अदालत परिसर में लोक अदालत का आयोजन हुआ, जिसमें नगरपालिका द्वारा कैंप लगाकर नगर के बकायादारों को पूर्व में नोटिस देकर निकाय की जलकर, संपत्ति कर, समेकितकर आदि की बकाया राशि वसूली गई। कैंप का शुभारंभ नपाध्यक्ष प्रतिनिधि रायसिंह मेवाड़ा, सीएमओ राजेश सक्सेना, पार्षद रवि शर्मा, व्यापार महासभा अध्यक्ष रूपेश राठौर की उपस्थिति में किया गया। नपाध्यक्ष प्रतिनिधि रायसिंह मेवाड़ा द्वारा लोक अदालत में निकाय की बकाया जलकर, संपत्तिकर जमा करने आए

बकायादारों से आग्रह करते हुए कहा कि निकाय की बकाया राशि समय रहते जमा करावें, क्योंकि आपके द्वारा जमा की जाने वाली करों की राशि से ही नगर का विकास होता है, वहीं मूलभूत आवश्यकओं व सुविधाओं को उपलब्ध भी निकाय आपके द्वारा जमा कराई जाने वाली राशि से ही कराती है। आप सभी प्रत्येक माह अपने नलकर एवं संपत्तिकर की राशि जमा करावें, ताकि आपके ऊपर भी भार न हो और आपके द्वारा जमा कराई जाने वाली राशि से नगरपालिका और अधिक तेजी से नगर का विकास कर सकें। नपा ने वसूली 16 लाख से अधिक की बकाया राशि – नपा की बकाया राशि वसूल करने के लिए

जहां नपाध्यक्ष प्रतिनिधि रायसिंह मेवाड़ा ने नागरिकों से सोशल मीडिया के माध्यम से बकाया जमा करने की अपील की, वहीं मुख्य नगरपालिका अधिकारी राजेश सक्सेना द्वारा अपने अधिनस्थ अमले को साथ लेकर मुनादी के साथ-साथ नागरिकों से बकाया जमा करने हेतु द्वार-द्वार पहुंचकर आग्रह किया गया। सीएमओ श्री सक्सेना द्वारा वार्डवार 5 सदस्यी टीम गठित की गई जिसमें एक-एक दल प्रभारी व गठित टीम से सुचारू रूप से काम कराने के लिए एक-एक नोडल नियुक्त किया गया। सीएमओ श्री सक्सेना ने जानकारी देते हुए बताया कि

लोक अदालत के माध्यम से नगर के बकायादारों से संपत्तिकर, जलकर, समेकितकर की लगभग 16 लाख 47 हजार रूपये की बकाया राशि वसूली गई है। सीएमओ राजेश सक्सेना ने राजस्व अमले की सराहना करते हुए कहा कि इसी प्रकार निकाय को मजबूत करने में अपना पूर्ण सहयोग प्रदान करते रहे। इस अवसर पर पार्षद राजस्व प्रभारी मनोहरसिंह जावरिया, मनीष श्रीवास्तव, गबू सोनी, कमरूद्दीन, जगदीश वर्मा, नारायणसिंह सोलंकी, मोहम्मद इसरार, पार्वती शर्मा, संजय शर्मा, नीलू ठाकुर, नरेन्द्र मालवीय, प्रियांक शर्मा, श्रवण मालवीय सहित अन्य नपा कर्मचारियों का सराहनीय योगदान रहा।

updatenews247.com धंनजय जाट आष्टा 7746898041- दिगम्बर जैन समाज के संरक्षक व्यापार जगत में अनाज मंडी के वरिष्ठ व्यापारी धर्मनिष्ठ समाज सेवी श्री मनोज जैन सुपर को क्षेत्रीय विधायक श्री गोपाल सिंह जी इंजीनियर की अनुशंसा से रोगी कल्याण समिति आष्टा के सदस्य मनोनीत करने के लिए दिगम्बर जैन समाज द्वारा माननीय विधायक जी का आभार माना है। आभार प्रकट करने वालो में समाज के संरक्षकगण श्री मुकेश बड़जात्या श्री पवन जैन रमेश जैन धनरूपमल जैन समाज के अध्यक्ष आनंद जैन पोरवाल महामन्त्री कैलाश जैन चित्रलोक निर्मल जैन सुरेन्द्र पोरवाल अरुण जैन हेमन्त जैन अमन जैन अरिहन्त जैन विकाश जैन सन्दीप जैन गोपी सेठी मनीष पोरवाल संजय जैन जोधपुरी आदि द्वारा विधायक जी का ह्रदय से आभार माना है।

updatenews247.com धंनजय जाट सीहोर 7746898041- भारत सरकार ने तम्बाकू आपदा से नागरिकों को विशेषकर बच्चों एवं युवाओं को बचाने के लिये सिगरेट और अन्य तम्बाकू उत्पाद (विज्ञापन का प्रतिषेध और व्यापार तथा वाणिज्य, उत्पादन, प्रदाय और वितरण का विनियमन अधिनियम(COTPA-2003) बनाया है। कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री बालागुरू के. ने गत दिवस जिले के सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिये है कि तम्बाकू नियंत्रण कानून का पालन सुनिश्चित किया जाये। और कहा कि देश में 13 से 14 लाख लोगो की मृत्यु तम्बाकू सेवन से होने वाली बीमारियों के कारण हो जाती है।

अधिनियम(COTPA-2003) के तहत धारा 4: सार्वजनिक स्थानों पर धूम्रपान प्रतिबंधित, जिले के सार्वजनिक स्थानों पर, धूम्रपान निषेध सबंधी बोर्ड लगे हो, गैर धूम्रपान क्षेत्र यहाँ धूम्रपान करना अपराध, आदेश का उल्लंघन करने पर 200/- स्पये तक जुर्माना, सार्वजनिक स्थानों पर कोई धूम्रपान ना करे, धूम्रपान करते हुए मिलता है तो दंडात्मक कार्यवाही करें, धूम्रपान करने वालों पर 200/- रुपये तक जुर्माने का प्रावधान, तम्बाकू उत्पादों के प्रचार- प्रसार विज्ञापन, उनके द्वारा प्रयोजन (स्पोंसरशिप) एवं प्रोत्साहन प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से निषेध, 18 वर्ष से कम आयु के अवयस्क व्यक्ति के द्वारा तम्बाकू उत्पाद बेचना प्रतिबन्धित,

शैक्षणिक संस्थानों के 100 गज (300 फीट) के दायरे में तम्बाकू उत्पादों की बिक्री प्रतिबंधित, किशोर न्याय अधिनियम 2015 अनुसार नाबालिगों को तम्बाकू उत्पाद प्रदान करने पर 7 वर्ष की सजा एवं 1 लाख रुपयों तक जुर्माने का प्रावधान, तम्बाकू उत्पादों के पैकेट के ऊपर 85 प्रतिशत चेतावनी (60 प्रतिशत चित्र एवं 25 प्रतिशत लिखित) प्रदर्शित होना अनिवार्य, चित्रात्मक एवं लिखित स्वास्थ्य चेतावनी के बिना तम्बाकू उत्पाद बेचना प्रतिबंधित, इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट प्रतिबंधित, उत्पादन, विनिर्माण, आयात, निर्यात, परिवहन, विक्रय, वितरण, भण्डारणऔरविज्ञापन) का प्रतिषेध अधिनियम, 2019 के अनुसार ई-सिगरेट पूर्णतः प्रतिबंधित, प्रतिषेध कानून 2019 के अनुसार ई – सिगरेट का उत्पादन,

विनिर्माण, आयात, निर्यात, परिवहन, विक्रय, वितरण, विज्ञापन पर प्रतिषेध, जिले में यदि कोई भी व्यक्ति प्रत्यक्षतः या परोक्ष रूप से इसमें लिप्त पाया जाता है तो उसके खिलाफ उचित दंडात्मक कार्यवाही सुनिश्चित की जायेगी। कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री बालागुरू के. द्वारा गत दिवस जारी आदेशानुसार हुक्का बार प्रतिबंधित किया है। हुक्का बार संचालित करते हुए पाया जाए तो दंडात्मक कार्यवाही की जायेगी। तम्बाकू मुक्त शिक्षण संस्थान – भारत सरकार की तम्बाकू मुक्त शिक्षण संस्थान गाईडलाइन्स, राज्य सरकार के आदेश एवं भारतीय तम्बाकू नियंत्रण कानून (COTPA-2003) की

विभिन्न धाराओं के अनुसार जिले के समस्त शिक्षण संस्थानों को तम्बाकू मुक्त बनाया जाए। तम्बाकू मुक्त गाँव जिले में तम्बाकू मुक्त गाँव बनाने के लिए पहल की जाये। तम्बाकू उद्योग के वाणिज्य तथा अन्य निहित स्वार्थो से तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम एवं लोक स्वास्थ्य नीतियों को सुरक्षा प्रदान की जानी है। राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण नीतियों को निर्धारित करने और स्थापित करने के लिए जरुरी है। तम्बाकू उत्पाद की व्यसनी और हानिकारक प्रकृति के बारे में जागरूकता बढ़ाई जाये, नीतियों में तम्बाकू विक्रेताओं/उद्योग द्वारा

किसी भी तरह के हस्तक्षेप न हो । प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से तम्बाकू नियंत्रण को प्रभावित एवं तम्बाकू को बढ़ावा देने वाले किसी भी तरह के आयोजन, प्रचार, प्रोत्साहन, प्रतियोगिता आदि में भाग ना लें। शिक्षण संस्थान में तम्बाकू उद्योग एवं विक्रेता द्वारा किसी भी प्रकार की गतिविधि का आयोजन ना हो और प्रायोजन हेतु तम्बाकू कंपनी से सहयोग ना लें। सार्वजनिक स्थानों को धूम्रपान मुक्त करें। शैक्षणिक संस्थानों के 100 गज (300 फीट) के दायरे में आने वाली सभी तम्बाकू उत्पादों की दुकानों को हटाया जाए। उल्लंघन की स्थिति में दंडात्मक कार्रवाई की जाए।

updatenews247.com धंनजय जाट सीहोर 7746898041- गर्म जलवायु की फसल खरबूज-तरबूज के लिए 25 से 30 डिग्री का तापमान उपयुक्त है। इसके उत्पादन के लिए आप खेत की तैयारी व उपयुक्त मिट्टी खरबूज-तरबूज की खेती के लिए उन्नत तकनीक का उपयोग करें। कृषि वैज्ञानिक के अनुसार खरबूज-तरबूज की खेती आप सभी प्रकार की मिट्टी में कर सकते हैं परन्तु दोमट व रेतीली मिट्टी अधिक उपयुक्त होती है। बुवाई-रोपाई के लिए 2 से 3 बार कल्टीवेटर से खेत की जुताई करें, उसके बाद पाटा लगाकर मिट्टी को भुरभुरी बना लें। आखिरी जुताई के समय 200 से 250 क्विंटल की दर से सड़ी हुई गोबर की खाद मिलाएं।

कृषि वैज्ञानिक के अनुसार उपयुक्त किस्में व बीज दर. खरबूज की किस्म पूसा बीज दर 15 से 2 किग्रा प्रति हैक्टेयर रखें। तरबूज की मधुरस, पूसा मधुरिमा, हरा मधु, दुर्गापुरा मधु को चुनें। किस्म सरस्वती, सागर किंग, मैक्स, शुगर बेबी, अर्का मानिक को चुनें। बीज दर 3 से 4 किग्रा प्रति हैक्टेयर रखें। बीज को दवा कार्बेन्डाजिम + मैन्कोजेब 2 ग्राम प्रति किलो बीज की दर से उपचारित करें। बुवाई या रोपाई इसके लिए थाला विधि उपयुक्त होती है। इसमें पूर्व से पश्चिम दिशा की ओर 45 से 60 सेमी चौड़ी व 30 से 40 सेमी गहरी नालियां बनाएं।

नालियों के बीच दूरी 2 से 2.5 फीट रखें। प्रत्येक नाली के किसी एक किनारे पर 50 से 60 सेमी की दूरी पर थाला बनाकर एक ही जगह 2 से 3 बीजों को 1 से 2 सेमी की गहराई पर बोएं या तैयार पौध को थाले में रोपें। कृषि वैज्ञानिक के अनुसार खाद- उर्वरक खरबूज के लिए 80:75:50 किग्रा प्रति हैक्टेयर की दर से नाइट्रोजनः फॉस्फोरसः पोटाश का उपयोग करें। इसमें नाइट्रोजन की आधी और फॉस्फोरस व पोटाश की पूरी मात्रा को बुवाई या रोपाई के समय दें। नाइट्रोजन की शेष आधी मात्रा को 30 से 40 दिन बाद दें। तरबूज के लिए नाइट्रोजनः फॉस्फोरस: पोटाश की मात्रा 80:60:60 किग्रा प्रति हैक्टेयर की दर से उपयोग

करें। इसमें नाइट्रोजन की एक तिहाई मात्रा, फॉस्फोरस एवं पोटाश की पूरी मात्रा को बुवाई या रोपाई के समय दें। नाइट्रोजन की शेष एक तिहाई मात्रा को 25 30 दिन बाद एवं शेष एक तिहाई मात्रा को 40 से 45 दिन बाद दें। सिंचाई व्यवस्था.खरबूज एवं तरबूज की फसल में मिट्टी व जरूरत के अनुसार 5 से 6 सिंचाई करें। फसल की बढ़वार के लिए जल विलेय उर्वरक एन.पी.के. 18:18:18 मात्रा 1 किग्रा को 200 लीटर पानी में घोल बनाकर छिड़काव करें एवं ड्रिप सिंचाई के जरिए 3 से 4 किग्रा मात्रा का उपयोग करें।

सब्जी फसलों में थ्रिप्स व इल्ली नियंत्रण. टमाटर, बैंगन, मिर्च, प्याज, लहसुन आदि फसलों में रसचूसक कीट माहू, मच्छर के नियंत्रण के लिए थायोमिथाक्जाम लेम्डासायलोथ्रिन मात्रा 125 ग्राम प्रति हैक्टेयर या फिप्रोनिल + इमिडाक्लोप्रिड 200 से 250 ग्राम प्रति हैक्टेयर की दर से उपयोग करें। इल्ली नियंत्रण के लिए प्रोफेनोफॉस + सायपरमेथ्रिन मात्रा 1.25 लीटर प्रति हैक्टेयर या क्लोरेन्ट्रानिलिप्रोल 18.5 एस.सी. मात्रा 150 ग्राम प्रति हैक्टेयर की दर से उपयोग करें। सब्जियों में कीटनाशक, फफूंदनाशक का छिड़काव करने के बाद 5 से 7 दिन तक फसल की तुड़ाई न करें।

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