updatenews247.com धंनजय जाट आष्टा 7746898041- नगर के सी.एम. राइज शास. उत्कृष्ट उमावि आष्टा में 12 जनवरी 2025 को स्वामी विवेकानंद जी की जयंती युवा दिवस के रूप में मनाई गई। शासन के निदेर्षानुसार प्रातः 9 बजे से 10ः30 बजे तक विद्यालय में सूयर् नमस्कार का आयोजन किया गया। जिसमें जनप्रतिनिधि के रूप में जिला पंचायत उपाध्यक्ष जीवन सिंह मंडलोई, नगर पालिका अध्यक्ष प्रतिनिधि रायसिंह मेवाड़ा, पाषर्द प्रतिनिधि विशाल चौरसिया, पवन वर्मा, खण्ड चिकित्सा अधिकारी जी.डी. सोनी, माॅडल विद्यालय प्राचार्य धीरज सिंह राजपूत, योग प्रषिक्षक अजेन्द्र सिंह यादव, गोपाल सिंह राजपूत, बी.ए.सी. मनोज विश्वकर्मा आदि उपस्थित थे।
सवर्प्रथम माँ सरस्वती का पूजन एवं स्वामी विवेकानंद जी की प्रतिमा पर माल्यापर्ण किया गया। संस्था प्राचार्य मो. सितवत खान द्वारा कायर्क्रम में पधारे समस्त अतिथियों का पुष्पमाला से स्वागत किया गया। इसके पश्चात शासन के निदेर्शानुसार दिए गए प्रोटोकाॅल अनुसार सूर्य नमस्कार कायर्क्रम का सीधा प्रसारण एवं उसी के साथ साथ संस्था में भी अतिथियों, शिक्षकों एवं छात्र-छात्राओं द्वारा सामूहिक सूर्य नमस्कार किया गया। इस अवसर पर योग शिक्षक अजेन्द्र सिंह यादव द्वारा सूर्य नमस्कार के सभी बारह आसनों का अभ्यास करवाया गया।
इसी कड़ी में जिला पंचायत उपाध्यक्ष जीवन सिंह मंडलोई द्वारा स्वामी विवेकानंद जी के जीवन चरित्र के प्रेरक उद्बोधन में बताया कि छोटी आयु में ही उन्होंने माँ भारती का गुणगान दुनिया के सामने प्रस्तुत किया साथ ही साथ उन्होंने बच्चों को अपनी विद्यार्थी जीवन के अनुभवों को बताते हुए मागर्दशिर्त किया कि विद्यार्थी जीवन बहुत महत्वपूर्ण होता है, स्वामी विवेकानंद जी ने अपने अल्प जीवनकाल में कई महत्वपूर्ण उपलब्धियां प्राप्त की। साथ ही नगर पालिका अध्यक्ष प्रतिनिधि के रूप में उपस्थित रायसिंह मेवाड़ा ने अपने उद्बोधन में कहा कि हमें यह ध्यान रखना चाहिए कि जीवन लंबा हो यह महत्वपूर्ण नही है, हमने उसमें क्या उपलब्धि प्राप्त की यह महत्वपूर्ण होता है।
विद्यार्थी जीवन बहुत महत्वपूर्ण है। इस समय हम जो कुछ भी बनना चाहते है, करना चाहते है, उसकी शुरूआत इसी उम्र से होती है। हम भी जब विद्यार्थी थे, तब हमने मन लगाकर पढ़ाई की उसी का नतीजा है, कि आज आप सब की हम सेवा कर रहे है। पाषर्द प्रतिनिधि विशाल चौरसिया ने अपने संबोधन में कहा कि सूर्य नमस्कार यह केवल एक दिन न होकर प्रतिदिन करने से हमारा शरीर स्वस्थ रहता है। स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मन और मस्तिष्क का निमार्ण होता है, और इसी से बड़े से बड़े लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है। संस्था में प्राचार्य मो. सितवत खान द्वारा
अपने उद्बोधन में स्वामी विवेकानंद जी के जन्म दिवस युवा दिवस के रूप में मनाया जाता है। उन्होंने विद्याथिर्यों को प्रेरित उद्बोधन में बताया कि सुबह जल्दी उठ कर व्यायाम प्रणायाम एवं खेल गतिविधियों में शामिल होने से दिन भर मन एवं शरीर तरोताजा रहता है और इससे पढ़ाई में मन भी लगता है। इसके अलावा उन्होंने बच्चों को बताया कि जीवन अनुशासित होना चाहिए। समय पर सोना और समय पर जागने के साथ साथ अध्ययन का भी समय निधार्रण होना चाहिए। कायर्क्रम का सफल संचालन संस्था के शिक्षक सतीश वर्मा द्वारा किया गया। संस्था के वरिष्ठ शिक्षक अंत्येष धारवां द्वारा अपने आभार उद्बोधन में सभी
अतिथियों को सादर धन्यवाद प्रेषित किया साथ ही साथ उन्होंने यहा भी बताया कि विद्यालय के अध्ययन अध्यापन एवं विकास से संबंधित सभी प्रकार के कार्यों के लिए सभी जनप्रतिनिधियों द्वारा एवं अनुविभागीय अधिकारी द्वारा निरंतर एवं सक्रिय सहयोग प्राप्त होता है। इस अवसर पर संस्था के शिक्षक पदमा परमार, पवन कुमार राया, जितेन्द्र मेवाड़े, अमिता सोनी, रघुवीर सिंह, भूपेन्द्र सिंह, जितेन्द्र धनवाल, मनोज कलमोदिया, अभिलाषा श्रीवादी, तेजपाल सिंह, विरेन्द्र सिंह, मुन्नीदेवी दोहरे, संदीप जायसवाल, हेमेन्द्र पाटीदार, आराधना चन्द्रवंशी, आशा रावत,
कृतिका वर्मा, नीता जैन, रामेश्वर दामड़िया, विजय हाटेकर, निमर्लदास बैरागी, जितेन्द्र कुमार वर्मा, दिनेश कुमार गहरवाल, धीरज शर्मा, राजेश मालवीय, मनोज बड़ोदिया, हेमंत कुमार मेवाड़ा, हुकुमचंद, ज्योति मंडलोई, ज्योति चौहान, अनिल पटेल, डी.एस. मांडवा, कमलेश वर्मा, मुकुंद सिंह बरोड़िया, एस.के. सिंगारिया, राजेश राठौर, विजय अडगले, ज्ञान सिंह मेवाड़ा आदि समस्त शैक्षणिक एवं कायार्लयीन स्टाफ तथा एन.सी.सी., एन.एस.एस. स्काउट गाइड एवं सभी विद्यार्थी उपस्थित रहे।