updatenews247.com धंनजय जाट आष्टा 7746898041- अधिक लोभी , कामी, अभिमानी और क्रोधी व्यक्ति भगवान का भजन नहीं कर सकता। इन सभी के विषयों के वशीभूत व्यक्ति भगवान का भजन नहीं कर सकता। भगवान की भक्ति कोई साधारण वस्तु नहीं है। कामी क्रोधी लालची इनसे भक्ति ना होय। भक्ति करे कोई सूरमा जाति वरण कुल खोय। भक्ति इतनी ही सरल होती तो, सब भक्ति में लग जाते। भक्ति की राह पर चलना सब चाहते हैं। पर मंजिल किसी बिरले व्यक्ति को ही प्राप्त होती है। भक्ति के मार्ग पर पग पग पर बाधा हैं। चलो चलो सब कोई कहे, पहुंचे बिरला कोय। एक कंचन एक कामनी, घाटी दुर्लभ दोय।

जगत जननि जानकी सीता यानी भक्ति की खोज में 18 पदम वानर गए थे। पर पहुंचे केवल एक हनुमान जी। उपरोक्त बहुत ही प्रेरक विचार बजरंग सेना परिवार द्वारा नया दशहरा मैदान में आयोजित सात दिवसीय संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा के दूसरे दिन परम भागवत कथा मर्मज्ञ संत श्री मिट्ठू पुरा सरकार द्वारा व्यक्त किए गए। आगे संत श्री द्वारा श्रीमद् भागवत की मूल कथाओं जैसे नारद जी के पूर्वजन्म की कथा ,सुखदेव जी महाराज के जन्म की कथा, भक्ति ज्ञान और वैराग्य के साथ ही आत्मदेव धुंधकारी और महाराज गोकर्ण जी के प्रसंग को बड़े ही सहज भाव से श्रवण करवाया। इन कथाओं को सुनकर सारे श्रोता भाव विभोर हो गए। इसके साथ ही गुरुदेव द्वारा बजरंग सेना का जो मूल संकल्प है।

की गौ माता को राष्ट्र माता का दर्जा मिले, भारत हिंदू राष्ट्र घोषित हो। हिंदू समाज में जाति पाति का अंत हो, समरसता का भाव हो। जाति पाती की करो विदाई। हिंदू हिंदू भाई-भाई। सभी श्रोताओं ने हाथ खड़े कर इस संकल्प को दोहराया। प्रसाद श्री लखन परमार की ओर से वितरण किया गया इस अवसर पर रघुनाथ सिंह मालवी, डॉक्टर मीना सिंगी, युवा पत्रकार धनंजय जाट, कृपाल सिंह पटाडा, अजय मितवाल, धीरज सिंह पटेल, योगेंद्र सिंह हाटपिपल्या, राजेंद्र सिंह पटेल, संगीता शुक्ला, गिरजा कुशवाहा, नेहा राजपूत, मंजू श्री राठौर, रघुनंदन शर्मा,नरेंद्र भाटी, जुगल मालवी, मनोहर जायसवाल, जगदीश खत्री, विश्राम सिंह ठाकुर, अनिल यादव नारायण सिंह आचार्य, सहित बड़ी संख्या में मात्र शक्तियों की उपस्थिति रही

updatenews247.com धंनजय जाट सीहोर 7746898041- खगोल विज्ञानी भगवान श्रीरामजन्म को असामान्य घटना बताते है। ब्रहमांड भगवान के जन्म के समय आलौकिक घटनाओं से भर गया था क्योंकी प्रभू के जन्म का समय अद्भुत था आज भी वैज्ञानिक रिसर्च कर रहे है लेकिन प्रभू के ब्रहमांड कोई समझ नहीं पाया है यही बात बाबा भोलेनाथ मुनी भारद्धाज को उस युग में बता रहे है राम की महीमा राम हीं जाने और जिस ने राम को जान लिया उसने सबकुछ पा लिया उक्त उद्गार सिंधी कॉलोनी मैदान पर आयोजित श्री राम कथा के तीसरे दिन सोमवार को पंडित अजय शंकर तिवारी ने श्रीराम जन्म प्रसंग सुनाते हुए श्रद्धालुओं के समक्ष कहीं।

उन्होने कहा की जिस घर के सदस्य मिलकर सुंदर कांड का पाठ करते है राम भजन करते है उस घर में कभी लंका कांड नहीं होता है सुंदर कांड का वाचन करने सुनने से घर मंदिर बन जाता है और फिर कोई उस में आग नहीं लगा सकता है हनुमान जी भी श्रीराम का समुरन करते है लेकिन लंका में कोई राम का नाम नहीं लेता है इस लिए लंका जल गई, लेकिन विभिषण का महल नहीं चला क्योंकी वह राम नाम का जाप कर रहे थे। पंडित श्री तिवारी ने कहा की जो शिव भक्त होते है वही राम के भक्त बनने के पात्र होते है क्योंकी श्रीराम शिव के आराध्य है,

राम कथा को ध्यान से सुननेगे तो कथा कहने और सुनने वाले दोनों को आनंद आता है, कथा सुनने से प्रेम का आंसू निकले तो वह शिव के साथ राम के भक्त है। राम की कृपा उन्ही को मिलती है जो शिव भक्त है। भोले की कृपा होगी तो आप राम के कृपा पात्र बन पाएंगे। कर्मकांड घाट से कथा रामघाट की और चलती है। राजा जनक के यह राज जी ने जन्म लिया और श्रीराम ने जंगलों में जाकर वनवासियों का उद्धार कर दिया। भगवान ने सबरी माता को तार दिया। श्री तिवारी ने कहा की भगवान लोभ लालच प्रसाद के भूखे नहीं है जहा प्रेम होता है वह राम भगवान स्वयं चले आते है राम कथा परिवार में प्रेम बढ़ती है हमें रामायण से जीने की कला सीखने की आवयश्कता है।

रामजन्म प्रसंग सुनाते हुए उन्होने कहा प्रभू श्री राम का जन्म राजा जनक के यह 5114 ईसा पूर्व हुआ है वह चैत्रमास की नवमी का दिन था। पंडाल में श्रद्धालुओं के द्वारा हर्षोल्लास से श्रीरामजन्म उत्सव मनाया गया। खुशियां मनाई गई हलुऐं का प्रसाद बांटा गया। कथा व्यास पंडित अजय शंकर तिवारी के द्वारा प्रस्तुत मधुर रामसीता झूलेलाल भजनों पर बूजुर्ग श्रद्धालु झूम उठे। शिव शक्ति सांस्कृतिक मंडल श्रीराम कथा आयोजन समिति मुख्य सरंक्षक वरिष्ठ समाजसेवी अखिलेश राय, विधायक सुदेश राय नगर पालिका अध्यक्ष पिंरस राठौर, भाजपा नेता गौरव सन्नी महाजन, समिति अध्यक्ष मनोज शर्मा, सिंधी समाज अध्यक्ष रमेश आहूजा,

भाजपा मंडल अध्यक्ष सुदीप सम्राट, बार एसोसिएशन अध्यक्ष राम प्रसाद, शंकरलाल शर्मा, दीपक बृजमोहन सोनी,श्रवण वास्तवार,नरेन्द्र राजपूत,संतोष वर्मा,मणिकांत जोशी,अमन वर्मा, मनोहर सिसोदिया,पवन विश्वकर्मा,राजेन्द्र नागर,सीमा राजेश परिहार,प्रणय शर्मा,, दुश्यंत दासवानी श्यामबाई विश्वकर्मा, अभिलाष विश्वकर्मा, अमित वर्मा, अनिल, अरविन्द, हर्ष ताम्रकार, ममता शर्मा, पूनम राजपूत,सार्थक निखिल वर्मा अंकिला गोयल, ओपी शाक्य, रेखा वर्मा, हार्दिक वर्मा सहित श्रद्धालुओं ने रामचरित्र मानस की विधिवत पूजा अर्चना कर विश्व कल्याण के लिए प्रभू श्रीराम से प्रार्थना कर तीसरे दिवस की कथा का समापन किया गया।

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