updatenews247.comधनंजय जाट आष्टा 7746898041- बिना सत्संग और हरि कथा के बिना व्यक्ति का संसार से मोह भंग नहीं होता। और जब तक मोह ममता समाप्त नहीं होती, भगवान की प्राप्ति नहीं हो सकती। बिना सत्संग ना हरि कथा, तेहि बिन मोह न भाग। मोह गए बिनु राम पद होय ना दृढ़ अनुराग। क्योंकि मोह समस्त दुखों का कारण है। मोह सकल व्याधिन कर मूला। तीनतें ही उपजत बहुत सुला। इसलिए समय निकालकर भगवान की कथा अवश्य श्रवण करना चाहिए।
उक्त बहुत ही प्रेरक संदेश बजरंग सेना द्वारा दशहरा मैदान पर आयोजित सात दिवसीय संगीत मय श्रीमद् भागवत कथा के प्रथम दिवस व्यासपीठ पर विराजित संत श्री मिट्ठू पुरा सरकार द्वारा दिया गया। इससे पूर्व मुख्य यजमान राजेंद्र सिंह ठाकुर मुरावर द्वारा संत श्री का शाल, श्रीफल भेंट कर स्वागत किया। और एक विशाल वाहन रैली के रूप में गुरुदेव को सुजालपुर चौपाटी से कथा स्थल तक लाया गया। आगे महाराज श्री द्वारा श्रीमद् भागवत करवाने की विधि और भागवत के महत्व पर विस्तार से प्रकाश डाला। यह कथा प्रेत को भी मुक्ति देने वाली, जीव को जगदीश से जोड़ने वाली, कल्पवृक्ष रूपी अमर कथा है।
भागवत पोथी साक्षात भगवान श्री कृष्ण की वांग्मय प्रतिमा है। इसके श्रवण और दर्शन मात्र से ही कि कलयुग में जीव भवसागर से पर हो जाता है। इस अवसर पर श्री अनार सिंह जी देवन खेड़ी बाबा साहब, रघुनंदन शर्मा, श्रीमती उर्मिला मरेठा, राजेंद्र सिंह मुरावर, चंद्र सिंह गवा खेड़ा, अजय पटेल, रतन सिंह डॉक्टर, लखन परमार, संदीप पटेल, नरेंद्र भाटी, जुगल पटेल, दौलत चौधरी, हरेंद्र ठाकुर, विनोद शर्मा, राजेंद्र वर्मा ,कुबेर सिंह पटेल, विक्रम सिंह पटेल, नारायण सिंह आचार्य, हरिओम परमार, बापू लाल मालवीय, राकेश वर्मा, अखिलेश पटेल, ज्ञानचंद वर्मा, राधेश्याम दाऊ, धीरज सिंह दरबार, नेहा राजपूत, सहीत बड़ी संख्या में भक्तगणपधारे।