updatenews247.com धंनजय जाट सीहोर 7746898041- माननीय मुख्यमंत्री म.प्र. शासन के निर्देशानुसार जिला सीहोर अन्तर्गत कलेक्ट्रेट कार्यालय के मैदान में जन कल्याण पर्व एवं 16 दिसम्बर विजय दिवस के अवसर पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें पुलिस बैण्ड द्वारा राष्ट्र भक्ति गीत जैसे सारे जहॉ से अच्छा, ऐ मेरे वतन के लोगों, हे मालिक तेरे वंदे हम, इत्यादि गीतों पर अपनी प्रस्तुति दी गई
पुलिस बैण्ड में 23 वी वाहिनी बिसबल एवं जिला पुलिस बल के कर्मचारियों की सहभागिता रही। उक्त कार्यक्रम के अवसर पर जिला दण्डाधिकारी सीहोर श्री प्रवीण अढ़ायच, पुलिस अधीक्षक सीहोर श्री दीपक कुमार शुक्ला, विभिन्न विभागों के जिला अधिकारी तथा कलेक्ट्रेट, पुलिस अधीक्षक कार्यालय, रक्षित केन्द्र सीहोर के अधिकारी/कर्मचारी, स्कूली बच्चे, एनसीसी एवं एनएसएस के छात्रगण तथा आम गणमान्य नागरिक व शासकीय अधिकारी/कर्मचारियों सहित लगभग 300 लोग उपस्थित रहे।
updatenews247.com धनंजय जाट सीहोर 7746898041- जिले में जिला एवं तहसील स्तर पर वर्ष की अंतिम नेशनल लोक अदालत का आयोजन किया गया। नेशनल लोक अदालत का शुभारंभ प्रधान जिला न्यायाधीश एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री सतीश चंद्र शर्मा ने किया। लोक अदालत में 3619 प्रकरणों का निराकरण किया गया एवं समझौता राशि 13 करोड़ 31 लाख 23 हजार 914 रूपये जमा हुई।प्रधान जिला न्यायाधीश श्री सतीश चंद्र शर्मा ने कहा कि हमें हर योजना को उसके मूर्त रूप में लागू कर आमजन को लाभान्वित करना चाहिए। आमजन को सस्ता सरल और सुलभ न्याय दिलाने का लोक अदालत एक प्रभावी स्थान है,
जो वर्तमान समय में समाज के लिए सबसे ज्यादा आवश्यक है। उन्होंने कहा कि लोक अदालत से लोगों का धन और समय दोनों की बचत के साथ ही आपसी सौहार्द भी बना रहता है। लोक अदालत के माध्यम से प्रकरणों के त्वरित निराकरण से पक्षकारों का न्यायिक प्रक्रिया के प्रति विश्वास बढ़ता है, जिससे और अधिक न्याय प्राप्ति के लिए इच्छुक पक्षकार अपने विवाद लेकर न्यायालय के समक्ष आने के लिए प्रेरित होते है। इस अवसर पर प्रधान जिला न्यायाधीश श्री सतीश चंद्र शर्मा द्वारा शासकीय न्यायोत्सव विधिक सेवा सप्ताह के अंतर्गत आयोजित की गई प्रतियोगिताओं के विजेता विद्यार्थियों एवं अन्य विद्यार्थियों को मोमेंटो एवं प्रशस्ति पत्र देकर पुरूस्कृत किया गया। कुल 3619 प्रकरणों का किया गया
निराकरण आज आयोजित नेशनल लोक अदालत में कुल 3619 प्रकरणों का निराकरण किया गया एवं समझौता राशि 13 करोड़ 31 लाख 23 हजार 914 रूपये जमा हुए हैं। नेशनल लोक अदालत में आपसी समझौते के आधार पर निराकरण कराये जाने के लिए न्यायालय एवं उपभोक्ता फोरम में लंबित 1246 प्रकरण रखे गये थे जिनमें से 965 प्रकरणों का निराकरण आपसी राजीनामा के आधार पर हुआ एवं समझौता राशि 09 करोड़ 12 लाख 37 हजार 901 रुपये जमा कराई गई। इसी प्रकार नेशनल लोक अदालत की खंडपीठ के समक्ष कुल 16597 प्री लिटिगेशन प्रकरण रखे गये थे जिनमें से 2654 प्रकरणों का निराकरण हुआ
एवं समझौता राशि 04 करोड़ 18 लाख 86 हजार 13 रुपये जमा कराई गई।
अलग-अलग रह रहे दंपति खुशी-खुशी साथ लौटे नेशनल लोक अदालत में एक प्रकरण में दो पक्षों को समझाइश देकर राजीनामा करवाया गया। इसके साथ ही एक अन्य मामले में आवेदक श्री जयदीप साहू ने अपनी पत्नि साक्षी साहू के खिलाफ कुटुम्ब न्यायालय धारा 9 हिन्दू विवाह अधिनियम के अंतर्गत मामला प्रस्तुत किया गया था। दोनो का विवाह होने के बाद उनकी एक संतान है। दोनों पति-पत्नि के मध्य छोटी-मोटी पारिवारिक बातों को लेकर वह अलग-अलग रहने लगे। इस प्रकरण में पारिवारिक मामला तथा भविष्य को दृष्टिगत रखते हुए प्रधान जिला न्यायाधीश एवं न्यायाधीश सुश्री सुमन श्रीवास्तव द्वारा लोक अदालत में समझाइश के पश्चात् दोनो पक्षों ने राजीनामा कर साथ रहने की सहमति दी इसके बाद दोनों दंपत्ति एक दूसरे को फूल-माला पहनाकर खुशी-खुशी घर रवाना हुए। राजीनामा करने वाले सभी पक्षकारों को प्रधान जिला न्यायाधीश द्वारा फूल माला एवं पौधे भी वितरित किए गए।
यह थे उपस्थित इस अवसर पर प्रधान न्यायाधीश कुटुम्ब न्यायालय सुश्री सुमन श्रीवास्तव, विशेष न्यायाधीश श्री हेमंत जोशी, प्रथम अपर जिला न्यायाधीश श्री संजय गोयल, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव श्री एमके वर्मा, तृतीय जिला न्यायाधीश श्री अभिलाष जैन, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट श्रीमती अर्चना नायडू बोड़े, जिला रजिस्ट्रार एवं न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी श्रीमती स्वप्नश्री सिंह एवं अन्य न्यायिक अधिकारीगण, अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष श्री राधेश्याम यादव, जिला विधिक सहायता अधिकारी श्री जीशान खान, श्री सत्य साईं विश्वविद्यालय सीहोर से फैकल्टी सदस्य एवं आयुर्वेद महाविद्यालय के छात्र-छात्राएं, एनजीओ के प्रतिनिधि, सामाजिक कार्यकर्ता, मुख्यालय सीहोर के पैनल एवं अन्य अधिवक्तागण लीगल एड डिफेंस काउंसिल्स, खण्डपीठ सदस्य, विभिन्न विभागों के अधिकारी एवं कर्मचारीगण, पक्षकारगण न्यायालयीन कर्मचारी गण, पैरालीगल वालेन्टियर्स आदि उपस्थित रहे।