updatenews247.com धंनजय जाट आष्टा 7746898041- कोठरी मंडल द्वारा आयोजित बूथ समिति एवम् विस्तारिका बैठक एवम् स्वागत सम्मान समारोह में कोठरी मंडल के 48 बूथों के कार्यकताओं उपस्थित रहे इस अवसर पर भारतीय जनता पार्टी के देव तुल्य कार्यकर्त्ता को वरिष्ठ पदाधिकारियों ने अपना मार्गदर्शन दिया आष्टा विधायक गोपाल सिंह इंजीनियर ने अपने उद्बोधन में कहा कि भारतीय जनता पार्टी का प्रत्येक कार्यकर्त्ता देव तुल्य है विश्व की सबसे बड़ी पार्टी के रूप में जाना जाता है भारतीय जनता पार्टी की राज्य और केंद्र सरकारों ने अनेकों योजनाओं और विकास कार्यों से विकास की गंगा बहाई है
आज जो विधायक बना हु वो आप सभी की मेहनत और लगन का नतीजा है में आपके लिए हर संभव मदद करने की कोशिश करता रहूंगा। भारतीय जनता पार्टी और उसके हम सभी कार्यकर्ता बंधु एक परिवार की तरह है इस दौरान विधायक गोपाल सिंह इंजीनियर ने कहा कि मेरा सपना आष्टा को नंबर वन बनाना है और आष्टा में विकास की गंगा बहा कर आप सभी को स्वर्णिम अतीत के स्वप्न को साकार करना है । आष्टा विधानसभा क्षेत्र में विकास कार्यों में कोई कमी नही आने दूंगा। वृक्षारोपण कार्यक्रम के अंतर्गत कोटरी नगर परिषद द्वारा एक पौधा मां के नाम कार्यक्रम के अंतर्गत वृक्षारोपण किया गया
जिसके अंतर्गत 400 पोधो का रोपण आष्टा विधायक जिनमें शासकीय एवं अशासकीय संस्थानों में विधायक द्वारा वृक्षारोपण किया गया कन्या शाला, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, नगर परिषद कोठरी परिसर, मांगलिक भवन , मुक्तिधाम, कस्तूरबा गांधी बालिका छात्रा वास, हायर सेकेण्डरी स्कूल कोठरी, सहित अनेकों स्थानों पर वृक्षारोपण किया गया इस अवसर पर कोठरी मंडल के सभी वरिष्ठ जनों और कार्यकर्ताओ का सहभोज आयोजित किया गया। कार्यक्रम में भारतीय जनता पार्टी सीहोर जिले के जिला महामंत्री दारा सिंह पटेलपूर्व जिला अध्यक्ष राकेश सुराणा
वरिष्ठ भाजपा नेता जगदीश पटेल मंडल अध्यक्ष रूपेश पटेल नगर परिषद अध्यक्ष राधेश्याम दलपति युवराज सिंह पूर्व जनपद अध्यक्ष कैलाश नारायण पटेल पूर्व मंडी अध्यक्षधर्म सिंह रमेश जाट मंडल महामंत्री गोकुल मेवाड़ा रमेश मालवीय हरेंद्र सिंह ठाकुर राजकुमार पटेल ललित धारवां विक्रम सिंह मामा लोकेश पटेल जीवन सिंह पटेल सुंदरलाल पटेल कपूरचंद जी जैन सुनील केलिया निर्मल सिंह राजपूत निर्मल सिंह राजपूत चंद्र सिंह ठाकुर गाव खेड़ा सुरेश हजारी देवराज पटेल नरेंद्र खेड़ी जगदीश मेचेन दिनेश चौधरी संजय पटेल तुम्मान पटेल रिशेष पटेल निर्मल राजपुत सहित भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता गण युवा साथी उपस्थित रहें।
updatenews247.com धंनजय जाट आष्टा 7746898041- कल्याण स्त्रोत अगर आपने सही समझ लिया तो आपका कल्याण होगा। सुख लाएं और पापों को गलाएं उसे मंगल कहते हैं। भगवान के पास कभी भी भिखारी बनकर नहीं जाएं। धोती दुपट्टा पहनकर हाथों में अष्ट द्रव्य की थाली लेकर भगवान की आराधना करने जाने वाले को अगर कोई बाहर जाने वाले देख ले तो वह व्यक्ति के लिए मंगलकारी रहेगा।भावों में दरिद्रता नही है, महिलाओं से कहा कि आप बच्चे को जन्म दे तो उसे विद्यासागर बनाओं।
गृहस्थ जीवन खराब नहीं। गर्भपात कभी नहीं कराएं, आने वाले जीव को दुनिया में आने देवें। भगवान के पास भिखारी बनकर नहीं जाएं। उक्त बातें नगर के श्री पार्श्वनाथ दिगंबर जैन दिव्योदय अतिशय तीर्थ क्षेत्र किला मंदिर पर चातुर्मास हेतु विराजित संत शिरोमणि आचार्य विद्यासागर महाराज एवं नवाचार्य समय सागर महाराज के परम प्रभावक शिष्य मुनिश्री निष्कंप सागर महाराज ने आशीष वचन देते हुए कहीं। आपने कहा कि कन्याएं मांगलिक है, मंगल स्वरुप है। वैष्णव धर्म में कोई भी शुभ कार्य में कन्या भोज कराते हैं।
मां कभी भी अमांगलिक नहीं हो सकती, वह हमेशा पूज्यनीय होती है, दिगंबर मुनि भी मंगलकारी है। देव, शास्त्र, गुरु उच्च है। अच्छे वस्त्र पहनने का सामार्थ्य हैं, तो भगवान की भक्ति भी अच्छी तरह करें। भगवान की भक्ति कभी भी स्वार्थ पूर्वक नहीं करें। आपने कहा मुनि महाराज के कहने से दान करने पर व नरेंद्र मोदी के छापे में अंतर है। मुनि महाराज के छापे दान से आपकी छवि बनेगी और मोदी आयकर विभाग के छापे से बदनामी होगी, समय रहते दान करें। भगवान की भक्ति में लीन हो जाएं, भगवान से प्रीति कर लो, सारे झगड़े समाप्त हो जाएंगे।
भगवान सभी के है, भगवान और मुनि सभी के है। जीवन में अतिशय लाना है तो भगवान, आचार्य, गुरु सब मेरे है, यह कहें। कुल देवता पार्श्वनाथ भगवान, कुल देवी जिनवाणी है और कुल गुरु दिगंबर मुनि है।जहां अपनापन रहता है, वहां आनंद आता है। भगवान की पूजा-अर्चना करने से असंख्यात पापों की निर्जरा होती है। पैसा तो दुनिया कमाती है, लेकिन मुनिश्री के कहने पर विशेष पुण्य वान व्यक्ति ही दान करते हैं। रोड़ से करोड़ पति और करोड़ पति से रोड़ पति बनते अनेक लोगों को देखा है। श्रावक श्रेष्ठी बनों और आगे चलकर चक्रवर्ती बनों।