updatenews247.com धंनजय जाट आष्टा 7746898041- माहेश्वरी समाज के आराध्य भगवान महेश जी की जयंती के अवसर पर नगर में समाजजनों द्वारा कार्यक्रम आयोजित कॉलोनी चौराहा स्थित गीतांजली गार्डन से भव्य शोभायात्रा प्रारंभ की गई जो नगर के प्रमुख मार्गो से होती हुई पुनः गीतांजली गार्डन पहुंची, जहां शोभायात्रा का समापन हुआ। कार्यक्रम में विधायक गोपालसिंह इंजीनियर मुख्य अतिथि के रूप में उस्थित थे, वहीं नपाध्यक्ष प्रतिनिधि रायसिंह मेवाड़ा, गल्ला मंडी व्यापारी संघ अध्यक्ष रूपेश राठौर,

पार्षद रवि शर्मा, सुभाष नामदेव, अनिल श्रीवास्तव विशेष अतिथि के रूप में मंचासीन थे। कार्यक्रम में सर्वप्रथम अतिथियों व समाज के वरिष्ठजनों द्वारा भगवान महेश के चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर माल्यार्पण व आरती की गई। तत्पश्चात् समाज की प्रतिभाओं का प्रतिक चिन्ह भेंटकर अतिथियों द्वारा सम्मान एवं समाज की पत्रिका का विमोचन किया गया। मुख्य अतिथि विधायक गोपालसिंह इंजीनियर ने महेश नवमी की समाजजनों को बधाई देते हुए कहा कि

समाज के गौरवशाली मेघावी छात्रों की महाविद्यालय की फीस माफ हो इस हेतु प्रयास किया जाएगा। समाज के प्रतिभावान बच्चों को सम्मान के रूप में आज अपने परिश्रम का इनाम मिल रहा है, पर जो बच्चे आज यहां जगह नहीं बना पाये हैं उन्हें इनसे सीखने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि चुनौती कोई भी हो, प्रयास से उसे दूर किया जा सकता है। यह कार्यक्रम इसी बात का प्रमाण है। सफलता का रूप अलग-अलग होता है, अपने अंदर की प्रतिभा को जगाएं और लक्ष्य निर्धारित कर आगे बढ़ें। भगवान महेश की जयंती मनाने के अवसर से समाज में एक नई चेतना का संचार तो होता ही है,

वहीं संपूर्ण समाज एकजुटता के साथ भगवान की आराधना करते है यह दृश्य अपने आपमें ही अनूठा बन जाता है। कार्यक्रम के विशेष अतिथि रायसिंह मेवाड़ा ने उपस्थितजनों को महेश जयंती की बधाई देते हुए कहा कि शिक्षा के बगैर मानव में संस्कार डालना टेड़ी खीर है इसलिए संस्कारवान समाज के लिए शिक्षा आवश्यक है। जब तक शिक्षा का स्तर अच्छा नहीं होगा। किसी समाज का स्तर सुधर नहीं सकता। प्रतिभावान छात्रों को सम्मान मिलना चाहिए। इससे उनमें उत्साह व लगन बढ़ती है। प्रतिभा उभर कर सामने आती हैं।

दतिया का विकास तभी संभव होगा जब मानव की सोच में बदलाव आएगा। हमें हर बच्चे को संस्कारवान बनाना है। उन्होंने कहा कि स्वयं को भूखा रखकर दूसरे को खाना खिलाना हमारी संस्कृति और संस्कार है। इस अवसर पर समाज के समाज अध्यक्ष मनीष धारवां, युवा अध्यक्ष तरूण नागौरी, महिला अध्यक्ष कल्पना बाहेती, समाज के वरिष्ठ महेन्द्र मूंदड़ा, प्रकाश मूंदड़ा, लोकेन्द्र धारवां, ललित नागौरी, संतोष झंवर, बाबूलाल आर्य, राजमल धारवां सहित बड़ी संख्या में समाजजन मौजूद थे।

updatenews247.com धंनजय जाट सीहोर 7746898041– राज्य शासन के निर्णयानुसार मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी द्वारा अब उपभोक्ताओं को एक ही परिसर में पृथक-पृथक रहने पर एक से अधिक बिजली कनेक्शन प्रदान करने की सुविधा कुछ शर्तों के आधार पर कराई जा रही है। कंपनी ने कहा है कि ऐसे आवेदक जो एक ही परिसर में निवास कर रहे हैं लेकिन अलग-अलग रहते हैं, तो उनके द्वारा अलग बिजली कनेक्शन का आवेदन करने पर उन्हें नवीन कनेक्शन प्रदान किया जाएगा।

गौरतलब है कि ऊर्जा मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने विगत दिवस समीक्षा बैठक में इस संबंध में कार्यवाही के निर्देश दिये थे। कंपनी ने कहा है की मूल विद्युत कनेक्शन के अधीन परिवार के द्वारा पृथक कनेक्शन चाहे जाने पर मूल कनेक्शन परिवार के मुखिया के नाम करवाने हेतु यथा आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। हालांकि इन शर्तों को ध्यान में रखते हुए कंपनी ने एक ही परिसर में पृथक स्वतंत्र घरेलू कनेक्शन दिए जाने में आ रही कठिनाई के निराकरण हेतु सभी क्षेत्रीय मुख्यालयों यथा भोपाल, ग्वालियर, इंदौर, उज्जैन,

सागर, जबलपुर, शहडोल एवं रीवा में पायलट प्रोजेक्ट के अंतर्गत यह सुविधा उपलब्ध कराई गई है। इसके अंतर्गत एक ही परिसर में निवासरत पृथक-पृथक परिवारों को कुछ शर्तों के साथ स्वतंत्र घरेलू कनेक्शन दिए जाने के निर्देश जारी किए हैं। ऊर्जा विभाग ने निर्णय लिया है कि ऐसे आवेदक जहां मूल परिसर पर विद्युत चोरी के प्रकरण लंबित है, ऐसे आवेदनों पर कार्यवाही नहीं की जायेगी। प्राप्त आवेदनों में मूल परिसर पर बकाया राशि होने की स्थिति में मूल परिसर पर बकाया राशि का भुगतान समानुपातिक रूप से किया जाएगा। उदाहरण स्वरूप,

मूल कनेक्शन पर यदि बकाया राशि 30 हजार रुपए है तो वहां एक पृथक कनेक्शन लिया जा रहा है तो वहां समानुपातिक रूप से बकाया राशि में से 15 हजार एवं यदि दो पृथक कनेक्शन लिए जा रहे हैं तो बकाया राशि में से 10 हजार रुपये जमा कराकर कनेक्शन दिया जा सकता है। मूल परिसर पर राज्य शासन के निर्णय अनुसार 31 अगस्त 2023 की स्थिति में आस्थगित बकाया राशि वाले आवेदनों पर, उक्तानुसार आस्थगित राशि पर ध्यान दिए बिना, उक्त योजनांतर्गत कनेक्शन प्रदान करने की कार्यवाही की जाये। आस्थगित राशि के निराकरण के संबंध में राज्य शासन द्वारा पृथक से निर्णय लिया जाएगा।

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