updatenews247.com धंनजय जाट सीहोर 7746898041 मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी द्वारा सीहोर क्षेत्र के बिजली उपभोक्ताओं की विद्युत संबंधी शिकायतों के शीघ्र निराकरण के लिए वृत्त कार्यालय सीहोर में 28 दिसम्बर को विद्युत उपभोक्ता शिकायत निवारण फोरम की जनसुनवाई का आयोजन किया जाएगा। विद्युत उपभोक्ता शिकायत निवारण फोरम द्वारा इस जनसुनवाई में सीहोर वृत्त अंतर्गत आने वाले विद्युत उपभोक्ताओं की विद्युत अधिनियम-2003 की धारा 126, 135 तथा 138 को छोड़कर शेष शिकायतें जैसे विद्युत बिल से संबंधित,

मीटर से संबंधित, नवीन कनेक्शन में विलंब, विद्युत आपूर्ति में व्यवधान, वोल्टेज से संबंधित, लोड शेडिंग,अधिसूचित विद्युत कटौती, सुरक्षा निधि पर ब्याज अदायगी इत्यादि शिकायतों की सुनवाई की जाएगी तथा शिकायतों का त्वरित निराकरण भी किया जाएगा। कंपनी ने बिजली उपभोक्ताओं से अपील की है कि दशहरा वाला बाग, मंत्री पेट्रोल पम्प के पास, इंदौर नाका स्थित वृत्त कार्यालय सीहोर में 28 दिसम्बर को प्रात: 11 बजे से दोपहर 1:30 तक आयोजित होने वाली इस जनसुनवाई के माध्यम से बिजली उपभोक्ता अपनी विद्युत संबंधी शिकायतों का निराकरण कराने के लिए वृत्त कार्यालय सीहोर में प्रात: 11 बजे के पूर्व अपना रजिस्ट्रेशन कराना सुनिश्चित करें।

updatenews247.com धंनजय जाट सीहोर 7746898041- श्रीयोगवेदांत सेवा समिति द्वारा प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी गणेश मंदिर स्थित आश्रम में श्रद्धालुओं को तुलसी की महीमा बताई गई। श्रद्धालु भक्तजनों को तुलसी के पौधे देकर संस्कृति की रक्षा का संकल्प दिलाया। तुलसी पूजन दिवस सोमवार को मनाया गया। सद साहित्य का वितरण किया गया। विदेश त्यौहारों से दूर रहने और भारतीय सनातन पारंपाराओं से जुडे रहने पर बल दिया गया।

आश्रम व्यवस्थापक वरिष्ठ साधक संतोष यादव ने तुलसी की महिमा के बारे में बताते हुए कहा कि तुलसी सम्पूर्ण धरा के लिए वरदान है, अत्यंत उपयोगी औषधि है, मात्र इतना ही नहीं, यह तो मानव जीवन के लिए अमृत है। यह केवल शरीर स्वास्थ्य की दृष्टि से ही नहीं, अपितु धार्मिक, आध्यात्मिक, पर्यावरणीय एवं वैज्ञानिक आदि विभिन्न दृष्टियों से भी बहुत महत्त्वपूर्ण है। श्रद्धालुओं के मध्य श्री यादव ने आगे कहा की एक ओर जहाँ चरक संहिता, सुश्रुत संहिता जैसे आयुर्वेद के ग्रंथों, पद्म पुराण, स्कंद पुराण, ब्रह्मवैवर्त –

पुराण आदि पुराणों तथा उपनिषदों एवं वेदों में भी तुलसी की महत्ता, उपयोगता बतायी गयी है, वहीं दूसरी ओर युनानी, होमियोपैथी एवं एलोपैथी चिकित्सा पद्धति में भी तुलसी एक महत्त्वपूर्ण औषधि मानी गयी है तथा इसकी खूब खूब सराहना की गयी है। विज्ञान ने विभिन्न शोधों के आधार पर माना है कि तुलसी एक बेहतरीन रोगाणुरोधी, तनावरोधी, ददज़् निवारक, मधुमेहरोधी, ज्वरनाशक, कैंसरनाशक, चिंता निवारक,अवसादरोधी, विकिरण रक्षक है।

इस घोर नैतिक पतन से व्यथित होकर पूज्य संत श्री ने प्रेरणा दी कि तुलसी, पीपल, आँवला, नीम इन लाभकारी वृक्षों के रोपण का अभियान चलाया जाय। प्रतिदिन तुलसी को जल देकर उसकी परिक्रमा करें, तुलसी पत्रों का सेवन करें। प्रतिवषज़् 25 दिसम्बर को तुलसी पूजन दिवस मनायें। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में सीहेार सहित आसपास के ग्रामीण अंचलों के नागरिक गण शामिल रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You missed

error: Content is protected !!