updatenews247.com धंनजय जाट आष्टा 7746898041- सोनी परिवार ने अपनी बेटी की पुण्यतिथि पर मां पार्वती धाम गौशाला की गौ माता को खिलाया गोग्रास श्री सुरेश चंद सोनी कि सुपुत्री स्वर्गीय शिखा सोनी की पुण्यतिथि पर। मां पार्वती धाम गौशाला की गौ माताओ को सुदाना पशु आहार एवं हरि चरी (घास) के पुले गौ माताओ को अपने परिवार के साथ गौशाला पहुंचकर स्वयं अपने हाथों से गौ माता को खिलाएं एवं 200 हरिचरी के पुले की कुल कीमत ₹1000 रुपए। मां पार्वती धाम गौशाला के कोषाध्यक्ष संजय सुराणा को दान स्वरूप प्रदान किए समिति अध्यक्ष नरेंद्र कुशवाहा पूर्व पार्षद ने मृतआत्मा के प्रति श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए सोनी परिवार का आभार व्यक्त किया।
updatenews247.com धंनजय जाट सीहोर 7746898041- आत्मरक्षा प्रशिक्षण जिले के चयनित शालाओं में संचालित करने के निर्देश दिये गये है। आत्मरक्षा प्रशिक्षण से छात्राओं में आत्म विश्वास में वृद्धि करता है। अपितु विपरीत परिस्थितियों में स्वयं की रक्षा करने में समर्थ भी बनाता है। इसी उद्देश्य से समग्र शिक्षा अभियान के अंतर्गत शासकीय माध्यमिक शालाओं बालिकाओं की पढाई के साथ साथ रानी लक्ष्मी बाई आत्मरक्षा प्रशिक्षण दिये
जाने का प्रावधान वार्षिक कार्ययोजना 2023-24 में किया गया है। शासकीय माध्यमिक विद्यालयों में कक्षा-01से 8 की बालिकाओ के लिए आत्मरक्षा प्रशिक्षण की स्वीकृति प्रदान की गई है। जिला परियोजना समन्वयक जिला शिक्षा केन्द्र ने बताया कि वर्ष 2021-22 के यू-डाईस के नामाकंन के आधार पर आत्मरक्षा प्रशिक्षण के लिए शासकीय माध्यमिक शालाओं को चिन्हिांकित किया गया है। जहां दर्ज बालिकाओं की संख्या 25 से अधिक है।
प्रशिक्षक का चयन- प्रशिक्षक के रूप में महिला प्रशिक्षक को चयनित किया जायेगा अगर महिला प्रशिक्षक न मिलने की परिस्थिति में पुरुष प्रशिक्षक का चयन किया जायेगा। प्रशिक्षण के समय एक महिला शिक्षिका की पूर्ण समय उपस्थिति अनिवार्य होगी। प्रशिक्षकों को शाला प्रबंधन समिति द्वारा न्यूनतम एक माह के लिए चयनित किया जा सकेंगा। चयनित प्रशिक्षक की की सूची जिले के पुलिस अधीक्षक कार्यालय की खेल शाखा तथा स्कूल शिक्षा विभाग के खेल अधिकारी से भी संपर्क किया जा सकता है और सूची प्राप्त की जा सकती है।
प्रशिक्षक की योग्यता- प्रशिक्षक की योग्यता एवं समयावधि प्रशिक्षक को सेल्फ डिफेंस सार्टिफिकेशन (कराटे) कोर्स, ब्लेक बेल्ट योग्यताधारी होना चाहिए। प्रशिक्षण समयावधि 03 माह की होगी। विगत वर्षों में जिन प्रिशिक्षको का चयन किया गया था यदि उनका कार्य संतोषप्रद रहा है तो उनके द्वारा आवेदन करने पर चयनित किया जा सकता है। यह ध्यान रखा जाये की प्रत्येक शाला में सप्ताह में 05 दिवस प्रशिक्षण कार्य अनिवार्य रूप से किया जा सके। जिला स्तर पर विज्ञापन के माध्यम से तैयार सूची के प्रशिक्षकों को भी एक पत्र लिखकर शाला प्रबंधन समिति को आवेदन करने के लिए प्रेरित एवं सूचित किया जाएगा।
प्रशिक्षक का चयन शाला प्रबंधन समिति द्वारा किया जाएगा। समिति प्राप्त आवेदनों मे से उपयुक्त प्रशिक्षक का चयन करेगी। चयन के लिए समिति की बैठक में जिला स्तर से डीपीसी, एपीसी जेण्डर उपस्थित रहेंगे ताकि बेहतर योग्यताधिकारी प्रशिक्षक का चयन हो सकें। प्रशिक्षण दिसबंर 2023 से तीन माह में सम्पन्न कराया जाये। आत्मरक्षा प्रशिक्षण न्यूनतम तीन माह का होगा। जिसमें सामान्यतः 100 बालिकाओं को अनिवार्यतः प्रशिक्षित किया जाये। संबंधित स्कूल में प्रत्येक कक्षा की बालिकाओं के लिए आत्मरक्षा प्रशिक्षण का एक पीरीयड होगा जिसमें प्रशिक्षण दिया जाये। प्रशिक्षक को 03 हजार प्रतिमाह के मान से मानदेय प्रदान किया जायेगा।