

updatenews247.com धंनजय जाट आष्टा 7746898041- परम् गुरुभक्त ’’गुसांई जी’’ सदैव हमारे प्रेरक रहेंगे- पूर्व नपाध्यक्ष कैलाश परमार, स्वामी जी द्वारा प्रेषित श्रद्धांजलि पत्रक परिजन को सौपते हुए कहा, दिवंगत समाजसेवी प्रेमनारायण गोस्वामी एक पूर्ण श्रद्धावान पुरुष की जीवंत गाथा थे- स्वामी अवधेशानन्द गिरी जी महाराज। जूना पीठाधीश्वर, सनातन परम्परा के ज्येष्ठ आचार्य महामंडलेश्वर तथा अंतरराष्ट्रीय संस्था प्रभुप्रेमी संघ के संस्थापक स्वामी अवधेशानन्द गिरी जी महाराज की हम आष्टा तथा मालवांचल वासियों पर असीम अनुकम्पा है

हम सभी के लिए उनका वात्सल्य भाव सदैव ही देखने को मिलता है। पूज्य स्वामी जी ने उनके परम भक्त तथा नगर के प्रमुख समाजसेवी स्व. प्रेमनारायण गौस्वामी के देवलोक गमन पर श्रद्धाजंलि पत्रक भेज कर शौकाकुल परिवार को सांत्वना दी। हम सभी पूज्य स्वामी जी के प्रति आस्था और आभार व्यक्त करते हैं। दिवंगत श्री गोस्वामी जी पूज्य गुरुदेव के अत्यंत ही करीबी शिष्य और स्थानीय प्रभुप्रेमी संघ के संरक्षक थे। स्वामी जी उनकी विद्वत्ता, वाक कौशल और धर्मानुराग से काफी प्रभावित थे तथा उन्हें स्नेह से गुसांई जी कह कर संबोधित करते थे।

पूज्य स्वामी अवधेशानन्द गिरी जी महाराज के दिशा निर्देश के अनुरूप हम सभी प्रभुप्रेमी जन स्व. प्रेमनारायण गोस्वामी जी की सक्रियता और गुरुनिष्ठा को आदर्श मान कर धार्मिक और सामाजिक क्रियाकलापों में उनका अनुसरण करते रहेंगे। यह उद्गार प्रभुप्रेमी संघ के संयोजक तथा पूर्व नपाध्यक्ष कैलाश परमार ने प्रखर समाजसेवी स्व. प्रेमनारायण गौस्वामी के देहावसान उपरांत स्थानीय मानस भवन में आयोजित श्रद्धांजलि सभा मे व्यक्त किये। प्रभुप्रेमी संघ के संरक्षक गण मोहन सिंह अजनोदिया, ओंकारसिंह ठाकुर,

जीवन सिंह शोभाखेड़ी, महासचिव प्रदीप प्रगति, मां पार्वती गौशाला के अध्यक्ष नरेंद्र कुशवाह, सेवा निवृत्त टी आई गोपाल सिंह ठाकुर, समाजसेवी नन्नूलाल कासन्या, डॉ मनोहर सेवदा, मनोज सोनी काका, प्रकाश कुशवाह, कमलसिंह टीपाखेड़ी आदि प्रभुप्रेमीजन ने स्व प्रेमनारायण गोस्वामी के पुत्रगण अरविंद गोस्वामी एवं आनन्द गोस्वामी को स्वामी जी द्वारा प्रेषित श्रद्धांजलि पत्रक सौंपा। पत्रक का वाचन वरिष्ठ अभिभाषक रूपसिंह ठाकुर ने किया। सभा मे नगर के अनेक गणमान्य नागरिकों एवं प्रभु प्रेमीजन ने दिवंगत को श्रद्धांजलि अर्पित की।

updatenews247.com धंनजय जाट सीहोर 7746898041- केंद्रीय विद्यालय सीहोर में विद्यार्थी परिषद अलंकरण समारोह का भव्य आयोजन किया गया। यह गरिमामयी कार्यक्रम विद्यालय की प्राचार्या श्रीमती पूजा श्रीवास्तव की अध्यक्षता में संपन्न हुआ।समारोह में नव-निर्वाचित स्कूल कप्तान, स्कूल उप कप्तान, एवं सभी विविध सदनों के कप्तानों को सम्मानपूर्वक बैज एवं शैश पहनाकर उनके दायित्वों का बोध कराया गया। इस अवसर पर संबंधित सदन प्रभारी शिक्षकों द्वारा विद्यार्थियों को बैज पहनाकर उनका उत्साहवर्धन किया गया।

प्राचार्या श्रीमती पूजा श्रीवास्तव ने अपने प्रेरणादायी संबोधन में सभी छात्र नेताओं को उनके कर्तव्यों के प्रति सजग रहने की प्रेरणा दी। उन्होंने विद्यार्थियों को ईमानदारी, नेतृत्व, अनुशासन एवं सहयोग की भावना के साथ कार्य करने की सीख देते हुए हार्दिक शुभकामनाएं एवं बधाई दी। समारोह का उद्देश्य छात्रों में नेतृत्व क्षमता का विकास करना तथा उन्हें उत्तरदायित्व निभाने के लिए प्रेरित करना रहा। कार्यक्रम का समापन विद्यार्थियों के उत्साह, अनुशासन एवं सामूहिक संकल्प के साथ हुआ।

updatenews247.com धंनजय जाट सीहोर 7746898041- कंकर-कंकर शंकर का अर्थ है कि कुबेरेश्वर धाम में हर कंकर को भगवान शिव का रूप मानकर पूजा जाता है, और यह इस धाम की एक अनूठी विशेषता है। सोमवार को भी करीब 20 हजार से अधिक संख्या में श्रद्धालुओं ने धाम पर पहुंचकर भजन-कीर्तन और ध्यान के साथ बाबा का अभिषेक किया। इन दिनों बड़ी संख्या में महाराष्ट्र के श्रद्धालु आ रहे है। जिससे शहर के सीवन घाट से करीब 11 किलोमीटर भक्तिभाव से धाम पर पहुंच रहे है और अभिषेक का क्रम जारी है।

जानकारी के अनुसार सोमवार को भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए, शाम को बाबा की आरती की गई। वहीं सुबह यहां पर अनेक श्रद्धालु कांवड लेकर पहुंचे, कांवड़ का महत्व सदियों पूर्व का है। कांवड़ यात्रा सिर्फ यात्रा नहीं भक्तों के असीम धैर्य, प्रेम व लगन का संगम है। जहां-जहां कांवड़िए दिखाई देते हैं ऐसा लगता है भक्ति वहां स्वयं प्रकट हो गई। धाम पर हर तरफ भक्ति, यात्रा, पूजन, कीर्तन- विठलेश सेवा समिति के मीडिया प्रभारी मनोज दीक्षित मामा ने बताया कि 12 ज्योर्तिलिंग के मध्य में प्रसिद्ध कुबेरेश्वरधाम करोड़ों श्रद्धालुओं का केन्द्र है। यहां पर अंतर्राष्ट्रीय कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा के मार्गदर्शन में आने वाले श्रद्धालुओं ने

निशुल्क भोजन प्रसादी की व्यवस्था की जाती है। यहां पर आने वाले हजारों की संख्या में श्रद्धालु धाम पर कंकर-कंकर में शंकर की पूजा अर्चना करते है। भगवान शिव वैसे तो हमेशा ही अपने भोलेपन में खुश होकर भक्तों को वरदान देते रहे हैं भक्तों की भावनाओं को, उनके द्वारा किये अभिषेक को वे सहर्ष स्वीकार करते हैं। ऐसी भक्तों की आस्था है, वैदिक धर्म को मानने वाले ईश्वर के जन्मोत्सव, विवाह आदि को भी अपनी रुचि के अनुसार मनाकर उस ईश्वर के सामीप्य को महसूस कर स्वयं को आनन्दित करते हैं। भक्ति, यात्रा, पूजन, कीर्तन आदि उनके दैनिक जीवन के अंग हैं।

updatenews247.com धंनजय जाट सीहोर 7746898041- शहर के चर्च मैदान पर जिला फुटबाल एसोसिएशन के तत्वाधान में खेली जा रही इंटर स्कूल फुटबाल प्रतियोगिता के फाइनल में दो टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए फाइनल में स्थान पक्का किया। इसमें आरएसआई-केन्द्रीय विद्यालय शामिल है। इस मौके पर एसोसिएशन के सचिव मनोज कन्नोजिया आदि ने दोनों ही टीम के खिलाड़ियों को बधाई दी। एसोसिएशन के मीडिया प्रभारी प्रियांशु दीक्षित ने बताया कि इंटर स्कूल प्रतियोगिता के दो सेमीफाइनल मैच खेले गए थे,

इसमें पहला मैच केन्द्रीय विद्यालय और सेंट एनिस के मध्य खेला गया। इसमें केन्द्रीय विद्यालय ने सेंट एनिस को 1-0 से हराया। इस मैच में एक मात्र गोल रोहन ने केन्द्रीय विद्यालय की ओर से किया। इसके अलावा दूसरा सेमीफाइनल मैच आरएसआई और लुर्द माता के मध्य खेला गया। इसमें आरएसआई की टीम कांटे की टक्कर में 1-0 से विजय रही। इस मैच में केन्द्रीय विद्यालय की टीम ने पहले ही हाफ में गोल कर बढ़त बना ली थी। केन्द्रीय विद्यालय की ओर से एक गोल रोहन ने किया।
