

updatenews247.com धंनजय जाट आष्टा 7746898041- ब्राह्मणों व यज्ञोपवीत द्विजों का महापर्व श्रावणी प्रतिवर्षानुसार शनिवार को नगर के प्राचीन शंकर मंदिर एवं माँ पार्वती तट पर नगरपुरोहित पं. मनीष पाठक के आचार्यत्व में विधि-विधान से सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत प्रायश्चित संकल्प के साथ हुई, जिसमें पंचगव्य ग्रहण कर पवित्र कुश एवं आडिझाड़े से स्नान के पश्चात द्विजजनों ने यज्ञोपवीत संस्कार किया। पं. पाठक ने बताया कि जिनका यज्ञोपवीत संस्कार हो चुका है, वे इस दिन पुराना यज्ञोपवीत उतारकर नया धारण करते हैं, जिसे व्यक्ति का “दूसरा जन्म” माना जाता है। श्रावणी पर्व पर विप्र व द्विजजनों ने संकल्प, संस्कार और स्वाध्याय के साथ यज्ञोपवीत कार्य सम्पन्न किया।

इस अवसर पर सभी ब्राह्मणों ने कुंभ में महामंडलेश्वर की उपाधि प्राप्त करने पर अन्नपूर्णा आश्रम के पीठाधीश्वर दीपक दास त्यागी जी का सम्मान किया। नगर पालिका अध्यक्ष प्रतिनिधि राय सिंह मेवाड़ा, पार्षद रवि शर्मा एवं मित्र मंडल ने आचार्य सहित सभी ब्राह्मणों का अभिनंदन किया। देवऋषियों को दी आहुति- स्नान, तर्पण के बाद ऋषि पूजन, सूर्य उपासना एवं यज्ञोपवीत पूजन किया गया। नवीन यज्ञोपवीत धारण कर आत्मसंयम का संकल्प लिया गया। विप्र एवं द्विजजनों ने स्वाध्याय कर आहुतियां अर्पित करते हुए सप्तऋषियों को नमन किया। इसके पश्चात एक-दूसरे को यज्ञोपवीत समर्पित कर वरिष्ठजनों से आशीर्वाद प्राप्त किया। यह रहे उपस्थित- महामंडलेश्वर दीपक दास त्यागी महाराज (अन्नपूर्णा आश्रम), पं. प्रेमनारायण शर्मा, पं. हरिनारायण शर्मा, पं. दामोदर शर्मा,

राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त पं. संतोष शर्मा, पं. कांतिलाल जोशी, पं. मुकेश पाठक, पं. सतीश पंडिया, ब्राह्मण समाज अध्यक्ष पार्षद पं. रवि शर्मा नगर अध्यक्ष सेवा संघ निर्मल वैष्णव, डॉ. दीपेश पाठक, पं. महेंद्र पाठक, पं. उदय श्रोत्रीय, अखंड , पं. सुनील शर्मा शास्त्री, पं. सुधीर जोशी, पं. संतोष जोशी, पं. ओमप्रकाश शर्मा, पं. पुरुषोत्तम शर्मा, साहित्यकार पं. सुदर्शन व्यास, महंत मनोहर दास बैरागी, पं. प्रियांक पाठक, पं. शैलेन्द्र शर्मा, महंत संतोष वैष्णव, शंकर मंदिर महंत राजगीर गिरी, शैलेन्द्र गिरी, गणेश मंदिर महंत विष्णुदास, पं. उज्जवल पंड्या, पं. चेतन पंड्या, संतोष वैष्णव, अरमिंदम पाठक, पं. ध्रुव शर्मा, पं. पार्थ पाठक, यज्ञ पाठक, त्रयांश पाठक, दिनेश बैरागी, वेदांत वैष्णव, अभिषेक बैरागी, संजय वर्मा आदि सहित बड़ी संख्या में विप्रगण मौजूद रहे।

updatenews247.com धंनजय जाट आष्टा 7746898041- रक्षाबंधन के पूर्व से लेकर रक्षासूत्र बांधने तक बाजारों में जहां बड़ी तादाद में भीड़ दिखाई दी, वहीं इस पर्व के चलते बहनों में उत्साह भी नजर आया। सड़कों पर बिना सवारी के खाली दौड़ती बसे भी सवारी से लदालद होकर अपनी तीव्रता के साथ सड़क पर दौड़ती नजर आई। आज रक्षाबंधन का पावन पर्व देशभर में मनाया जा रहा है। यह त्यौहार भाई-बहन के अटूट प्रेम, स्नेह, विश्वास और सुरक्षा का प्रतीक है।

हिंदू धर्म में इस त्योहार का विशेष महत्व होता है और यह हर वर्ष श्रावण माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है। इस वर्ष रक्षाबंधन पर भद्राकाल का सांया नही होने से राखी बांधने के लिए पूरे 7 घंटे और 37 मिनट का समय मिला और बहनों ने भाइयों की कलाई में रक्षा सूत्र बांधकर उनकी दीर्घायु की कामना की। भाइयों ने भी बहनों को विभिन्न तरह के उपहार दिए। छोटे बच्चों से लेकर बड़ों में इस पर्व के चलते काफी उत्साह देखने को मिला।

updatenews247.com धंनजय जाट आष्टा 7746898041- अपने घर का सपना हर कोई देखता है, लेकिन इसे साकार करना इतना आसान नही होता। आपके इस सपने को साकार करने के लिए केन्द्र सरकार द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी 2.0 के तहत अब ब्याज सब्सिडी योजना प्रारंभ की गई है, जिसके माध्यम से पात्र हितग्राही आवास क्रय या निर्माण करने के लिए गृह ऋण पर अधिकतम 1 लाख 80 हजार रूपये तक की ब्याज सब्सिडी प्राप्त कर सकते है। नवागत मुख्य नगरपालिका अधिकारी विनोदकुमार प्रजापति ने

जानकारी देते हुए बताया कि अपने सपनों का घर बनाना एक महंगा काम है। इस सपने को साकार करने व हर गरीब को अपने सपनों का घर आसानी से मिल सकें, इसके लिए केन्द्र सरकार द्वारा ब्याज सब्सिडी योजना की शुरूआत की है। अब प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी पीएमएवाई-2.0 की ब्याज सब्सिडी योजना आईएसएस के साथ होम लोन चुकाने के लिए आसानी से होम लोन सब्सिडी का लाभ उठा सकते हैं। सीएमओ श्री प्रजापति ने बताया कि सोमवार 11 अगस्त से नगर में मौजूद सभी बैंकों से समन्वय स्थापित कर शिविर आयोजित कर नगरवासियों को

इस योजना का लाभ दिलाने हेतु निकाय स्तर पर प्रयास किए जाएंगे। मुख्य नगरपालिका अधिकारी विनोदकुमार प्रजापति ने योजना की विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि ऐसे परिवार जिनकी अधिकतम वार्षिक आय 9 लाख तक हो वह पात्रता की श्रेणी में आएंगे। वहीं गृह ऋण की अधिकतम राशि 25 लाख रूपये निर्धारित की गई है तथा आवास का अधिकतम मूल्य 35 लाख तक है। बनने वाले आवास का अधिकतम क्षैत्रफल 120 वर्गमीटर रहेगा, वहीं ब्याज सब्सिडी 4 प्रतिशत प्रतिवर्ष के हिसाब से शासन द्वारा निर्धारित की गई है जो 1 लाख 80 हजार रूपये रहेगी।


