धंनजय जाट आष्टा नगर में स्थित ‘दिल्ली वर्ल्ड पब्लिक स्कूल’ में 2 से 5 वर्ष के बच्चों की शिक्षा प्रारंभ कराने के पूर्व विद्यारंभ संस्कार किया गया।
भारतीय संस्कृति में विद्यारंभ संस्कार 16 संस्कारों में से एक है। बच्चों के विद्या प्रारंभ करने से पूर्व इस संस्कार का अपना महत्व है।
इसी भारतीय परंपरा को ध्यान में रखते हुए ‘दिल्ली वर्ल्ड पब्लिक स्कूल’ आष्टा के संचालक श्री सैय्यद परवेज़ अली, श्रीमती पायल अली , श्री बहादुर सिंह ठाकुर, श्री ज्ञानसिंह ठाकुर , प्राचार्या श्रीमती सुनैना शर्मा व विद्यालय परिवार द्वारा विद्यारंभ संस्कार का आयोजन किया गया। सर्वप्रथम इस आयोजन में छात्रों के द्वारा वैदिक मंत्रोच्चारण करके कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया । वैदिक परंपरा के अनुसार ज्ञान की देवी माँ सरस्वती एवं श्री गणेश जी का पूजन किया गया।
तत्पश्चात् कार्यक्रम में पधारे अतिथियों ,पालकों का कक्षा तीसरी, चौथी और पांचवी के बच्चों द्वारा स्वागत गीत गाकर स्वागत किया गया l इसी क्रम में कक्षा चौथी और पांचवी की छात्राओं द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुति देने के पश्चात् बच्चों का विद्यारंभ संस्कार प्रारंभ किया गया। इस संस्कार में लगभग 70 बच्चे शामिल हुए जिसमें अत्यंत उत्साह के साथ पालकों ने अपने नौनिहालों को विद्यार्जन पूजन में सम्मिलित किया।
वैदिक मंत्रों के साथ हवन के पश्चात् आरती हुई और पुष्पांजलि के साथ पूजन संपन्न हुआ । इसी क्रम में विद्यालय की प्राचार्या श्रीमती सुनैना शर्मा ने शिक्षा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए सभी विद्यार्थियों को शिक्षा की ओर प्रेरित किया।उन्होंने इस कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु पधारे अतिथियों एवं छात्र-छात्राओं व विद्यालय परिवार के सदस्यों को धन्यवाद दिया। अंत में प्रसाद वितरण के साथ कार्यक्रम की समाप्ति हुई ।