
updatenews247.com धंनजय जाट आष्टा 7746898041- श्वेतांबर जैन पर्यूषण का समापन संवत्सरी महापर्व के साथ होता है, जिसे जैन धर्म में सबसे महत्वपूर्ण दिन माना जाता है। आज समाजजनों द्वारा किला स्थित गिरनार तीर्थ से सिद्धीतप के तपस्वियों का वरघोड़ा प्रारंभ किया जो बड़ा बाजार, सिकंदर बाजार, गंल मंदिर, सुभाष चौक, दादावाड़ी होता हुआ मानस भवन पहुंचा जहां तपस्वियों का बहुमान, पारणा, स्वामीवात्सल्य, सामूहिक क्षमापना के साथ संपन्न हुआ। पर्यूषण महापर्व, जैन धर्म का वह पवित्र स्तंभ है,

जो हर वर्ष अपने अनुयायियों को आत्म-शुद्धि और आध्यात्मिक उत्थान की ओर प्रेरित करता है। यह केवल एक त्यौहार नहीं, बल्कि आत्म-निरीक्षण, तपस्या और क्षमा का एक गहन अभियान है, जिसका उद्देश्य आत्मा को सांसारिक बंधनों से मुक्त कर उसे अपनी वास्तविक प्रकृति के करीब लाना है। सिद्धीतप के तपस्वियों का वरघोड़ा दादावाड़ी से कॉलोनी चौराहा पहुंचा, जहां नपाध्यक्ष प्रतिनिधि रायसिंह मेवाड़ा द्वारा वरघोड़ा में शामिल जैन मुनियों, सिद्धीतप की कठीन तपस्या करने वाले श्रद्धालुओं, समाज के वरिष्ठजनों का बहुमान किया।

इस अवसवर पर नपाध्यक्ष प्रतिनिधि रायसिंह मेवाड़ा ने वरघोड़ा में शामिल जैन समाज के लोगों को मिच्छामी दुक्कड़म कहते हुए क्षमायाचना की और सभी तपस्वियों को तपस्या पूर्ण करने पर शुभकामनाएं दी। श्री मेवाड़ा ने कहा कि आज पर्यूषण पर्व का समापन है, जिसे पर्वों का राजा कहा जाता है। आप सभी के लिए यह आत्म-शुद्धि, आत्म-नियंत्रण और आत्मा के कल्याण का महापर्व है। इन आठ दिनों की साधना ये आप सभी को इंद्रियों और इच्छाओं पर नियंत्रण रखना सिखाया है और धर्मग्रंथों के अध्ययन के माध्यम से ज्ञान का प्रकाश फैलाया है।

मैं कामना करता हूं कि हम सभी पर्यूषण पर्व से प्राप्त ऊर्जा को अपने जीवन में धारण करें और अहिंसा, मैत्री तथा करुणा का पालन करते हुए अपने जीवन को सार्थक बनाएं। आप सभी को क्षमावाणी की हार्दिक शुभकामनाएं। इस अवसर पर मोहनबाबू शर्मा, जनपद अध्यक्ष प्रतिनिधि सोनू गुणवान, व्यापार महासंघ अध्यक्ष रूपेश राठौर, पार्षद रवि शर्मा, तेजसिंह राठौर, तारा कटारिया, सुभाष नामदेव, हिउस अध्यक्ष कालू भट्ट, यश छाजेड़, आनंद गोस्वामी, कैलाश शर्मा, दिनेश पाटीदार आदि मौजूद थे।

*मेंष:-* लाभ की स्तिथि मजबूत होगा।शत्रु परास्त होंगे।नौकरी पेशा से जुड़े लोग सफल होंगे।मित्र सुख प्राप्त होगा।पर घर की चिंता बन सकती है।
उपाय:-बरगद के वृक्ष पर कच्चा सूत्र अर्पण करें
*वृष:-* सेवारत कर्मचारी वर्ग को पदोउन्नति, विधा अध्ययन में सफलता,विशेष कार्य मे सफलता प्राप्त होगी।सन्तान पक्ष की तरक्की सम्भव है ।ह्रदय पीड़ा बन सकती है सावधान रहें।
उपाय:-मेहंदी देवी को अर्पण करें

*मिथुन:-* शारिरिक स्तिथि ठीक,भाई-बहनों की की विशेष उन्नति होगी।गृह सुख में वृद्धि होगी।कानूनी सफलता व अचानक धन लाभ बन सकता है।यात्रा में हानि हो सकती है।
उपाय:-काले उड़द भगवान शिव को अर्पण करें
*कर्क:-* आज विशेष कार्यो में हानि होगी।सहयोग में कमी ,यात्रा में परेशानी,मेहनत अधिक, स्थानन्तरण से कष्ट व व्यय अधिक रहेंगे।धर्म मे कम आस्था होगी।
उपाय:कर्पूर मिश्रित जल भगवान शिव को अर्पण करें

*सिंह:-* बुरे कार्य से धन लाभ होगा।स्त्री पक्ष से विशेष लाभ में वृद्धि बनेगी।व्यापारिक कार्यो में उन्नति बनेगी।सुविधाओं में बढ़ोतरी होगी।कृषि व्यापार से लाभ होगा।
उपाय:-श्रीफल माता के मंदिर में अर्पण करें
*कन्या:-* व्यापारिक जगत से लाभ होगा।कार्य मे सिद्धि प्राप्त होंगी।आर्थिक स्तिथि मजबूती बनेगी।भूमि वाहन लाभ सम्भव है।विधा स्थान में विशेष सफलता प्राप्त होंगी।राजदंड का भय ही सकता है।
उपाय:-मिश्री श्री विष्णु को अर्पण करे

*तुला:-* स्वास्थ की स्तिथि मध्यम होंगी।शत्रु पक्ष का विनाश होगा।धन लाभ,स्थानन्तरण से विशेष लाभ,सम्मान की प्राप्ति होंगी।पत्नी से कुछ अनबन हो सकती है।
उपाय:-चंद्रमा को दूध से अर्ध्य दे
*वृश्चिक:-* आर्थिक घाटा, वाहन से नुकसान,चोट-चपेट या दुर्घटना की संभावना स्वास्थ की चिंता हो सकती है।राजनैतिक कार्यो में सफलता बन सकती है।
उपाय:-चंदन भगवान शिव पर अर्पण करें

*धनु:-* पारिवारिक स्तिथि सुखद होंगी।राज्य पक्ष से लाभ बनेगा।लंबी यात्रा से धन लाभ होगा।भाई पक्ष से सहयोग मिलेगा।अधूरे कार्य पूर्ण होंगे।
उपाय:-लाल बिंदिया छोटी कन्या को दे
*मकर:-* परिवार के लोगो की आय में बढ़ोतरी होगी।राज्य से सम्मान प्राप्ति, धार्मिक कार्यो की सम्पन्नता होंगी।राजनीति में कोई नया दायित्व मिलेगा।बहन पक्ष से लाभ होगा।
उपाय:-बेलपत्र माता दुर्गा को अर्पण करें

*कुम्भ:-* सुखद समाचार मिलेगा।भूमि भवन के विवाद हल होंगे।तीर्थ यात्रा का योग बन सकता है।विशेष कार्यो पर ध व्यय होगा।निकट सम्बन्धी का वियोग बन सकता है।
उपाय:-देवी मंदिर में लाल चुनरी अर्पण करें
*मीन:-* लाभ के साधनों में कमी,स्त्री पक्ष से अनबन,मित्रो से विवाद बन सकता है।घर व कार्यक्षेत्र में कलह बड़ सकता है।पिता के स्वास्थ की चिंता रहेगी।नेत्रों का ध्यान रखें।
उपाय:सिंदूर से भैरव की पूजन करें

*पं. डॉ दीपेश पाठक*
*ज्योतिर्विद ,भगवताचार्य एवं* *शिक्षाविद मोटिवेटर*
*एम.ए(ज्योतिष,संस्कृत),एमकॉम*
*(लेखाशास्त्र),एमफिल,पीएचडी,*
*एमपीसेट,पीजीडीसीए,* *टीसीएस एकाउंटिंग,*
*श्रीजगदीश्वर धाम राधाकृष्ण* *मंदिर, समस्त नगरपुरोहित परिवार आष्टा,जिला* *सीहोर म.प्र*
*9827598979,9406533539* नोट: यह राशिफ़ल दैनिक ग्रहदशा के आधार पर है।आपकी कुंडली के ग्रहों के आधार पर आपके जीवन में घटित हो रही घटनाओं में कुछ भिन्नता हो सकती है। कुंडली का विश्लेषण करवा कर आप उसका हल निकला सकते है।*
