
updatenews247.com धंनजय जाट सीहोर 7746898041- बीते कुछ सालों में चूल्हा-चौका तक सीमित रहने वाली ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाए अब घर की चार दीवारी से बाहर निकल कर न केवल परिवार की आर्थिक स्थिति सुदृढ़ करने में योगदान रे रही हैं, बल्कि आत्म निर्भर और स्वावलम्बी बन रहीं हैं। अब वे घर-परिवार और अपने फैसले खुद ले रहीं हैं। समाज में अपनी एक अलग पहचान भी बना रही हैं। जिले की महिलाओं को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने में स्व-सहायता समूह महत्वपूर्ण रोल अदा कर रहे हैं।

सीहोर के इछावर विकासखण्ड के बिछौली गावं की संगीता मालवीय एक ऐसी सफल महिला है, जिसने स्व-सहायता समूह से जुड़कर आपने काम की शुरूआत की और आज वह एक फार्मर प्रोड्यूशर कंपनी की डारेक्टर है। इस फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी का का टर्न और 05 करोड़ 83 लाख रूपए है और उनके समूह ने बीते 10 महिनों 12 लाख रूपए की आय आर्जित की है। श्रीमती संगीता मालवीय ने न केवल अपनी एक अलग पहचान बनाई है, बल्कि अन्य महिलाओं के लिए प्रेरणा स्त्रोत बन गई है। मां गौरी आजीविका स्वसहायता समूह की

श्रीमती संगीता मालवीय बताती हैं कि मैने 25 रूपये की बचत के साथ समूह से जुड़कर ऋण लेकर काम शुरू किया था। मेरी सक्रियता को देखते हुए मुझे ग्राम संगठन में चुना गया। मैने समूह से 06 हजार रूपये का ऋण लेकर औषधीय खेती प्रारंभ की। इससे मेरे परिवार की आर्थिक स्थिति बेहतर होने लगी। अब मेरी आमदनी 01 लाख 20 हजार सालाना हो गई है। इसके साथ ही मैं यहां की फॉर्मल प्रोड्यूसर कंपनी की डायरेक्टर भी बन गई हूं । स्व सहायता समूह के माध्यम से मेरी अपनी एक पहचान बन गई है। श्रीमती संगीता मालवीय अपनी इस सफलता के बारे में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी से मिलकर उन्हें बता चुकी हैं।

संगीता बतातीं हैं कि उनके समूह द्वारा बनाई गई फॉर्मल प्रोड्यूसर कंपनी में 2000 से अधिक किसान जुड़े है। कंपनी द्वारा बीज और गेहूं सोयाबीन, मक्का, खरीदी का काम किया जाता है। कंपनी का अभी तक का टर्नओवर 5 करोड़ 83 लाख तक पहुंच गया है। इसके साथ ही स्वसहायता समूह की इस साल अभी तक 12 लाख से भी अधिक आय हुई है। श्रीमती संगीता ने बताया कि हमारे समूह से दो हजार से अधिक महिलाएं जुड़ी हैं। इनमें से 1200 दीदिया लखपति बन चुकी हैं। श्रीमती संगीता बताती हैं कि मैंने सरकार की

ड्रोन दीदी योजना अंतर्गत प्रशिक्षण भी प्राप्त किया है और अब ड्रोन उड़ाने का कार्य भी कर रही हूं। उन्होंने बताया कि उनके स्व-सहायता समूह की महिलाएं फसलों के उपार्जन का काम कर रही हैं। उन्होंने बताया कि विगत 07 वर्षों के सफर में स्वयं की आर्थिक स्थिती मजबूत बनाने के साथ ही सैकड़ों महिलाओं के जीवन में परिवर्तन लाने का प्रयत्न किया और उन्हें विभिन्न गतिविधियों से जोड़ते हुए आज लखपति दीदी की श्रेणी में ला कर खड़ा किया है। सीहोर जिले की श्रीमती संगीता मालवीय महिला सशक्तिकरण की एक मिशाल हैं।

updatenews247.com धंनजय जाट सीहोर 7746898041- मजबूत इरादा हो और कुछ करने की प्रबल इच्छा शक्ति हो तो मुश्किल राह भी आसान हो जाती है। इस बात को सीहोर जिले की श्रीमती सीमा मेवाड़ा ने साबित करके दिखाया है। सीहोर जिले के छोटे से गांव रामखेड़ी में रहने वाली सीमा मेवाड़ा कभी खुद को सिर्फ एक गृहिणी मानती थीं। दिनभर घर के कामकाज में व्यस्त रहना, परिवार की जिम्मेदारियां निभाना यही उनकी दुनियां थी। लेकिन कहीं न कहीं उनके मन में कुछ अपना करने का, अपनी पहचान बनाने का और सबसे बढ़कर, अपने जैसे और लोगों को आगे बढ़ाने का एक सपना पल रहा था।

आज के इस युग में महिलाओं के लिए प्रेरणा बन रहीं सीहोर जिले के ग्राम रामखेड़ी निवासी श्रीमती सीमा मेवाड़ा उन महिलाओं में से एक हैं, जो वास्तव में कुछ कर दिखाने का हुनर रखती हैं। श्रीमती सीमा ने बताया कि मेरा शुरू से ही यह प्रयास था कि मैं स्वयं का व्यवसाय शुरू करू, पर आर्थिक सहायता की कमी के कारण अपने कदम पीछे हटा लेती थी। इसके बाद मुझे पता चला कि मैं स्व सहायता समूह से लोन लेकर अपना स्वयं का व्यवसाय प्रारंभ कर सकती हूं, तो मैने तुरंत इसके लिए आवेदन किया। लोन मिल जाने के बाद शीघ्र ही मैने अपने परिवार की सहायता से अपना नमकीन निर्माण का

कार्य छोटे स्तर से प्रारंभ करते हुए अपने सपनों की पहली ईंट रखी और एक छोटी सी नमकीन बनाने की यूनिट शुरू की। इसके बाद धीरे-धीरे ग्राहकों को हमारे द्वारा बनाया जाने वाला नमकीन पसंद आने लगा तो मैने अपने इस व्यवसाय को और बढ़ाया। सीमा ने बताया कि शुरुआत में काम मुश्किल था। सीमित संसाधन, कम अनुभव, लेकिन हौसला पूरा था। परिवार ने भी उनका साथ दिया। धीरे-धीरे सीमा की मेहनत रंग लाने लगी और ग्राहकों को नमकीन पसंद आने लगा। पहले छोटी दुकानों में नमकीन भेजा, फिर थोक में नमकीन की सप्लाई शुरू की। आज सीमा के वर्कशॉप में मशीनों से नमकीन बनता है, और खास बात यह है कि इस

काम में 9 लोगों को रोजगार भी मिल रहा है। जो महिला कभी घर से बाहर निकलने में हिचकती थी, वह आज दूसरों के सपनों को भी पंख दे रही है। उनकी मासिक आय 20 हजार रुपये तक पहुंच चुकी है, और काम लगातार बढ़ रहा है। सीमा कहती हैं कि अगर महिला ठान ले तो कुछ भी असंभव नहीं है। हम सिर्फ घर संभालने तक सीमित नहीं बल्कि देश की अर्थव्यवस्था संभालने में भी पीछे नहीं हैं। सीमा मेवाड़ा आज अपने गांव की ही नहीं, पूरे जिले की प्रेरणा बन चुकी हैं। उनकी कहानी हमें बताती है कि महिला सशक्तिकरण सिर्फ बड़े शहरों की बात नहीं, गांव की गलियों से भी क्रांति की शुरुआत हो सकती है।

जिला पंचायत सीईओ ने की ग्रामीण विकास विभाग द्वारा संचालित योजनाओं की समीक्षा, सिलाई सेंटर, गौशाला सहित विभिन्न गतिविधियों का किया निरीक्षण, प्रगति कम पाए जाने पर 06 पंचायत सचिवों को कारण बताओ नोटिस जारी करने के दिए निर्देश

updatenews247.com धंनजय जाट सीहोर 7746898041- जिला पंचायत सीईओ डॉ नेहा जैन ने बैठक आयोजित कर आष्टा जनपद के ग्रामीण विकास विभाग द्वारा संचालित योजनाओं की विस्तृत समीक्षा की। बैठक में उन्होंने नल जल योजना, वृक्षारोपण, आवास योजना, मनरेगा, एसबीएम, एनआरएलएम एवं आयुष्मान कार्ड सहित सभी विभागीय योजनाओं की विस्तार से समीक्षा की। उन्होंने अपूर्ण नल-जल योजनाओं के कार्य को समय सीमा में पूर्ण करने के निर्देश दिये।

बैठक में जिला पंचायत सीईओ डॉ नेहा जैन ने पीएम आवास योजना में अच्छा कार्य करने वाली पंचायतों की सराहना की तथा आवास स्वीकृति में प्रगति कम पाए जाने पर ग्राम पंचायत वैजनाथ, चुपाडिया, जीवापुरमहोडिया, कजलासमूंदीखेडी, पगारिया हाट, गुराडिया वर्मा के पंचायत सचिवों को कारण बताओं नोटिस जारी करने के निर्देश दिये। उन्होंनें अपूर्ण गौशाला को समय सीमा पूर्ण करने एवं आचार्य विद्यासागर योजना से जोड़ने के निर्देश दिए। जिला पंचायत सीईओ डॉ नेहा जैन ने जनपद परिसर में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन अंतर्गत संचालित सिलाई सेंटर का

निरीक्षण किया तथा समूह की दीदियों को निरंतर प्रगति के लिए प्रोत्साहित किया। इसके साथ ही उन्होंने ग्राम डोडी में गौशाला का निरीक्षण किया। ग्राम पंचायत खडीहाट में स्वच्छ भारत मिशन एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन अंतर्गत निर्मित संरचना का निरीक्षण किया तथा सरपंच-सचिवों एवं टीम को निरंतर कार्य करने के निर्देश दिए। इस दौरान जनपद सीईओ श्री अमित व्यास, सहायक यंत्री, बीपीओ, एडीईओ, उपयंत्री, स्वास्थ्य विभाग के अमले सहित सरपंच, सचिव, ग्राम रोजगार सहायक एवं अन्य विभागों के अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।

