updatenews247.com धंनजय जाट आष्टा 7746898041- पुलिस अधीक्षक महोदय द्वारा आने वाले त्यौहार को दृष्टिगत रखते हुए चाइनीज मांझे पर कार्यवाही करने हेतु निर्देशित किया गया था इसी क्रम में थाना प्रभारी निरीक्षक गिरीश दुबे व उनकी टीम द्वारा कस्बा भ्रमण के दौरान कस्बे में पतंग व माझा बेचने वालों को चेक किया गया । चेकिंग के दौरान एक दुकानदार प्रतिबंध चाइनीस मांझा बेचता पाया गया जबकि श्रीमान जिला दंडाधिकारी महोदय जिला सीहोर द्वारा

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता 2023 की धारा 163 के तहत चाइनीस मांझा नहीं बेचने हेतु संपूर्ण सीहोर जिले में निषेधाज्ञा आदेश जारी किए गए हैं। जिस पर पुलिस द्वारा दुकानदार से उक्त मांझा विधिवत जप्त कर कब्जा पुलिस लिया एवं जिला दंडाधिकारी के आदेश की अवज्ञा करने पर दुकानदार के विरुद्ध भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता 2023 की धारा 223 के अंतर्गत प्रकरण क्रमांक27/25 आरोपी सोहेल उम्र 19 साल निवासी आष्टा दर्ज कर विवेचना में लिया गया।

updatenews247.com धंनजय जाट सीहोर 7746898041- प्रधानमंत्री एक्सीलेंस कॉलेज में जिला रोजगार कार्यालय (मॉडल कैरियर सेंटर), आई.टी.आई. सीहोर एवं जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र द्वारा युवा संगम रोजगार-स्वरोजगार एवं अप्रेटिंसशिप मेला आयोजित किया गया। नगर पालिका अध्यक्ष श्री प्रिंस राठौर एवं जनपद पंचायत अध्यक्ष श्रीमती नावड़ी बाई ने इस मेले का शुभारंभ किया। उन्होंने स्वरोजगार के लिए चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं के हितग्राहियों को स्वीकृति पत्र प्रदान किए। इस मेले में जिलेभर से बड़ी संख्या में युवक युवतियाँ शामिल हुए।

इस रोजगार मेले में कुल 435 आवेदकों ने ऑनलाइन एवं ऑफलाइन पंजीयन कराया, जिसमें 14 कम्पनियों के द्वारा 126 आवेदकों को लेटर ऑफ इंटेंट पद्रान किए गए। जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र द्वारा स्वरोजगार की विभिन्न योजनाओं के तहत अनेक हितग्राहियों को 59 लाख 64 हजार ऋण स्वीकृति पत्र वितरित किए गए। रोजगार मेला में जिला उद्योग महाप्रबंधक श्री अनुराग वर्मा, जिला रोजगार अधिकारी श्री श्याम कुमार धुर्वे, एलडीएम श्री अरुण शर्मा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे। युवाओं के चेहरे पर दिखाई दी रोजगार की खुशी- प्रधानमंत्री एक्सीलेंस कॉलेज में आयोजित युवा संगम रोजगार-स्वरोजगार एवं अप्रेंटिसशिप मेले में विभिन्न कंपनियों द्वारा

126 पदों पर युवाओं का चयन किया गया। इस मेले में सीहोर निवासी श्री दीपक भारती को रोजगार मिला है। दीपक कहते हैं कि उनका सिलेक्शन व्हीपी इंटरप्राइजेज कंपनी में हुआ है। दीपक कहते हैं कि सरकार ऐसे रोजगार मेलों के माध्यम से हम जैसे युवाओं के लिए सुलभता से रोजगार के अवसर उपलब्ध करा रही है। यह रोजगार मेले हमारे लिए बहुत सहायक है। इसी प्रकार रोजगार मेले में सीहोर निवासी सुश्री अंजली सेन को भी रोजगार मिला है। अंजली कहतीं हैं कि मैं पिछले कई समय से अपने लिए रोजगार ढूंढ रही थी, मुझे आज रोजगार मेले में रोजगार मिला है। सभी युवाओं ने इस रोजगार मेले के आयोजन के लिए प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री एवं जिला प्रशासन को धन्यवाद दिया है।

updatenews247.com धंनजय जाट सीहोर 7746898041- भगवान शिव और राम आदि के नाम जाप से हमें धर्म का लाभ प्राप्त होता है। आज सनातन धर्म के लिए जागरुकता की आवश्यकता है। धर्म, कर्म और हमारा व्यवहार ही हमारे साथ जाता है। हमारी कमाई हुई संपत्ति और धन यहीं रह जाएगा। इसलिए धर्म को धन मानो। क्योंकि जो धर्म को धन मानते हैं उन्हें राम मिलते हैं। उक्त विचार शहर के प्राचीन करोली माता मंदिर में जारी सात दिवसीय संगीतमय शिव महापुराण में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं से कथा वाचक पंडित राहुल कृष्ण आचार्य ने कहे। उन्होंने कहा कि राजा दशरथ जी की आंख और मन केवल धर्म को देखते थे तो उन्हें पुत्र के रूप में प्रभु श्री राम मिले और

रावण धन को धर्म मानता था जिसे राम तो मिले लेकिन काल के रूप में। कथा वाचक पंडित राहुल ने कहा कि राजा दशरथ को उनके पुण्य कर्मों का फल मिला और प्रभु श्री राम के रूप में भगवान नारायण ने उनके यहां जन्म लिया। रावण भी बड़ा प्रतापी था और महान शिव भक्त भी था, लेकिन वह अहंकारी था। रावण को प्रभु श्री राम तो मिले, लेकिन काल के रूप में जो जीते जी प्रभु को नहीं पहचान पाया। धर्म को धन और अच्छे आचरण के साथ जरूरतमंदों की सेवा को अपनी संपत्ति समझो, जिसे जितना हो जमा करो। ईश्वर यही देखता है बाकी उसे आपके वैभव और संपत्ति से कोई लेना-देना नहीं होता। आज से और अभी से अपने खाते को अच्छे कर्मों से भरना शुरू कर दो, तो आपका जीवन धन्य हो जाएगा।

भगवान राम जब लंका पर विजय प्राप्त करके लौट रहे थे तो उन्होंने गंधमादन पर्वत पर विश्राम किया और वहां पर ऋषि मुनियों ने श्रीराम को बताया कि रावण एक ब्राह्मण था। उसका वध करने से उन पर ब्रह्महत्या का दोष लगा है, जो शिवलिंग की स्थापना करके ही दूर हो सकता है। शिवलिंग की स्थापना के लिए भगवान राम ने हनुमानजी से शिवलिंग लाने को कहा। मगर कैलाश पर्वत पर पहुंचकर हनुमानजी को भगवान शिव नजर नहीं आए तो वह वहीं भोलेबाबा के प्रकट होने के लिए तपस्या करने लगे। इधर रामेश्वरम में शिवलिंग की स्थापना का मुहूर्त निकला जा रहा था। भगवान शिव ने प्रकट होकर हनुमानजी को शिवलिंग प्रदान किया लेकिन तब तक माता सीता मुहूर्त निकल जाने के भय से बालू का शिवलिंग स्थापित कर चुकी थीं।

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