updatenews247.com धंनजय जाट आष्टा 7746898041- श्री अखिल भारतवर्षीय साधुमार्गी जैन संघ द्वारा महत्तम महोत्सव के अंतरगत आज स्थानीय इकाई ने आष्टा में जीवदया महोत्सव का आयोजन किया गया। स्थानीय इकाई के श्रावक श्राविकाएं बड़ी संख्या में माँ पार्वती धाम गौशाला पहुचे, नवकार महामंत्र का स्मरण कर आचार्य श्री गुरूदेव के जयकारों के साथ जीवदया महोत्सव का शुभारंभ किया गया । इस अवसर पर संघ के सभी सहयोगी भी उपस्थित रहे । सभी ने सेवा और समर्पण के साथ अपनी उपस्थिति दर्ज कराई एवं सभी लाभार्थी परिवार की तरफ से गौशाला में पशुओं को हरा चारा, गुड़, सब्जियां, पशु आहार खिलाया गया।
आज मनाये गये जीवदया महोत्सव के दौरान श्रेयांस रूनवाल,पवन बोथरा,महेंद्र रूनवाल, सुनील संचेती, मुकेश संचेती, हेमंत सुराणा, सुबाहु संचेती, पंकज डूंगरवाल, विपिन सिंघवी, आगम रूनवाल, मनोज बोथरा, सुरेश रांका,नगीन डूंगरवाल,श्री मति चित्रा बोथरा,श्री मति भावना सुराणा, श्री मति नमिता बोथरा, श्री मति किरण डूंगरवाल,अनुज सोनी,अमन गांग,श्रीमती नमिता बोथरा,चैत्रवी सुराना,जयणा सुराना, चर्चित, राज बोथरा,प्रियांश सुराना,अनुज सोनी,तनू बोहरा,नानु जैन,जय पिपलोदिया,र्कषा बोथरा,र्कषिका बोथरा आदि उपस्थित सदस्यो ने पशुओ को आहार करा कर उनकी सेवा की।
updatenews247.com धंनजय जाट सीहोर 7746898041- श्रीमान पुलिस अधीक्षक महोदय सीहोर श्री दीपक कुमार शुक्ला के निर्देशन तथा श्रीमान अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक महोदय श्री गीतेश गर्ग के मार्गदर्शन में जिले मे थाना स्तरों पर निर्मित ग्राम तथा नगर रक्षा समिति के सदस्यों की सक्रियता बढ़ाने के उद्देश्य प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया जा रहा है इसी अनुक्रम में अनुभाग सीहोर (ग्रामीण) के
अन्तर्गत थाना दोराहा में थाना दोराहा, श्यामपुर, बिलकिसगंज, अहमदपुर के ग्राम रक्षा समिति के सक्रिय सदस्यों के साथ प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमे सदस्यों को समिति के कार्यो और अपनाये जाने वाले व्यवहार और आचरण के सम्बन्ध में प्रशिक्षित किया गया तथा प्रशिक्षण सामग्री वितरित की गई। कार्यक्रम में SDOP सीहोर ग्रामीण तथा सभी थाना प्रभारी और स्टाफ उपस्थित रहे।
updatenews247.com धंनजय जाट सीहोर 7746898041- हनुमान फाटक मंदिर परिसर कस्बा में चल रही संगीतमय श्रीमद भागवत कथा महापूराण के चौथे दिन रविवार को भागवत भूषण पंडित रवि शंकर तिवारी के परम सानिध्य में श्रद्धालुओं के द्वारा भगवान श्री कृष्ण का जन्मउत्सव हर्षोउल्लास के साथ मनाया गया। कथा में देत्यगुरू शुक्लाचार्य और राजा आयाती प्रसंग को सुनाते हुए पं तिवारी ने बेटा बेटियों को माता पिता का महत्व बताया उन्होने कहा की जहर का घूट पी लेना पर माता पिता का कभी अपमान मत करना क्योंकी माता पिता की सेवा करने वाले बेटा बेटी दो परिवारों की सात पीढिय़ों को तार देते है।
माता पिता की बेटी सेवा करती है तो वह पिता के साथ ससुर के परिवार को भी तार देती है ओर बेटा माता पिता की सेवा करता है तो पिता के साथ मामा के घर को भी तार देता है उन्होने कहा की देश में वृद्धाश्रम प्रथा बंद हो जाए तो कई परिवारों में खुशियाली लौट आए। पंडित तिवारी ने सुखदेव कथा सुनाते हुए कहा की जीते जी अपने भी धन आने पर शस्त्रु बन जाते है और मरने के बाद शस्त्रु भी मित्रवत व्यवहार करते हुए मरने वालें को अच्छा बताते है यही संसार की सच्चाई है इस लिए भगवान से प्रीति करना जरूरी है। उन्होने कहा की हमारे दुख का सबसे बड़ा कारण दूसरों का सुख है किसी को भी दूसरों का सुख देखा नहीं जाता है
इस लिए दुख होता है इस दुख से बचने के लिए भगवान ने जो भी दिया है उसमें प्रशंन्न रहना चाहिए। कंस कथा सुुनाते हुए पं तिवारी ने कहा की कंस जैसे पापी ने देवकी की सात संतानों को मार दिया आठवे पुत्र के रूप में भगवान श्रीकृष्ण ने कारागार में जन्म लिया। भगवान ने अपने जन्म से लेकर मरण तक दुुख झेले और भक्त कुछ ही दुख में डरने लगते है रामजी ने भी अपने जीवन काल में संकटों का सामना किया लेकिन अपने कार्य से विमुुख नही हुए। समृद्र मंथन प्रसंग श्रद्धालुओं के समक्ष रखते हुए पं तिवारी ने कहा की समुद्र मंथन में अमृत निकलने से पहले से हाथी घोडे, गाय, चौदह रत्त्न निकले देवता और
दानवों से यह आपस में बांट लिए लेकिन जहर लेने को कोई तैयार नहीं हुआ भगवान भोलेनाथ ने संसार और देवी देवताओं दानवों को जहर से बचाने के लिए हलाहल जहर कंठ में ग्रहण कर लिया इस लिए भगवान भोलेनाथ नीलकंठ भी कहलाऐं। अमृत निकला तो सब देवता दानव आपस में अमृत के लिए लडऩे लगे लेकिन भगवान नारायण ने मोहनी रूप रखकर अमृत को दाववों से बचा लिया। हमें भी संसार में रहकर लडऩा नही चाहिए जहर का घूटपीकर शांति समरसता और एकता के साथ जीना चाहिए। कथा स्थल पर श्रद्धालुओं के द्वारा भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव मानाया गया भगवान का जन्म होते ही पंडाल में आनंद आ गया प्रसाद का वितरण किया गया।