updatenews247.com धंनजय जाट आष्टा 7746898041- शासकीय कन्या हायर सेकेंडरी आष्टा में विश्व ध्यान दिवस मनाया गया बच्चों को ध्यान दिवस के लाभ पर प्रकाश डाला गया। इस आयोजन के माध्यम से, बच्चों को ध्यान ओर योग क्रिया करवाई गई है इसके महत्व और इसके लाभों के बारे में जानकारी प्रदान की गई। ध्यान एक ऐसी प्रक्रिया है जो हमारे मन को शांत और एकाग्र करती है, जिससे हम अपने जीवन में अधिक संतुष्ट और खुश रहते हैं। वे अपने जीवन में ध्यान को एक महत्वपूर्ण हिस्सा बना सकेंगे।यह आयोजन न केवल बच्चों के लिए फायदेमंद होगा, बल्कि यह समाज में भी एक सकारात्मक प्रभाव डालेगा।
ध्यान के माध्यम से, हम अपने जीवन में अधिक शांति और संतुष्टि प्राप्त कर सकते हैं और समाज में भी एक सकारात्मक परिवर्तन ला सकते हैं। इसी क्रम में संकुल प्राचार्य अजब सिंह राजपूत ने बताया की विद्यार्थियों में तनावपूर्ण स्थिति नकारात्मक तत्वों से जुड़ने की चुनौती आक्रामक व्यवहार, क्रोध, चिड़चिड़ापन, अनिद्रा, रोग, तनाव, अवसाद, प्रेरणा की कमी दुर्व्यवहार परिवार तथा समाज में असमंजस्य ना बैठ पाना जैसी समस्याओं के कारण मानसिक स्वास्थ्य हेतु ठोस कदम उठाने की आवश्यकता निरंतर महसूस की जा रही है उपरोक्त परिस्थितियों में योग एवं ज्ञान का नियमित अभ्यास संपूर्ण स्वास्थ्य बेहतर व्यवहार तथा
प्रेरणा को बढ़ावा देता है ध्यान शारीरिक मानसिक भावनात्मक एवं आध्यात्मिक स्वास्थ्य की बेहतरीन करते हुए व्यक्तिगत कौशल का उन्नयन एवं सर्वश्रेष्ठ योगदान देने हेतु प्रेरित करता है शासकीय मॉडल उच्चतर माध्यमिक विद्यालय एवं CM राइस, अलीपुर स्कूल एवं शासकीय अशासकीय,शालाओं में कार्यक्रम हुए। इस अवसर पर प्राचार्य श्री अजब सिंह राजपूत श्री महेंद्र सिंह मालवीय बाबूजी, जनशिक्षक जगदीश प्रसाद मालवीय, जय प्रकाश नागलिया, श्रीमती रीना लाल, श्री हबीब खान, श्री धरमपाल महेश्वरी, श्री जितेंद्र कुमार गुठानिया, संगीता ढोके, आर्चना माथुर, संदीप चौहान एवं सभी शिक्षक/शिक्षिका उपस्थित थे।
updatenews247.com धंनजय जाट आष्टा 7746898041– दिनांक 21.12.2024 को शहीद भगतसिंह शासकीय स्नातक महाविद्यालय आष्टा में विद्याथिर्यों को ध्यान और इसके लाभों के बारे में जागरुकता लाने के लिए विश्व ध्यान दिवस के उपलक्ष्य में ध्यान सत्र का आयोजन प्रभारी प्राचायर् डाॅ.अबेका खरे के नेतृत्व में किया गया। ध्यान एवं योग प्रभारी श्री रामेश्वर अहिके ने बताया कि ध्यान शारीरिक, मानसिक, भावनात्मक एवं आध्यात्मिक स्वास्थ्य की बेहतरी करते हुए व्यक्तित्व कौशल का उन्नयन एवं सवर्श्रेष्ठ योगदान देने हेतु प्रेरित करता है। ध्यान के माध्यम से अवसाद/तनाव प्रबंधन, बेहतर स्वास्थ्य, प्रसन्नचित्तता,
ईमानदार दृष्टिकोण, कायर् के प्रति समपर्ण, सामाजिक प्रतिबद्धता, शुचिता, संवाद कौशल, पारिवारिक सामंजस्य, सकारात्मकता में अभिवृद्धि, क्रोध पर नियंत्रण जैसे गुणों का विकास करना संभव है। इस अवसर पर सुश्री वैशाली रामटेके, डाॅ.दीपेश पाठक, श्री नफीस अहमद, डाॅ.रचना श्रीवास्तव, डाॅ.अमीला पटेल, डाॅ.बेला सुराणा, डाॅ.निरंजना ढोटे, डाॅ.सबीहा अख्तर, डाॅ.मेघा जैन, डाॅ. कुमकुम अग्रवाल, डाॅ. कृपाल विश्वकमार्, श्री सुरेन्द्र यादव, श्री जगदीश नागले, श्री जयपाल सिंह विश्वकमार्, श्री वसीम खान, श्री वैभव सुराणा एवं अधिक संख्या में विद्याथीर् उपस्थित रहें।