updatenews 247com धंनजय जाट आष्टा 7746898041- चार पदार्थ धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष एक साथ पाना चाहते हो तो माता-पिता की सेवा करो। क्योंकि माता-पिता के चरणों में ही स्वर्ग है। मंदिर की मूर्ति तो हम खरीद कर लाए हैं। पर हमारा शरीर तो स्वयं माता-पिता से बना है। इसलिए जब तक घर में माता-पिता प्रसन्न नहीं होंगे। मंदिर के भगवान भी प्रसन्न नहीं हो सकते। मां की ममता और पिता की क्षमता का कोई अंत नहीं है। इसलिए प्रयास करें कि हमारे कारण हमारे माता-पिता के आंखों में आंसू ना आए।उनके आंसू तेजाब का काम करते हैं।
जिस घर में मां-बाप हंसते हैं। उसी घर में देवता बसते हैं। उक्त बहुत ही अनुकरणीय विचार बजरंग सेना परिवार द्वारा नया दशहरा मैदान में आयोजित सात दिवसीय संगीत मय श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान गंगा यज्ञ के चतुर्थ दिवस भागवत भूषण संत श्री मिट्ठू पुरा सरकार द्वारा प्रकट किए गए। कथा से पूर्व देश के विभिन्न क्षेत्र से पधारे संतो ने मंत्रो द्वारा भागवत जी का पूजन कर कथा व्यास मिट्ठू पुरा सरकार का स्वागत कर आशीर्वाद प्रदान किया। आगे कथा में भक्त प्रहलाद जी का चरित्र, गज और ग्रह की कथा, देवासुर संग्राम, समुद्र मंथन,
“भक्त ध्रुव जी का चरित्र, वामन अवतार, कलयुग आगमन के साथ ही श्री राम कथा का संक्षेप में वर्णन किया। इसके बाद भगवान श्री कृष्ण के जन्म की पूरी कथा को बड़े ही विस्तार से भाव पूर्वक श्रवण करवाया। भगवान के जन्म के समय, नंद घर आनंद भयो, जय कन्हैया लाल की। के गगन भेदी नारों से सारा पंडाल गूंजायमान हो गया। संगीतकार देवेंद्र मेवाड़ा के मधुर बधाई भजनों को सुनकर सारे श्रोता भाव विभोर होकर झूमने लगे। बालकृष्ण द्वारा माखन के मटकी तोड़ी गई। भगवान के जन्म के समय ढोल नगाड़े आतिशबाजी के साथ शोभायात्रा निकाली गई। प्रसाद चंदर सिंह ठाकुर गवाखेड़ा की और से वितरण किया गया।
इस अवसर पर धारा सिंह पटेल, राधेश्याम दलपति, उमेश शर्मा, भागवत मेवाड़ा, ज्ञानचंद पटेल, कमल सिंह टीपा खेड़ी, अक्षय शर्मा, जुगल पटेल, मानसिंह कुरावर, दीपक मारुति, लीलाधर शर्मा, अजय मितवाल, लखन परमार,कमल सिंह लाखिया, मेहरबान सिंह रोल खेड़ी, जीवन सिंह अध्यापक,राजेंद्र सिंह ठाकुर, संजीव सोनी पंचम, नरेंद्र सिंह ठाकुर, सुनील बैरागी, राजेंद्र गुणवान, दिनेश पवार,जगदीश खत्री, मनीष धारवा, मदन सिंह मुरावर, नरेंद्र भाटी, लखन पाटीदार, संजय वर्मा, बाबा रामदेव महिला मंडल ,बंजारी धाम महिला मंडल, संध्या बजाज, मनोहर भोजवानी, रतन सिंह ठाकुर शुभम सोनी, कुमेर सिंह अटल जी लीलाधर शर्मा, सहित विशाल संख्या में भक्तगण पधारे कथा का रसपान किया।