updatenews247.com धंनजय जाट आष्टा 7746898041- बिगड़ते वातावरण व वाहनों की अत्याधिकता से हो रहे प्रदूषण के कारण हर कोई अपनी सेहत के प्रति चिंतीत है। इसी का परिणाम है कि वृद्धजन जहां अलसुबह अहलने जाते है तो युवकगण व्यायामशाला में पसीना बहाते है, तो युवतियां योगा कर अपने शरीर को फिट रखने की मशक्कत करती है। एमएआर क्लब द्वारा सुबह टेनिस बॉल क्रिकेट प्रतियोगिता का आयोजन कर निश्चित ही उम्रदराज खिलाड़ियों के लिए अमृतुल्य कार्य किया है। खेल के साथ-साथ अपने शरीर की कसरत भी हो रही है। इस आशय के विचार नपाध्यक्ष प्रतिनिधि रायसिंह मेवाड़ा ने स्थानीय सुभाष मैदान पर आयोजित
एमएआर टी-10 क्रिकेट प्रतियोगिता के समापन अवसर पर पुरूस्कार वितरित करते हुए व्यक्त किए। टी-10 प्रतियोगिता के अध्यक्ष रायसिंह मेवाड़ा थे, वहीं उपाध्यक्ष सरवर उस्ताद, कमिश्नर शारिक बाबा थे। पुरूस्कार वितरण के पूर्व आयोजकगण हसीन पठान, वसीम बाबा, फईम टीआई, मुजाहिद मिर्जा, उस्मान चाचा, चांद मियां, दीपक तुतलानी द्वारा मुख्य अतिथि नपाध्यक्ष प्रतिनिधि रायसिंह मेवाड़ा, नपाउपाध्यक्ष प्रतिनिधि भूरू खां, पार्षद रवि शर्मा, पूर्व नपाउपाध्यक्ष खालिद पठान का पुष्पमाला पहनाकर एवं साफा बांधकर स्वागत सम्मान किया। तत्पश्चात् टी-10 क्रिकेट प्रतियोगिता के विजेता पाथिर टाईगर कप्तान चांद मियां, उपविजेता टीम आयुष्मति इलेवन कप्तान दीपक तुतलानी को आकर्षक ट्राफी सौंपकर पुरूस्कृत किया।
ज्ञात रहे कि टी-10 क्रिकेट के रोमांचक मुकाबले में पाथिर टाईगर ने 78 रन बनाए, उसके जवाब में आयुष्मति इलेवन 66 रन पर ही सिमट गई। इस प्रकार एमएआर मॉर्निंग क्रिकेट टी-10 प्रतियोगिता का फाइनल मुकाबला 12 रनों से पाथिर टाईगरों ने अपने नाम किया। नपाध्यक्ष प्रतिनिधि रायसिंह मेवाड़ा ने कहा कि ढलती उम्र के पढ़ाव में खेल के प्रति रूचि यह दर्शाती है कि आप अपने स्वास्थ के प्रति कितने सजग है। प्रातःकालीन खेल से शरीर चुस्त व तंदरूस्त रहता है। विजेता टीम को प्रतियोगिता अपने नाम करने पर बधाई एवं उपविजेता टीम को भी बधाई हार से निराश न होकर अपने खेल को और निखारने का प्रयास करें, ताकि आगामी प्रतियोगिता में श्रेष्ठ प्रदर्शन कर विजेता बन सकें।
updatenews247.com धंनजय जाट सीहोर 7746898041- लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग द्वारा प्रदेश के शासकीय चिकित्सालयों में स्थानीय रोगी कल्याण समिति के माध्यम से अशासकीय (निजी) विशेषज्ञ चिकित्सकों को अनुबंधित किये जाने के लिये मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी और सिविल सर्जन-सह-मुख्य अस्पताल अधीक्षक तथा समस्त जिला चिकित्सालयों को आदेश जारी कर दिये हैं। आदेश अनुसार अनुबंध की अवधि एक वर्ष के लिये होगी,
जिसे प्रदर्शन और पारस्परिक सहमति के आधार पर नवीनीकृत किया जा सकेगा। आयुक्त लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा श्री तरुण राठी ने जिला चिकित्सालयों में विशेषज्ञ चिकित्सकों की कमी के कारण स्वास्थ्य सुविधाएँ तथा शल्य चिकित्सा आदि प्रभावित होने के दृष्टिगत प्रदेश के शासकीय चिकित्सालयों में जहाँ पर विशेषज्ञ चिकित्सकों के पद स्वीकृत होकर रिक्त हैं तथा उक्तानुसार चिकित्सीय सेवा प्रदायगी के लिये समुचित संसाधन उपलब्ध हैं, वहाँ रोगी कल्याण समिति के
माध्यम से (बिना आउटसोर्स एजेंसी) प्रति केस के मान से भुगतान (मासिक आधार पर) प्रावधानित कर अशासकीय (निजी) विशेषज्ञ चिकित्सकों को अनुबंधित किये जाने के लिये कहा है। विशेषज्ञ चिकित्सकों को अनुबंधित किये जाने के लिये भारतीय चिकित्सा परिषद या राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग द्वारा मान्यता प्राप्त वैध चिकित्सा डिग्री और विशेषज्ञता योग्यता होनी चाहिये। विशेषज्ञ चिकित्सक का राज्य में चिकित्सीय प्रेक्टिस के लिये मध्यप्रदेश आयुर्विज्ञान परिषद का वैध जीवित पंजीकरण संख्या और लायसेंस होना अनिवार्य है।
चिकित्सक के विरुद्ध व्यावसायिक कदाचार (चिकित्सीय सेवा) से संबंधित कोई भी न्यायिक प्रकरण लंबित नहीं होना चाहिये और विशेषज्ञ का अपनी विधा में कार्य किये जाने का न्यूनतम 3 वर्ष का अनुभव होना अनिवार्य है। श्री राठी ने जारी आदेश में जिला चिकित्सालय अशासकीय (निजी) विशेषज्ञ चिकित्सकों को अनुबंधित करने के लिये समिति गठित की है। समिति के अध्यक्ष सिविल सर्जन-सह-मुख्य अस्पताल अधीक्षक, आरएमओ, दो वरिष्ठ चिकित्सक, जिला नोडल अधिकारी,
रोगी कल्याण समिति, जिला लेखापाल, सिविल सर्जन-सह-मुख्य अस्पताल अधीक्षक सदस्य और सहायक प्रबंधक जिला चिकित्सालय सदस्य सचिव होंगे। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के अधीन स्वास्थ्य संस्थाओं के लिये अशासकीय (निजी) विशेषज्ञ चिकित्सक को अनुबंधित किये जाने के लिये मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी की अध्यक्षता में समिति का गठन किया गया है। समिति में डीएचओ, दो वरिष्ठ चिकित्सक, जिला लेखापाल, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी सदस्य और प्रभारी संबंधित संस्था प्रमुख सदस्य सचिव होंगे।