updatenews247.com धंनजय जाट आष्टा 7746898041- राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के प्रावधानों एवं विज्ञान विषय के लोक व्यापीकरण और साइंस टूरिज्म को बढ़ावा देने एवं विद्यार्थियों को अपनी विरासत एवं सांस्कृतिक चेतना से अवगत कराने के उद्देश्य से शहीद भगत सिंह शासकीय महाविद्यालय आष्टा के विज्ञान संकाय के विद्यार्थियों का एक दल रसायन शास्त्र विभाग की डॉक्टर रचना श्रीवास्तव समाजशास्त्र विभाग की सुश्री शिवानी मालवीय एवं श्री विनोद पुष्प के साथ शैक्षिक भ्रमण हेतु दिनांक 19/11/2024 को आंचलिक विज्ञान केंद्र भोपाल एवं राज्य संग्रहालय भोपाल पहुंचे
आंचलिक विज्ञान केंद्र में विद्यार्थियों ने विज्ञान गैलरी, विज्ञान पार्क, 3D फिल्म थिएटर और तारामंडल के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी प्राप्त की इसके साथ-साथ उन्होंने सौरमंडल, ऊर्जा के विभिन्न रूप एवं वायुमंडल की विभिन्न परतों एवं विभिन्न घटकों के बारे में वर्किंग मॉडल एवं प्रदर्शनी के माध्यम से विज्ञान प्रौद्योगिकी गणित एवं इंजीनियरिंग के कई सिद्धांतों को भली भांति समझा तत्पश्चात विद्यार्थी राज्य संग्रहालय भोपाल भ्रमण के लिए पहुंचे, यहां पर विद्यार्थियों ने प्रागैतिहासिक और जीवाश्म, उत्खनन सामग्री, धातु की छवियाँ,
शिलालेख, मूर्तियाँ, शाही संग्रह, वस्त्र, स्वतंत्रता आंदोलन, डाक टिकट, ऑटोग्राफ, पांडुलिपियाँ, पेंटिंग, सिक्के, हथियार, मध्यकालीन युग के दस्तावेज़, दुर्लभ संगीत वाद्ययंत्र और पुरातात्विक महत्व की कई वस्तुएं देखीं एवं उनसे संबंधित विस्तृत जानकारी प्राप्त की l राज्य संग्रहालय में आयोजित होने वाले विश्व धरोहर सप्ताह के अंतर्गत विद्यार्थियों ने वहां पर होने वाली व्याख्यान को भी सुना एवं सीखा कि कैसे हम अपनी प्राचीन संस्कृति एवं विरासत को कैसे बचा सकते हैं और कैसे हम इसको अपने आने वाली पीढ़ी को हस्तांतरित कर सकते हैं l
विद्यार्थियों ने वहां पर होने वाली प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में भी भाग लिया एवं अपनी सभ्यता एवं संस्कृति के बारे में जानकारी को और अधिक रुचिकर एवं ज्ञानवर्धक बनायाl महाविद्यालय की राष्ट्रीय शिक्षा नीति प्रभारी डॉ रचना श्रीवास्तव ने बताया कि इस तरह के शैक्षणिक भ्रमण विद्यार्थियों में वैज्ञानिक सोच, अनुसंधान एवं नवाचार विकसित करने में प्रभावी भूमिका निभाते हैंl महाविद्यालय की प्राचार्य डॉक्टर पुष्पलता मिश्रा ने विद्यार्थियों को शुभकामनाएं देते हुए उनके सफल भविष्य की कामना की।