updatenews247.com धंनजय जाट आष्टा 7746898041- बाल दिवस के अवसर विभिन्न स्कूलों में बाल मेलों का आयोजन हो रहा है ज्ञान दीप स्कूल अलीपुर में शिक्षा प्राप्त कर रहे विद्यार्थियों ने अपने शिक्षकों के मार्गदर्शन में शानदार बाल मेले का आयोजन किया जहां बच्चों ने स्वयं खाद्य वस्तुएं आगंतुकों के लिए तैयार कर सुंदर स्टॉल लगाए तथा ज्ञान वर्धन के लिए नवीन शैक्षणिक पद्धति से सरलतम तरीको को प्रदर्शित किया, मनोरंजन के लिए झूले एवं विभिन्न उपक्रमों का उपयोग कर बाल मेले को मनोरंजक बनाया।
इस बाल मेले की सर्वत्र सराहना के बीच ही ज्ञानदीप शाला परिवार ने गणमान्य नागरिकों की उपस्थिति में समारोह का आयोजन किया। पूर्व नपाध्यक्ष कैलाश परमार तथा जनपद पंचायत के अध्यक्ष प्रतिनिधि सोनू गुणवान ने मां सरस्वती, पंडित जवाहरलाल नेहरू तथा डॉ राधाकृष्ण के चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर पुष्पमालाएं अर्पित की। इस अवसर पर अपने सम्बोधन में मुख्य अतिथि कैलाश परमार ने कहा कि ज्ञान दीप स्कूल सचमुच ज्ञान की ज्योति प्रज्ज्वलित कर रहा है।
शाला के होनहार छात्र छात्राओं ने अपनी प्रतिभा और कला का उत्कृष्ट प्रदर्शन इस मेले में किया शाला के बच्चे और गुरुजन साधुवाद के पात्र हैं उनके प्रयासों से कला और हुनर के प्रदर्शन का उत्सवी माहौल निर्मित हो रहा है। जनपद पंचायत के अध्यक्ष प्रतिनिधि सोनू गुणवान ने स्कूल के संचालन एवं बालकों में हो रहे कौशल विकास की प्रशंसा की। वहीं बाल मेले में पहुंचे युवा पत्रकार धनंजय जाट ने बाल मेले में छात्र-छात्राओं द्वारा मनाए गए आर्ट एंड क्राफ्ट की सहाराना की।
स्कूल संचालक एवं प्राचार्य ज्ञान सिंह ठाकुर ने अतिथियों एवं पालक गण का आभार व्यक्त किया। बाल मेले में उप प्राचार्य यशवंत सिंह ठाकुर, शिक्षक मोहित ठाकुर, वाहिद अंसारी, राजा खान, संध्या नामदेव, सुनीता मालवीय, सुलोचना सूर्यवंशी, नाजिया खान, राहत शेख, निघत शेख, रचना चंद्रवंशी, स्मिता मेवाड़ा, रक्षा नामदेव, पूजा ठाकुर, वर्षा ठाकुर आदि मौजूद रहे।
updatenews247.com धंनजय जाट आष्टा 7746898041- दाऊदी बोहरा समाज के 53 वें आध्यात्मिक धार्मिक विश्व गुरु सैयदना मोहम्मद मुफद्दल सैफुद्दीन ने हमारे शहर को दो दिवसीय प्रवास का लाभ देकर स्थानीय आस्था को विश्व स्तर पर चिन्हित करवा दिया। अपनी मध्यप्रदेश यात्रा में उन्होंने आष्टा जैसे छोटे नगर को शामिल करके नगर के बोहरा समुदाय को उनके सामाजिक एवम धार्मिक कर्त्तव्यों में निर्वहन के प्रति ततपरता का इनाम दिया है। सैयदना साहब शांति और सदभाव के मुखर प्रचारक हैं। उनके अनुयायी अनुशासन और मर्यादा के साथ धर्मानुकूल आचरण से अपने व्यवसाय और समाज सेवा में लिप्त रहते हैं।
बोहरा समाज की वेशभूषा और आचरण के साथ ही समाज मे परस्पर समानता स्थापित करने की प्रतिबद्धता हमारे लिए भी अनुकरणीय है । दाउदी बोहरा समाज अल्पसंख्या में होने के बावजूद समाज और विश्व मे प्रभावी भूमिका का निर्वहन करता है । सैय्यदना साहब हमारे नगर में पधारे निश्चित ही यह हमारे लिए सौभाग्य के क्षण रहे । वो राजकीय अतिथि हैं नगर में उनका आगमन हम सभी के लिए मंगलकारी सिद्ध होगा । यह उद्गार पूर्व नपाध्यक्ष कैलाश परमार ने दाउदी बोहरा समाज के स्थानीय पदाधिकारियों और समाजजन से चर्चा में कही। बोहरा समाज के लोग 53 वे धर्मगुरु डॉ मोहम्मद मुफद्दल सैफुद्दीन साहब के नगर आगमन पर स्वागत और अगवानी में सहयोग पर पूर्व नपाध्यक्ष कैलाश परमार का आभार व्यक्त करने कार्यालय में पधारे थे ।
स्थानीय बोहरा समाज के प्रमुख आमिल जनाब शेख मुल्लाह मुस्तफा, सेकेट्री हुसैन भाई,बुरहान भाई, मोहम्मदी भाई ने पूर्व नपाध्यक्ष कैलाश परमार अभिभाषक गण सुरेन्द्र सिंह परमार वीरेंद्र सिंह परमार पल्लव प्रगति , राजकुमार मालवीय , नरेंद्र सिंह ठाकुर आदि का सैयदना के दो दिवसीय प्रवास में प्रशासनिक न्यायालयीन समन्वय आदि कार्यों के लिए शाल पहना कर प्रतीक चिन्ह देकर आभार व्यक्त किया। बोहरा समाज ने स्वामी अवधेशानन्द गिरी जी महाराज द्वारा स्थापित प्रभु प्रेमी संघ के संयोजक कैलाश परमार , अध्यक्ष सुरेश पालीवाल , महासचिव प्रदीप प्रगति सहित सभी सदस्यों द्वारा सैय्यदना साहब को अभिनन्दन पत्र भेंट करने पर सभी का आभार व्यक्त किया।
updatenews247.com धंनजय जाट सीहोर 7746898041- श्रीमान पुलिस अधीक्षक महोदय श्री दीपक कुमार शुक्ला एवं श्रीमान अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक महोदय श्री गीतेश गर्ग द्वारा जिले मे अवैध शराब, जुआ सट्टा की वारदातो मे अंकुश लगाने हेतु कार्यवाही करने के निर्देश जारी किए गए है। उसी क्रम मे कार्यवाही जारी रखते हुए एसडीओपी श्री शशांक सिंह गुर्जर के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी बुधनी चैन सिंह रघुवंशी एवं थाना बल द्वारा 17/11/24 को बुदनी क्षेत्रान्तर्गत ग्राम उंचाखेड़ा में आऱोपी ऋषिकेश कीर
पिता अनोखीलाल कीर उम्र 30 साल निवासी ऊंचाखेङा बुदनी के निवास स्थान से 08 पेटी गोआ कम्पनी की अवैध अंग्रेजी शराब कुल 72 लीटर कीमती 48000 रूपये जप्त करने में सफलता प्राप्त की। आरोपी को गिरफ्तार कर माननिय न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया गया है। सराहनीय भूमिका- उक्त कार्यवाही में निरी. चैनसिंह रघुवंशी, सउनि रामकृष्ण गौर ,आर. 498 सोनू चौहान, आर. 525 मुकेश उईके, आर. 860 हर्षित मालवीय,आर. 372 कपुर तुमङाम का महत्वपूर्ण योगदान रहा है।
updatenews247.com धंनजय जाट सीहोर 7746898041- स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि मच्छरजनित बीमारियों से बचाव के लिए जिले में निरंतर जन-जागरूगता कार्य किया जा रहा है। मच्छरजनित बीमारियों में मलेरिया सबसे प्रचलित बीमारी है। यह बीमारी मादा एनाफिलीज़ मच्छर के काटने से होती है। ठंड लगकर बुखार आना मलेरिया का प्रमुख लक्षण हैं। मलेरिया की जांच एवं दवाईयां सभी शासकीय स्वास्थ्य संस्थाओं में निःशुल्क प्रदान की जाती है। साथ ही आशा कार्यकर्ताओं से संपर्क कर भी जांच करवाई जा सकती है। मलेरिया के इलाज के लिए प्रमाणिक एवं सुरक्षित दवाएं उपलब्ध हैं।
मच्छरों से होने वाली बीमारी डेंगू की पहचान सही समय पर ना किये जाने पर घातक रूप ले सकती है। यह बीमारी एडीज मच्छर के काटने से फेलती है। जब कोई एडीज मच्छर डेंगू के किसी रोगी को काटता है तो वह उस रोगी का खून चूसता है। खून के साथ डेंगू वायरस भी मच्छर के शरीर में प्रवेश कर जाता है। मच्छर के शरीर में डेंगू वायरस का कुछ और दिनों तक विकास होता है। जब डेंगू वायरस युक्त मच्छर किसी अन्य स्वस्थ व्यक्ति को काटता है तो वह डेंगू वायरस को उस व्यक्ति के शरीर में पहुँचा देता है। इस प्रकार वह व्यक्ति डेंगू वायरस से संक्रमित हो जाता है तथा कुछ दिनों के बाद उसमें डेंगू बुखार रोग के लक्षण प्रकट हो सकते हैं।
जिस दिन डेंगू वायरस से संक्रमित कोई मच्छर किसी व्यक्ति को काटता है तो उसके लगभग 3-5 दिनों बाद ऐसे व्यक्ति में डेंगू बुखार के लक्षण प्रकट हो सकते हैं। यह संक्रामक काल 3-10 दिनों तक भी हो सकता है। बारिश का मौसम कई बीमारियों के लिए खतरा बनता है, जिनमें मच्छरों से होने वाली बीमारियां प्रमुख हैं। बारिश के मौसम में पानी के जमा होने एवं गंदगी होने के कारण मच्छरों का पनपना आसान होता है। मच्छरों के काटने से डेंगू, मलेरिया, चिकिनगुनिया जैसी बीमारियां होती हैं जो कि कई बार गंभीर भी हो सकती हैं। वैज्ञानिकों ने इस बात का पता लगाया गया था कि मलेरिया रोग मच्छर के काटने से होता है। आमजन डेंगू, चिकिनगुनिया, मलेरिया जैसी संक्रमण बीमारियों से बचाव के उपाय निरन्तर किये जाने चाहिए।
डेंगू बुखार के लक्षण : लक्षण इस बात पर निर्भर करेंगे कि डेंगू बुखार किस प्रकार का है। डेंगू बुखार तीन प्रकार के होते हैं। साधारण डेंगू बुखार, डेंगू हेनरेजिक बुखार, डेंगू शॉक सिन्ड्रोम, यदि डेंगू हेमरेजिक बुखार, डेंगू शॉक सिन्ड्रोम का तुरन्त उपचार शुरू नहीं किया जाता है तो वे जानलेवा सिद्ध हो सकते हैं। चिकिनगुनिया भी एडिज मच्छर से होने वाली बीमारी है। इस बीमारी के लिए लाक्षणिक उपचार प्रदान किया जाता है। मच्छर को पनपने से रोकना एवं मच्छरों से स्वयं को बचाना इन बीमारियों से बचने का सबसे आसान उपाय है। पानी के भराव को रोकना, आसपास के परिवेश में स्वच्छता का निर्माण, मच्छरदानी का उपयोग इत्यादि बेहद सरल उपाय हैं जो कि मच्छरों से एवं उनसे होने वाली बीमारियों से बचाव कर सकता है।