updatenews247.com धंनजय जाट आष्टा 7746898041- गुराडिया रूपचंद मे चार दिन पहले हुई बुजुर्ग महिला की दर्दनाक हत्या के आरोपी की गिरफ्तारी की मांग को लेकर कांग्रेस महिला जिलाध्यक्ष श्रीमति गुलाबबाई ठाकुर के नेतृत्व मे कांग्रेस द्वारा महामहिम राज्यपाल के नाम एक ज्ञापन सौपा। जिसमे लिखा कि दिनदहाड़े खेत पर कार्य कर रही बुजुर्ग महिला मोतनबाई उम्र 60 साल की गला घोंटकर हत्या कर दी। यही नही चंद रूपये की चांदी की कड़ी को लेकर बेरहमी से वृद्धा के पैर काट दिए। और कड़ी निकालकर ले गए। आज तक आरोपीयो का सुराग तक नही लग पाया है। श्रीमति ठाकुर ने कहा कि उक्त घटना की महिला कांग्रेस घोर निंदा करती है।

वही आरोपीयो को तत्काल गिरफ्तार करने की मांग करती है। इसको लेकर महामहिम राज्यपाल के नाम एसडीएम श्रीमति स्वाति उपाध्याय मिश्रा को ज्ञापन सौपा। इस अवसर प्रदेश सचिव हरपाल ठाकुर, महिला जिलाध्यक्ष श्रीमति गुलाबबाई ठाकुर, ब्लॉक अध्यक्ष जितेद्र शोभाखेड़ी शहर अध्यक्ष जाहिद गुड्डू युवा नेता आदिवासी समाज का जिलाध्यक्ष सुनील कटारा, राजकुमार मालवीय, घनश्याम जांगड़ा, तोसीफ बाबा, फैजउद्दीन, ब्लाक महिला अध्यक्ष रीना मालवीय, हेमलता चौहान जिला महांमंत्री, गज्जी बाई,तबस्सुम खान, तेजकुवर चौहान, डा एजाज खान, नरेंद्र कुशवाह, कमल सेठ, अकीला रामचंद दवारिया, तेजकुवर बाई, धनकुवर बाई, शंकर सोनी, सहित बड़ी संख्या मे कार्यकर्ता शामिल रहे।

सनातन धर्म में कार्तिक शुक्ल एकादशी का विशेष महत्व है। इसे प्रबोधिनी अथवा देवोत्थापिनी एकादशी भी कहते है। मान्यता अनुसार इस दिन चौमासा के चार मास का शयन समाप्त कर भगवान विष्णु योग निद्रा से उठते है। भगवान विष्णु के शयन के कारण आषाढ शुक्ला एकादशी से कार्तिक शुक्ला एकादशी तक चार महीनों तक शादी-विवाह और मांगलिक कार्यक्रम निषेध रहते है। इस बार देव प्रबोधिनी एकादशी 12 नवम्बर को मनाई जाएगी। इस दिन से शादी-विवाह और मांगलिक कार्यक्रमों की शुरूआत होगी। घरों, मंदिरों और सार्वजनिक स्थलों पर तुलसी-सालगराम के विवाह कार्यक्रम होंगे।

अबूझ मुहूर्त, बंधेंगे परिणय सूत्र में- देव उठनी एकादशी के अबूझ मुहूर्त पर शहर से ग्रामीण क्षेत्रों तक बड़ी संख्या में विवाह आयोजन होंगे। जिन परिवारों में देव उठनी एकादशी के दिन विवाह कार्यक्रम होने है, उनमें तैयारियां पूर्ण हो चुकी है। शहर के विभिन्न क्षेत्रों में स्थित भवनों की बुकिंग हो चुकी है। बैण्ड, डीजे, लाइट डेकारेशन, घोड़ी, रथ, हलवाई इत्यादि की भी बुकिंग हो चुकी है। बाजारों में देव उठनी एकादशी व उसके बाद के शुभ मुहर्तों में होने वाले विवाह आयोजनों के लिए विभिन्न प्रकार के सामान की खरीदारी का क्रम चल रहा है। विवाह के निमंत्रण पत्रों के वितरण का क्रम प्रारंभ हो गया है।

इन मुहूर्त पर होंगे मांगलिक कार्य- ज्योतिषाचार्य पं.डॉ दीपेश पाठक के अनुसार इस वर्ष 12 नवंबर को देवउठनी एकादशी के साथ विवाह और शादी संस्कार प्रारंभ हो रहे हैं। हिंदू पंचांग के अनुसार नवंबर में 12 तारीख के बाद कुल 11 विवाह के शुभ मुहूर्त हैं। 12, 16, 17, 18, 22, 23, 24, 25, 27, 28, 29 नवंबर को विवाह के लिए शुभ मुहूर्त हैं। इन मुहूर्तों में विवाह संपन्न किए जा सकते है। इसके बाद दिसंबर माह में विवाह के लिए ज्यादा मुहूर्त नहीं हैं। दिसंबर में विवाह का आखिरी मुहूर्त 14 दिसंबर को होगा। इसके अलावा दिसंबर माह में विवाह के लिए चार तिथियां हैं। 4, 5, 9, 10 और 14 दिसंबर को ही विवाह के मुहूर्त हैं।

तुलसी विवाह एवं देवोत्थापन के शुभ मुहूर्त- नगरपुरोहित पंडित मनीष पाठक ने बताया की
मंदिरों में देवोत्थापन अनुष्ठान होंगे और ठाकुरजी के दर्शनों के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ रहेगी। इससे पूर्व आषाढ़ शुक्ल देव शयनी एकादशी 17 जुलाई को भगवान के शयन करने के कारण शादी, गृह प्रवेश, देव प्रतिष्ठा और मुंडन जैसे मांगलिक कार्य नहीं हो पा रहे थे। अब देवउठनी एकादशी को भगवान विष्णु के जागने पर पुन: शुभ कार्य शुरू हो सकेंगे। देव उठाने का शुभ मुहूर्त यह रहेंगे प्रात:काल- 9:23 बजे से 10:46 तक चर
10:44 बजे से 01:26 तक लाभ-अम्रत्। प्रदोषकाल व वृषभ लग्न- संध्या 05:29 से 07:333 तक। सायंकाल- 07:07 बजे 08:47 बजे तक लाभबेला

पं. डॉ दीपेश पाठक
ज्योतिर्विद ,भगवताचार्य एवं शिक्षाविदौ मोटिवेटर
एम.ए(ज्योतिष,संस्कृत),एमकॉम
(लेखाशास्त्र),एमफिल,पीएचडी,
एमपीसेट,पीजीडीसीए, टीसीएस एकाउंटिंग,
श्रीजगदीश्वर धाम राधाकृष्ण मंदिर, समस्त नगरपुरोहित परिवार आष्टा,जिला सीहोर म.प्र
9827598979, 9406533539
नोट: यह राशिफ़ल दैनिक ग्रहदशा के आधार पर है। आपकी कुंडली के ग्रहों के आधार पर आपके जीवन में घटित हो रही घटनाओं में कुछ भिन्नता हो सकती है। कुंडली का विश्लेषण करवा कर आप उसका हल निकला सकते है।

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