updatenews247.com धंनजय जाट सीहोर 7746898041- संसार में हर व्यक्ति अपना कल्याण चाहता हैं।हर व्यक्ति सुखी, शांति पूर्वक रहना चाहता है, कोई भी दुःख नहीं चाहता है। गुरु और जिनेंद्र भगवान को तो मानते हैं लेकिन उनकी बातों को नहीं मानते हैं।धन भी सभी कमाना चाहते हैं, लेकिन कोई भी धन गंवाना नहीं चाहता है।हर व्यक्ति सुखी रहने का मंत्र जानते हैं फिर भी महाराज से सुखी होने का मंत्र पूछने के लिए आते हैं। दुनिया में कितने लोग हैं जो संसार से मुक्ति नहीं चाहते हैं। परमात्मा को सभी पाना चाहते हैं। 95 प्रतिशत लोग भगवान की तरह अपना भी कल्याण चाहते हैं।99 प्रतिशत लोग संसार से मुक्ति चाहते हैं।

गृहस्थ धर्म के आचरण को अपनाएं, गृहस्थ जीवन में रह रहे हो। देव पूजा, गुरु पूजा, धर्म – आराधना,दान पुण्य करना यह श्रावक के परम कर्तव्य है। उक्त बातें नगर के श्री पार्श्वनाथ दिगंबर जैन दिव्योदय अतिशय तीर्थ क्षेत्र किला मंदिर पर चातुर्मास हेतु विराजित पूज्य गुरुदेव मुनिश्री निष्कंप सागर महाराज ने आशीष वचन देते हुए कहीं। आपने कहा कि व्यक्ति बहुत ही स्वार्थी हैं। स्वयं के लाभ हेतु समय निकाल लेते हैं लेकिन भगवान की आराधना व गुरु सेवा के लिए समय नहीं। नित्य ही सूर्योदय के पहले उठकर सूरज की लालिमा को देखें। आचार्य भगवंत विद्यासागर महाराज भी सूरज की लालिमा देखते थे।

आचार्य भगवंत कहते थे कि सूरज की लालिमा देखने से आंखों की रोशनी बढ़ती है। मुनिश्री निष्कंप सागर महाराज ने कहा हनुमान जी ने लंका को पहले नहीं जलाया, राक्षसों को सोते हुए में उठाया था। जिनेंद्र भगवान का भक्त ब्रह्म मुहूर्त में उठते हैं। सुबह का मन शांत, खुशी का रहता है। ब्रह्म मुहूर्त में उठने वाले देवता तुल्य है और जो सूर्योदय के बाद उठते हैं वह राक्षस के समान है।गरीब व्यक्ति चैन की निंदा सोते हैं ।चैन की निंद भारत में आती हैं। आज पूरा भारत लंका के समान है। रावण तो असंख्यात है लेकिन राम एक है।हमारी सारी संस्कृति और संस्कार समाप्त हो चुकें हैं। पहले व्यवस्थाएं अच्छी थी।हर रविवार को पूरे देश में महाभारत देखते थे, सभी एक साथ।

बंटवारा हुए, पहले घर -घर में टीवी थी, अब कमरे- कमरे में टीवी हो गई। मोबाइल सोत के समान है। पति-पत्नी अलग -अलग एक कमरे में मोबाइल चलाते हैं।आज विचित्र स्थिति हो गई। सोशल मीडिया का सदुपयोग करें, दुरुपयोग नहीं।परिवार व समाज में एकता रहना चाहिए। समाज में एकता- अखंडता रहना चाहिए। मुनिश्री ने कहा समाज में दूरियां न हो, एक हो।व्यक्तिगत नहीं सामाजिक पूजा-अर्चना का महत्व है। भावना भवनाशिनी होती है। साधु से श्रावक जुड़ता है तो धर्म आराधना होती है। साधु को नहीं बांधें, स्वयं साधु से जुड़े। पूज्य मुनि श्री निष्कंप सागर जी महाराज ने कहा संसार मे किसी व्यक्ति से पूछा जाए तो हर व्यक्ति कहेगा मुझे अपना कल्याण करना चाहता हूं, हर व्यक्ति चाहता है मेरे जीवन मे दुख न आये अनादि काल से सुख की खोज में घूम रही है,

पर आज तक सुख मिला नही धन कमाना। दुनिया में ऐसे कितने लोग है जो संसार में रहना चाहते है, अधिकांश लोग संसार से मुक्त होना चाहते है। हम जिनेंद्र भगवान के अनुयाई है पर हमारा आचरण उनके जैसा नही है। जो व्यक्ति श्रावक जैसे आचरण नही करता है उन्हें श्रावक कहलाने का अधिकार नही है।जब तक आप उसके योग्य आचरण नही करोंगे तब तक सच्चे श्रावक कहलाने के योग्य नही। अभी हम धर्म को समझ नही सके है ,जिस दिन हमने सूरज उदय होने के पहले हम नही जागते उस दिन हमारा दिन का पूरा चक्र बिगड़ जाता है ।जिनेंद्र भगवान का भक्त ब्रम्ह मुहूर्त में उठता है ,सुबह का मन शांत होता है ।सूर्योदय के बाद तक सोना नही चाहिए।

updatenews247.com धंनजय जाट सीहोर 7746898041- बुधनी उप चुनाव में अधिक से अधिक मतदान के लिए कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री प्रवीण सिंह के निर्देशानुसार लगातार मतदाता जागरूकता गतिविधियां आयोजित की जा रही हैं। इसी क्रम में भैरूंदा में विशाल मतदाता जागरूकता रैली आयोजित की गई जिसमें 2500 से अधिक छात्र-छात्राएं, अधिकारी कर्मचारी तथा राज्य स्तरीय स्वीप आईकान सहित बड़ी संख्या में नागरिक शामिल हुए। मतदाता जागरूकता रैली

सुबह 10 बजे भैरूंदा के सीहोर नाका से प्रारंभ हुई और नगर के मुख्य मार्गों से होती हुई सीएम राइज स्कूल पर रैली का समापन हुआ। रैली के प्रारंभ के साथ ही छात्र-छात्राओं ने ” सारे काम छोड़ दो, सबसे पहले वोट दो……, अपनी ताकत को पहचान, चलो करें हमसब मतदान सहित अनेक मतदाता जागरूकता के नारे तथा मतदान का संदेश का उद्घोष करते हुए मतदाताओं को प्रेरित किया। रैली के माध्यम से मतदाताओं को अपने मताधिकार के महत्व के प्रति जागरूक किया गया और मतदान के दिन अधिक से अधिक संख्या में मतदान केंद्रों पर पहुंचकर मतदान करने की अपील की गई।

रैली के दौरान एसडीएम श्री मदन सिंह रघुवंशी, तहसीलदार श्री सौरभ शर्मा सहित अन्य अधिकारी, स्कूलों के विद्यार्थी एवं नागरिक शामिल हुए। मतदान की शपथ- रैली के समापन पर स्वीप आइकॉन सुश्री सारिका घारू ने उपस्थित सभी मतदाताओं को मतदान करने की शपथ दिलाई। उन्होंने सभी मतदाताओं को किसी भी स्थिति से प्रभावित हुए बिना लोकतंत्र को मजबूत करने हेतु प्रत्येक निर्वाचन में मतदान करने की शपथ दिलाई। उन्होंने सभी मतदाताओं को अपने देश की लोकतांत्रिक परंपराओं की मर्यादा को बनाए रखने की शपथ दिलाई।

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