updatenews247.com धंनजय जाट सीहोर 7746898041- उपचुनाव की आदर्श आचार संहिता के तहत स्थाई एवं गिरफ्तारी वारंटीओं की तमिल को लेकर श्रीमान पुलिस अधीक्षक महोदय श्री दीपक कुमार शुक्ला श्रीमान अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक महोदय एवं श्रीमान नगर पुलिस अधीक्षक महोदय के मार्ग निर्देशन में कल दिनांक 6.11.2024 को थाना कोतवाली द्वारा रात्रि में कांबिंग गस्त की जाकर 8 स्थाई वारंटी एवं 7 गिरफ्तारी वारंटी की गिरफ्तारी की गई जिन्हें संबंधित न्यायालय पेश किया जावेगा।

सराहनीय भूमिका- थाना प्रभारी मनोज मालवीय थाना प्रभारी मंडी निरीक्षक मायासिंह ,उपनिरीक्षक राकेश, एएसआई पतिराम, सउनि दिलीप मसकुले, प्रधानआरक्षक ललित पांडे, प्रधान आरक्षक महेंद्र रविदास, प्रधान आरक्षक संतोष वास्तवर, प्रधान आरक्षक पंकज यादव, प्रधान आरक्षक मंगेश मीणा ,प्रधान आरक्षक रामलता, आरक्षक तेज सिंह, आरक्षक हेमसिंह, आरक्षक विवेक, आरक्षक अमन दुबे, आरक्षक चंद्र प्रताप, आरक्षक विक्रम जाट की भूमिका रही।

updatenews247.com धंनजय जाट सीहोर 7746898041- बदलते मौसम के कारण मच्छरजनित बीमारियों का खतरा बना रहता है। ऐसे मौसम में बीमारियों से बचाव के लिए जिले में निरंतर जन-जागरूगता कार्य किया जा रहा है। मच्छरजनित बीमारियों में मलेरिया सबसे प्रचलित बीमारी है। यह बीमारी मादा एनाफिलीज़ मच्छर के काटने से होती है। ठंड लगकर बुखार आना मलेरिया का प्रमुख लक्षण हैं। मलेरिया की जांच एवं दवाईयां सभी शासकीय स्वास्थ्य संस्थाओं में निःशुल्क प्रदान की जाती है। साथ ही आशा कार्यकर्ताओं से संपर्क कर भी जांच करवाई जा सकती है। मलेरिया के इलाज के लिए प्रमाणिक एवं सुरक्षित दवाएं उपलब्ध हैं।

मच्छरों से होने वाली बीमारी डेंगू की पहचान सही समय पर ना किये जाने पर घातक रूप ले सकती है। यह बीमारी एडीज मच्छर के काटने से फेलती है। जब कोई एडीज मच्छर डेंगू के किसी रोगी को काटता है तो वह उस रोगी का खून चूसता है। खून के साथ डेंगू वायरस भी मच्छर के शरीर में प्रवेश कर जाता है। मच्छर के शरीर में डेंगू वायरस का कुछ और दिनों तक विकास होता है। जब डेंगू वायरस युक्त मच्छर किसी अन्य स्वस्थ व्यक्ति को काटता है तो वह डेंगू वायरस को उस व्यक्ति के शरीर में पहुँचा देता है। इस प्रकार वह व्यक्ति डेंगू वायरस से संक्रमित हो जाता है तथा कुछ दिनों के बाद उसमें डेंगू बुखार रोग के लक्षण प्रकट हो सकते हैं।

जिस दिन डेंगू वायरस से संक्रमित कोई मच्छर किसी व्यक्ति को काटता है तो उसके लगभग 3-5 दिनों बाद ऐसे व्यक्ति में डेंगू बुखार के लक्षण प्रकट हो सकते हैं। यह संक्रामक काल 3-10 दिनों तक भी हो सकता है। बदलते मौसम के कारण कई बीमारियों के लिए खतरा बनता है, जिनमें मच्छरों से होने वाली बीमारियां प्रमुख हैं। बारिश के मौसम में पानी के जमा होने एवं गंदगी होने के कारण मच्छरों का पनपना आसान होता है। मच्छरों के काटने से डेंगू, मलेरिया, चिकिनगुनिया जैसी बीमारियां होती हैं जो कि कई बार गंभीर भी हो सकती हैं। जिसके अंतर्गत डेंगू, चिकिनगुनिया, मलेरिया जैसी संक्रमण बीमारियों से बचाव के उपाय बताए जाएंगे।

डेंगू बुखार के लक्षण : लक्षण इस बात पर निर्भर करेंगे कि डेंगू बुखार किस प्रकार का है। डेंगू बुखार तीन प्रकार के होते हैं। साधारण डेंगू बुखार, डेंगू हेनरेजिक बुखार, डेंगू शॉक सिन्ड्रोम, यदि डेंगू हेमरेजिक बुखार, डेंगू शॉक सिन्ड्रोम का तुरन्त उपचार शुरू नहीं किया जाता है तो वे जानलेवा सिद्ध हो सकते हैं। चिकिनगुनिया भी एडिज मच्छर से होने वाली बीमारी है। मच्छर को पनपने से रोकना एवं मच्छरों से स्वयं को बचाना इन बीमारियों से बचने का सबसे आसान उपाय है। पानी के भराव को रोकना, आसपास के परिवेश में स्वच्छता का निर्माण, मच्छरदानी का उपयोग इत्यादि बेहद सरल उपाय हैं जो कि मच्छरों से एवं उनसे होने वाली बीमारियों से बचाव कर सकता है।

updatenews247.com धंनजय जाट सीहोर 7746898041- राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देशानुसार 09 नवंबर 2024 को विधिक सेवा दिवस के तहत 04 नवंबर से 09 नवंबर तक न्यायोत्सव विधिक सेवा सप्ताह आयोजित किया जा रहा है। जिसके तहत प्रधान जिला न्यायाधीश एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री सतीश चंद्र शर्मा के निर्देशानुसार सीहोर के संकल्प वृद्धाश्रम में प्रातः 11:00 बजे से विशेष स्वास्थ्य परीक्षण शिविर एवं विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। स्वास्थ्य जांच शिविर के दौरान संकल्प वृद्धाश्रम में जिला चिकित्सालय के डॉक्टरों की टीम द्वारा 24 वृद्धजनों का बीपी, शुगर, नेत्र परीक्षण, मानसिक परीक्षण,

हड्‌डी रोग परीक्षण, त्वचा संबंधी रोगो का परीक्षण एवं अन्य सामान्य स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। इसके साथ ही चिकित्सीय परामर्श दिया गया तथा निशुल्क दवाईयां वितरित की गई। शिविर के दौरान जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव श्री एमके वर्मा ने कहा कि किसी व्यक्ति के लिए पहला सुख है निरोगी काया। इसी उद्देश्य से यह स्वास्थ्य जांच शिविर आयोजित किया गया है। इसके साथ ही नालसा एव सालसा तथा शासन की अन्य जन कल्याणकारी योजनाओं के बारे में विस्तार से बताया गया। शिविर के दौरान डॉ यूके श्रीवास्तव, डॉ राकेश खरे, डॉ आरके वर्मा एवं अन्य डॉक्टर सहित वृद्धाश्रम के संचालक श्री राहुल सिंह तथा वृद्धजन उपस्थित रहे।

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