updatenews247.com धंनजय जाट आष्टा 7746898041- जिनके गुरु संत शिरोमणि आचार्य विद्यासागर महाराज एवं नवाचार्य समय सागर महाराज जैसे हो तो उनके शिष्य निश्चित उस अंतिम छोर के व्यक्ति की भी चिंता करते हैं जिनके घरों पर पर्वों के दौरान मायूसी छाई रहती है तथा उनके बच्चे आसपास अन्य बच्चों को देखकर उनके जैसा उत्साह पूर्वक पर्व मनाने की चाहत रखते हैं।मुनिश्री निष्कंप सागर महाराज ने दीपावली पर्व के एक सप्ताह पहले प्रवचन के दौरान समाज जनों को प्रेरणा दी की घर -घर पर दीपावली भगवान महावीर स्वामी के 2550 वें निर्वाण उत्सव के शुभ उपलक्ष्य में मनाओं।
मुनिश्री की भावना का मुनिश्री निष्पक्ष सागर महाराज,निष्प्रह सागर महाराज एवं निष्काम सागर महाराज ने भी समर्थन कर समाज जनों को प्रेरणा दी। मुनिश्री निष्कंप सागर महाराज ने कहा हमें उन लोगों पर ध्यान देना चाहिए जिन निर्धन, असहाय लोगों के घरों पर दीपावली सहित अन्य पर्वों के दौरान मायूसी छाई रहती है तथा उनके बच्चे तरसते हैं। मनीष सर की प्रेरणा ने शक रूप लिया और तीन दिनों तक लगातार पिकअप सहित अन्य वाहनों में सामग्री भरकर उन ग्रामीण क्षेत्रों में पहुंचे जहां पर लोगों को दीपावली पर्व मनाने के लिए कपड़े एवं घर गृहस्थी का सामान चाहिए था।
उन 300 गरीब परिवारों के चेहरे पर मुस्कान देखने लायक थी, जब समाज के लोगों ने अलग-अलग स्थानों पर पहुंचकर झोले में रखे हुए सामान उन्हें भेंट किया। ग्राम श्यामपुरा ,रूपकुंड, धनाना आदि ग्रामों में सामग्री वितरण की लगभग 75 लोग और 20 गाड़ियों के काफिले के साथ मनाई गई दीपावली। किला मंदिर पर चातुर्मास हेतु विराजित पूज्य संत शिरोमणि आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज एवं नवाचार्य समय सागर जी महाराज के शिष्यगण पूज्य मुनिश्री निष्पक्ष सागर जी, श्री निष्प्रह सागर जी, श्री निष्कंप सागर जी, पूज्य मुनि श्री निष्काम सागर जी के पावन आशीर्वाद व
प्रेरणा से भगवान महावीर स्वामी के 2550 वें निर्वाण उत्सव के शुभ उपलक्ष्य में श्री दिगम्बर जैन पंचायत समिति, सकल दिगंबर जैन समाज, मुनि सेवा समिति, आचार्य विद्यासागर गौ संवर्धन केन्द्र समिति एवं मुनि श्री निष्कम्प सागर भक्त परिवार आष्टा द्वारा विभिन्न ग्रामों में 300 ग्रामीण परिवारों के पास जाकर घर- घर दीपावली मनाई। इस उपलक्ष्य में ग्राम धनाना, श्यामपुरा, रामपुरा, रूपकुंड, झाँझनपुरा, सिद्धिकगंज आदि ग्रामों के गरीब लोग लाभान्वित हुए।यह कार्य विधिवत रूप से समाज की दो टीमों द्वारा तीन दिवसों तक किया गया, जिसमें 73 समाजजन ने अपनी सेवाएं व समय दिया।
यह आयोजन पूज्य मुनिश्री निष्कंप सागर जी महाराज की प्रेरणा से उनके हर चातुर्मास में सम्पन्न होता आ रहा है और इस वर्ष आष्टा नगर को भी यह सौभाग्य मिला। समाज इस कार्य से जुड़कर अत्यंत गौरांवित हुई और प्रण लिया कि आगे भी इस अच्छे कार्य को जारी रखेंगे।सकल जैन समाज के सहयोग से किये गए इस पारमार्थिक कार्य मे श्री दिगम्बर जैन समाज आष्टा के अध्यक्ष आनंद जैन पोरवाल, पूर्व अध्यक्ष यतेंद्र श्रीमोड, महामंत्री कैलाश जैन चित्रलोक, चातुर्मास संयोजक संजय जैन सात्विक, मुनि सेवा समिति अध्यक्ष संदीप जैन नीलबड़, महामंत्री धीरज जैन नीलबड़ सहित विशिष्ट समाज जन उपस्थित रहे।