updatenews247.com धंनजय जाट सीहोर 7746898041- आपूर्ति नियंत्रक विभाग ने बताया कि जिले में NFSA अंतर्गत सम्मिलित पात्र परिवारों में से विगत 06 माह से निरंतर राशन प्राप्त न करने वाले हितग्राहियों की सूची प्राप्त हुई है। जिन परिवारों द्वारा विगत 06 माह से राशन प्राप्त नहीं किया गया है, उन परिवारों की नामवार सूची संबंधित दुकानों पर सहज रूप से दिखाई देने वाले स्थान पर चस्पा कराई गई है एवं साथ ही उचित मूल्य दुकान के विक्रेता द्वारा राशन प्राप्त करने के लिए संबंधित हितग्राहियों को सूचित किया जा रहा है। विभाग ने बताया कि विगत 06 माह से राशन प्राप्त न करने वाले हितग्राहियों से अपील की है कि वे उचित मूल्य दुकान से राशन सामग्री प्राप्त कर लें। 31 अगस्त 2024 तक राशन प्राप्त न करने पर आगामी माह से अस्थाई रूप से पोर्टल से नाम हटा दिया जायेगा।

updatenews247.com धंनजय जाट आष्टा 7746898041- प्रतिवर्ष अनुसार इस वर्ष भी रक्षाबंधन के दिन शास्त्री कॉलोनी दर्जीपुरा स्थित प्राचीन मां संतोषी मां मंदिर में बड़े ही धूमधाम से माता जी का जन्मदिन आरती पूजन कर मनाया जन्मोत्सव में मुख्य रूप से उपस्थित मंदिर समिति अध्यक्ष राकेश मुन्ना सोनी, कुशवाहा समाज जिला अध्यक्ष नरेंद्र कुशवाहा पूर्व पार्षद, वरिष्ठ समाजसेवी लीलाधर वशिष्ठ, कुशवाहा समाज पटेल दलकिशोर कुशवाहा, राहुल कुशवाहा, भागीरथ कुशवाहा, अनिल कुशवाहा, आनंद कुशवाहा, मना बाबू कुशवाह, ने माता रानी की ढोल नगाड़ों के साथ आरती की एवं बड़े ही धूमधाम से माता जी का जन्मदिन मनाया एवं प्रसाद वितरण किया गया मातृशक्ति भारती कुशवाह (माताजी), रानू कुशवाहा, संता देवी कुशवाहा, प्रिया कुशवाहा, अधिक संख्या में मातृशक्ति उपस्थिति रही

updatenews247.com धंनजय जाट आष्टा 7746898041- भगवान की कैसे पूजा और भक्ति करना है यह आचार्य कुमुद चंद्र महाराज ने बताया हैं। लक्ष्य जब तक निर्धारित नहीं, तब तक सफलता प्राप्त नहीं होगी।भक्ति का फल बिना लक्ष्य के प्राप्त नहीं होता। कोई भगवान की भक्ति करने आ रहा है तो कोई संसार के सुखों की प्राप्ति हेतु ,कोई इसलिए भक्ति कर रहा कि मेरे कर्म कट जाएंगे। साधु के मन में करुणा के झरने झरते हैं।भगवान और गुरु के सामने दुःख नहीं कहना,भगवान और गुरु की भक्ति स्वार्थ से नहीं करें।आज यह स्थिति है कि व्यक्ति का स्वार्थ पूर्ण नहीं हो रहा हो तो वह भगवान और गुरु को छोड़ देते हैं। पद पर रहने वाले के समय पश्चात भूतपूर्व लिखा जाता है, बिना पद के भगवान और गुरु की भक्ति करें,अभूतपूर्व बने रहोगे।

उक्त बातें नगर के श्री पार्श्वनाथ दिगंबर जैन दिव्योदय अतिशय तीर्थ क्षेत्र किला मंदिर पर चातुर्मास हेतु विराजित पूज्य गुरुदेव आचार्य भगवंत विद्यासागर महाराज एवं नवाचार्य समय सागर महाराज के परम प्रभावक शिष्य मुनिश्री निष्कंप सागर महाराज ने आशीष वचन देते हुए कहीं।आपने बताया कि भगवान से सांसारिक सुख नहीं, उनके गुणों को प्राप्त करें। वंदे तद गुण लब्धये। नरकाया, मनुष्य पर्याय बड़ी मुश्किल से प्राप्त होती है, परमात्मा बनों, भगवान भी भक्तों की परीक्षा लेते हैं। गुरु आपको स्वीकार नहीं करें ,लेकिन आप गुरु को बनाएं। भगवान से सुख शेयर नहीं करते उनसे तो दुःख शेयर करते हो। निष्प्रयोजन काम नहीं करें, भगवान की भक्ति करने से जन्म- जन्म के पाप नष्ट हो जाते हैं। अतीत सभी का काला है। अतीत में सभी पापी थे।जिनवाणी मां अतीत बताती हैं। मुनिश्री ने कहा मुनिराजों से सुनने के बाद भी लोगों में वैराग्य नहीं उमड़ रहा है।अतीत को कभी नहीं भूलना चाहिए।जीवन में मान और अहंकार नहीं आना चाहिए।

हर व्यक्ति प्रभु और गुरु को नहीं चाहता लेकिन उनसे चाहता है। साधु अपने लिए रिद्धि सिद्धि उपयोग नहीं करते हैं।आष्टा धर्मनिष्ठ समाज है।दिगंबर साधु सोना की तरह चमकते हैं।श्रमण संस्कृति में रक्षाबंधन वाला दिन काला दिन था,इस दिन दिगंबर 700 साधुओं पर उपसर्ग हुआ था। विष्णु कुमार रिद्धि धारी मुनि ने 700 मुनियों की रक्षा हेतु रिद्धि का उपयोग किया। रिद्धियां स्वयं पर नहीं पर कल्याण हेतु मुनि गण को मिलती हैं। उन्होंने राजा से साधु के भेष में जाकर तीन पग भूमि मांगी और दो कदम में सब कुछ आ गया और उन्होंने पूछा तीसरे पैर को कहा रखूं। साधु साम्य भाव धारण कर लेता है। दुनिया का सबसे बड़ा अतिशय कारी साधु होते हैं। दिगंबर साधु निर्दोष रुप से चर्या करते हैं। गुरु को अपने अनुरूप नहीं बल्कि गुरु के अनूकूल चलें तो आपका कल्याण होगा। मुनिराजों के अनुकूल चलें।

आज साढ़े सात बजे से पूजा अर्चना एवं रक्षाबंधन महामंडल विधान- 19 अगस्त दिन सोमवार को किला मंदिर पर अत्यंत पुण्य योग से परम पूज्य मुनिश्री निष्पक्ष सागर जी महाराज ,मुनिश्री निष्प्रह सागर जी महाराज, मुनि श्री निष्कंप सागर जी महाराज एवं मुनिश्री निष्काम सागर जी महाराज ससंघ के पावन सानिध्य व ब्रह्मचारी श्रीपाल भैय्या,शिम्पीय भैय्या,अभिषेक भैय्या जी के निर्देशन में श्री रक्षाबंधन महामण्डल विधान पूजन व श्री श्रेयांसनाथ भगवान मोक्ष कल्याणक पर्व की विशेष पूजन आराधना की जाएगी।

कार्यक्रम- 19 अगस्त दिन सोमवार प्रातः 7 :30 बजे से नित्य शांतिधारा श्री जिनाभिषेक व श्री रक्षाबंधन महामण्डल विधान पूजन व 1008 श्री श्रेयांसनाथ भगवान मोक्ष कल्याणक पर्व पूजन भक्ति भाव के साथ की जाएगी। मुनि संघ के विशेष आशीष वचन होंगे। श्री पार्श्वनाथ दिगंबर जैन दिव्योदय अतिशय तीर्थ क्षेत्र किला मंदिर पर समस्त साधर्मी जन, माताओं, बहनों से श्री दिगम्बर जैन पंचायत समिति, चातुर्मास धर्म प्रभावना समिति एवं श्री मुनि सेवा संघ समिति ने निवेदन किया है कि समस्त आयोजन में अधिक से अधिक संख्या में सहभागिता कर पुण्य अर्जन करे।

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