updatenews247.com धंनजय जाट आष्टा 7746898041- भक्ति के मामले में बुंदेलखंड राजस्थान से पीछे है। पैसा वाले अहंकार नहीं करें, दान पुण्य अवश्य करें। णमोकार महामंत्र की महिमा को आप ऊपर उठा सकते हैं। णमोकार महामंत्र की महिमा को नहीं समझ पा रहे हैं।णमोकार महामंत्र में अदभुत शक्ति है। भगवान की भक्ति करना समझ लिया और कल्याण स्तोत्र व णमोकार महामंत्र को तो जिंदगी संवर जाएगी।साधु -संत कभी भी आगम के विरुद्ध नहीं बोलते। पुण्य से मनुष्य भव के साथ पुरुष पर्याय मिली है। भगवान के अभिषेक करने के लिए पुरुष बने हो, महिलाएं भगवान को स्पर्श नहीं कर सकती है,
इस लिए उनकी आंखों से आंसूओं की धारा बहना चाहिए ताकि आपका महिला पर्याय का छेदन हो सके, अर्थात महिला पर्याय से आपको मुक्ति मिले। समय रहते समझ जाओ, अन्यथा पछताना पड़ेगा। उक्त बातें नगर के श्री पार्श्वनाथ दिगंबर जैन दिव्योदय अतिशय तीर्थ क्षेत्र किला मंदिर पर चातुर्मास हेतु विराजित पूज्य गुरुदेव आचार्य भगवंत विद्यासागर महाराज एवं नवाचार्य समय सागर महाराज के परम प्रभावक शिष्य मुनिश्री निष्कंप सागर महाराज ने कहीं। इस अवसर पर किशनगढ़ राजस्थान के भक्तों ने मुनिश्री निष्कंप सागर महाराज के पाग प्रक्षालन कर जिनवाणी शास्त्र भेंट किया।
मुनिश्री ने कहा भक्ति स्तोत्र पाठ भक्तों के लिए कल्याण का मार्ग है। कल्याण करने के लिए हमारे लिए यह सहयोगी है। भगवान की भक्ति करने से संसार के सुखों की प्राप्ति होती है। किसी का अहित करने के लिए भगवान की भक्ति करोंगे तो वह भक्ति आपका अहित ही करेंगी। भगवान की भक्ति, पूजा अर्चना, कर्मों को नष्ट करने एवं भगवान जैसे बनने के लिए घर से मंदिर जा रहे हैं। व्यक्ति के साथ कुछ भी होने पर सबसे पहले वह भगवान को दोष देता है, कोसते हो, भगवान ने कुछ नहीं किया, जो किया वह आपने किया है, भगवान को दोष मत दो। हम अंतर्यामी नहीं लेकिन कर्मज्ञानी अवश्य है, इसलिए आपके मन की बात को समझ जाते हैं।
भगवान व गुरु से स्वार्थ का नमस्कार आपको दुर्गति के मार्ग पर ले जाएगा। घर जेल के समान है, भगवान की भक्ति करने जा रहा हूं,अब वापिस नहीं आऊंगा यह भाव होना चाहिए। क्रिया भगवान की भक्ति की होना चाहिए। घर से मंदिर जाने का लक्ष्य बनाकर निकले। अभिप्राय चोखा है तो परिणाम भी चोखा ही आएगा। गुरुदेव आचार्य विद्यासागर महाराज में कितनी करुणा थी, स्वास्थ्य अनुकूल नहीं फिर भी भक्तों को दर्शन देने आचार्यश्री गए। दुनिया गुरुदेव को जी भरकर देखना चाहती हैं। मुनिश्री ने कहा कि हर पंथ के लोग आचार्यश्री को अपना आराध्य मानते थे। धर्म को बचाया, उपकार है आचार्य भगवंत का। सभी के लिए अदभुत कार्य गुरुदेव ने किए। नमस्कार में चमत्कार हैं तो पाषाण में भगवान निकल जाते हैं।
updatenews247.com धंनजय जाट सीहोर 7746898041- पुलिस अधीक्षक सीहोर श्री मयंक अवस्थी द्वारा जिले में हो रहे चोरी को रोकने एवं चोरो को पकडने हेतु दिये गये निर्देशो के तारतम्य मे अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सीहोर श्री गीतेश गर्ग, एसडीओपी बुदनी श्री शशांक गुर्जर के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी रेहटी निरीक्षक राजेश कहारे के नेतृत्व में गठित टीम द्वारा कार्यवाही करते हुये चोरी का माल बरामद कर आरोपी को गिरफ्तार किया गया है। घटना का संक्षिप्त विवरण- फरियादी आशीष पिता श्रीहरीराम जी साहू उम्र 27 साल निवासी चकल्दी ने रिपोर्ट किया कि
दिनांक 04/08/24 को मेरी हीरो एचएफ डिलक्स मोटर साईकिल क्रमांक MP 37 MN 4883, को अपने घर पर आंगन में रात करीबन 10.00 बजे खडी करके सो गया था जब मैं दिनांक 05/08/24 सुबह करीबन 06.00 बजे उठकर देखा तो मेरी मोटर साईकिल आंगन में खडी नहीं मिली जो अज्ञात चोर मेरी मोटर साईकिल चोरी कर ले गया है कि रिपोर्ट पर थाना रेहटी में अपराध क्रमांक 402/24 धारा 303 (2) बीएनएस का पंजीबद्ध कर विवेचना मे लिया गया। पुलिस द्वारा कार्यवाही- प्रकरण की गंभीरता को देखते हुये
पुलिस अधीक्षक सीहोर श्री मयंक अवस्थी के निर्देशन पर अति. पुलिस अधीक्षक श्री गीतेश गर्ग, एसडीओपी बुदनी श्री शशांक गुर्जर के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी रेहटी निरीक्षक राजेश कहारे के द्वारा टीम उनि महेश सिंह धुर्वे के नेतृत्व में गठित की। प्रकरण में मुखबिर सूचना प्राप्त हुई की संदेही व्यक्ति मोटर साईकिल से मालीबाया से रेहटी तरफ आ रहा है सूचना पर थाने के सामने तत्काल वाहन चैकिंग लगायी गई वाहन चैकिंग के दौरान संदेही समीम शाह एवं चन्द्रपाल धुर्वे से बारिकी से पूछताछ करने पर अपने साथी रिहान शाह के साथ मिलकर चकल्दी से मोटर साईकिल चोरी करना बताया
एवं तीनो आरोपियो द्वारा थाना रेहटी क्षेत्र के बाहर बुदनी, भोपाल, रायसेन, हरदा जिलो में अन्य मोटर साईकिल चोरी करना स्वीकार किये जो टीम के द्वारा चोरी गयी 7 अन्य मोटर साईकिल कुल 08 मोटर साईकिल कीमती करीबन 10 लाख रूपये की जप्त कर तीनो आरोपियो को गिरफ्तार किया गया। सराहनीय भूमिका- उक्त कार्यवाही में थाना प्रभारी रेहटी निरीक्षक राजेश कहारे, टीम प्रभारी उनि महेश सिंह धुर्वे, सउनि श्यामलाल वर्मा, प्रआर. फूलसिंह, प्रआर जयनारायण, प्रआर. दीपक सेन, आर. लवकेश जाट, आर. जितेन्द्र गौर, आर आमीन शाह, आर प्रवीण, आर रामूलाल उइके, आर विकाश नागर, सेनिक मांगीलाल, सेनिक मनोहर सिंह, सेनिक चन्दर सिंह, सेनिक विनोद वर्मा, सेनिक प्रभूदयाल, सेनिक अनोखीलाल की सराहनीय भूमिका रही।