updatenews247.com धंनजय जाट आष्टा 7746898041- स्थानीय सिविल हॉस्पिटल में करीब 10 माह पहले दो डायलिसिस मशीन का शुभारंभ हुआ था और अभी तक इस अवधि में 515 लोगों की डायलिसिस 25 जुलाई तक को चुकी है मरीजों का कहना है कि सिविल हॉस्पिटल में बहुत अच्छी सुविधा और सेवा मिलती है। बीएमओ डॉक्टर जीडी सोनी के निर्देश अनुसार सर्जन डॉक्टर भूपेंद्र परमार के मार्गदर्शन में दीपक चंद्रवंशी एवं हिमांशु सोनानिया इस डायलिसिस यूनिट को संचालित करते हैं।
डॉक्टर भूपेंद्र परमार स्वयं इस यूनिट में डायलिसिस के दौरान व्यवस्था को देखते हैं। डायलिसिस मशीन की व्यवस्थित रूप से साफ – सफाई कराते हैं।वही दोनों कर्मचारी दीपक चंद्रवंशी एवं हिमांशु सोनानिया यहां पर आने वाले मरीज को किसी प्रकार की परेशानी ना हो तथा व्यवस्थित रुप से डायलिसिस हो इस पर विशेष ध्यान देते हैं। बुधवार को सुबह सिविल हॉस्पिटल में जब डायलिसिस यूनिट में हमारे प्रतिनिधि ने जाकर देखा तो वहां पर जगदीश प्रसाद पिता पूरणसिंह प्रजापति जावर डायलिसिस करवा रहे थे।
उनसे चर्चा की तो उन्होंने बताया कि मेरी तीन साल से डायलिसिस हो रहा है। पहले देवास, इंदौर में डायलिसिस कराते थे, आष्टा में बहुत अच्छा घर जैसा माहौल मिलता है। श्री प्रजापति ने बताया कि देवास -इंदौर में डायलिसिस कराने पर दो -से तीन हजार रूपये खर्च आता था, तथा समय भी अधिक लगता था। लेकिन अब यह सुविधा आष्टा हॉस्पिटल में मिलने लग गई और हम यही पर डायलिसिस करातें हैं। श्रीमती अलका पति राजेंद्र सिंह बमूलिया रायमल भी डायलिसिस करा रही थी।
उन्होंने कहा मैं पहले इंदौर, देवास में डायलिसिस कराती थी। आष्टा के हॉस्पिटल में डायलिसिस कराने पर हमारा समय और पैसा दोनों की बचत होती है ।मेरी बेटी मुझे यहां पर डायलिसिस कराने लेकर आती है और डायलिसिस के पश्चात हम वापिस अपने गांव चले जाते हैं। उन्होंने डॉक्टर भूपेंद्र परमार द्वारा डायलिसिस कराने के दौरान स्वयं उपस्थित होकर व्यवस्था देखने एवं मरीज से भी पूछताछ करते हैं। डॉक्टर भूपेंद्र परमार ने बताया कि 12 सितंबर 2023 से डायलिसिस मशीन प्रारंभ हुई थी। अभी तक 515 डायलिसिस हो गई।