updatenews247.com धंनजय जाट आष्टा 7746898041- नगर के वार्ड क्र 16 सेमिनरी रोड स्थित माॅडर्न पब्लिक हा.से. स्कूल आष्टा में संस्था के मागर्दशर्क शंकर लाल परमार, कुंवर लाल परमार, भीम सिंह ठाकुर एवं समिति अध्यक्ष अभिषेक परमार केमार्गदर्शन में हरे भरे वृक्षों के महत्व पर एक दिवसीय पाठशाला आयोजित की गई। जिसमें छात्र छात्राओं को वृक्षों से लाभ बताया- उप-प्राचार्य विकास चौरसिया ने बताया कि पेड़ो से हमें दशकों से अनेक तरह की उपयोगी पदार्थ जैसे लकड़ी, औषधियां, गोंद, छाल, फल-फूल आदि प्राप्त होते हैं।
वृक्षों को लगाने से आसपास का वातावरण शुद्ध होता है और वातावरण में ऑक्सीजन की मात्रा में बढ़ोतरी होती है। वृक्षों को लगाने से वृक्ष आसपास की गर्मी को सोख लेते हैं जिससे वातावरण में ठंडक रहती है। वहीं बी.एल. मालवीय सर ने बताया कि पेड़ कई कारणों से हमारी दुनिया का एक महत्वपूर्ण घटक हैं। वे हवा को ठंडा करते हैं, मिट्टी को स्थिर करते हैं और वन्यजीवों के लिए भोजन और आवास प्रदान करते हैं। वे कार्बन को सोखकर और संग्रहीत करके हमारी हवा को साफ करने में भी बहुत बड़ा योगदान देते हैं।
निमर्ला सारसिया ने बताया कि पेड़ और अन्य जीवित पौधे हमारे आस-पास की सुंदरता को बढ़ाते हैं, ध्वनि अवरोधक के रूप में काम करते हैं, मूल्यवान ऑक्सीजन का उत्पादन करते हैं, और गर्मियों में ठंडी छाया और सर्दियों में हवा को कम करके ऊर्जा संरक्षण में सहायता करते हैं। पेड़ हमें ऑक्सीजन प्रदान करते हैं, कार्बन का भंडारण करते हैं और सभी जीवों के कल्याण में योगदान करते हैं। रवि पाठक सर ने बताया कि पेड़ों का महत्व सिर्फ प्रकृति का हिस्सा होने से कहीं अधिक है। पशु, कीड़े, पक्षी और कवक पेड़ों में अपना घर बनाते हैं और एक विविध पारिस्थितिकी तंत्र बनाते हैं।
यह संतुलित वातावरण, बदले में, मनुष्य की बेहतरी में योगदान देता है। पेड़ अपना भोजन स्वयं बनाते हैं और खाद्य श्रृंखला के निचले भाग में पाए जाते हैं। प्राचार्य श्री शैलेन्द्र सिंह ठाकुर, उप-प्राचार्य विकास चौरसिया, बी.एल. मालवीय, रवि पाठक, संदीप जोशी, राजेश बड़ोदिया, रजत धारवां, पंकज ठाकुर, जितेन्द्र पोरवाल, अनीता परमार, निमर्ला सारसिया, करिश्मा चौपड़ा, अंजली चौरसिया, अंजु नावड़े, रचना ठाकुर, नीता सक्सेना, इशा जैन, इतिका चौहान प्रियंका सारसिया, अनुभा रामानी, अवनि जैन, पूजा ठाकुर आदि ने छात्र/छात्राओं को बधाई दी एवं उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।