updatenews247.com धंनजय जाट आष्टा 7746898041- आस्था कि नगरी आष्टा में मां पार्वती नदी के समीप अन्नपूर्णा मंदिर विरक्त आश्रम पर श्री श्री 1008 श्री दीपक दास जी महराज द्वारा सत्गुरु का महाभिषेक कर आरती, पूजा कि गई। इस अवसर पर बडी संख्या में आष्टा के समीप ग्राम डुका, डाबरी, दुपाडिया, पहाड़िया गोयल व अन्य ग्राम से श्रद्धालु पधारे, आष्टा से डा दुर्गा दास बैरागी खाचरोद, राम बैरागी अरनिया राम, श्री भगवान दास बैरागी सेठ गुराडिया, श्री भागवान दास बैरागी आष्टा, श्री निर्मल बैरागी आष्टा, श्री कन्हैया बैरागी,

श्री मुकेश बैरागी, श्री मनोहर बैरागी, श्री दिनेश बैरागी सेठ गुराडिया, श्री विष्णु दास बैरागी गणेश मन्दिर, श्री नर्मदा दास बैरागी गणेश मन्दिर श्री राजेश बैरागी, श्री संतोष वैष्णव, श्री रवीन्द्र वैष्णव, श्री महेश बैरागी, श्री विनोद बैरागी, कैलाश बैरागी श्री पवन बैरागी आष्टा व अन्य भक्तगण हूए उपस्थित। श्री दीपक दास जी महराज ने बयाया कि कई वर्षों से महाभिषेक कर पूजा अर्चना इत्यादि कि जाती है। श्री गुरुदेव ने कहा प्रत्येक मानव के जीवन में गुरु की बडी महिमा होती है। गुरु के बिना मोक्ष मिलना सम्भव नहीं है। गुरु ही हमे तारते है।

updatenews247.com धंनजय जाट आष्टा 7746898041- भगवान श्री महादेव के पावन पवित्र श्रावण मास में मां भगवती राजराजेश्वरी की कृपा एवं पावन आशीर्वाद से सप्तदिवसीय पितृमोक्ष मूलपाठ अनुष्ठान व दिव्य संगीतमय श्रीमद भागवत महापुराण कथामृत ज्ञान गंगा महोत्सव का आयोजन 22 जुलाई को कलश यात्रा,मण्डलदेवता पूजन के साथ कथा प्रारंभ होगी।श्रीमद भागवत कथा पंडित विष्णु प्रसाद व्यास नौगांव वाले कराएंगे। अनुष्ठान पूर्ण व कथा विश्राम 28 जुलाई रविवार को होगी।कथा प्रतिदिन दोपहर 1 बजे से सांय 4 बजे तक पंडित विष्णु प्रसाद व्यास नौगांव वाले श्रवण कराएंगे।

कथा मां दुर्गा माता मन्दिर के पीछे धोबी मौहल्ला “आशीर्वाद पार्टी हाल” आष्टा पर होगी। कथा के आयोजक श्री राजराजेश्वरी चौराहा वाली मां है। सभी मोहल्ले,चौराहे,नगर, क्षेत्रवासी भक्तजन इस मोक्षदायिनी भगवती भागीरथी की कथा में पधारकर तथा तन, मन, धन के साथ आनन्द लेकर अपने पितरों व अपनी स्वयं की जीवात्मा का कल्याण करने के लिये सपरिवार सादर आमंत्रित है।जिन किसी भक्तों को पितृदोष है या उनके घर परिवार में कोई अकाल मृत्यु हुई हो तो उसके निवारण के लिए पूजन पाठ, तर्पण मार्जन, हवन में बैठना हो वह कर्मकांड आचार्य पंडित गणेश व्यास गंज माता मंदिर पर संपर्क करें।

अंधेरे में जन्म लेकर भोग विलास में जीवन यापन कर अंधेरे में जाने वाले अधिक लोग हैं- मुनि विनंद सागर महाराज

updatenews247.com धंनजय जाट आष्टा 7746898041- अरिहंत पुरम अलीपुर श्री चंद्र प्रभ मंदिर में निरंतर बह रही धर्म ज्ञान गंगा। चातुर्मास के समय में मुनिश्री विनंद सागर जी ने शनिवार को प्रवचन में कहा कि दुनिया में चार प्रकार के लोग होते हैं, एक वह जो अंधेरे में आते हैं और अंधेरे में ही चले जाते हैं। दूसरे वे लोग जो अंधेरे में तो आते हैं और उजाले में जाते हैं। तीसरे वह जो उजाले में आते हैं और अंधेरे में चले जाते हैं और चौथे प्रकार के लोग जो उजाले में आते हैं और उजाले में ही चले जाते हैं।

इस दुनिया में उनकी संख्या ज्यादा है जो अंधेरे में आते हैं और अंधेरे में चले जाते हैं। क्योंकि ज्यादातर लोग इंद्रीय विषयों और भोग विलास में अपना जीवन व्यतीत कर देते हैं। इसलिए वह कभी सम्मयक्त अर्थात उजाले को प्राप्त नहीं होते और जो लोग देव, शास्त्र, गुरु की भक्ति उल्लास, आनंद और रुचि पूर्वक कर अपने को समर्पित कर देते हैं, वही लोग इस अंधेरी दुनिया से निकलकर उजाले की ओर अर्थात भगवान के समीप पहुंचते हैं। ऐसे ही लोग आते तो अंधेरे में है लेकिन जाएंगे अपने जीवन में उजाला करके यही लोग धन्य है और हमें ऐसा ही बनने का पुरुषार्थ करना है।

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