updatenews247.com धंनजय जाट सीहोर 7746898041- लगातार दूसरी बार अखिल भारतीय चंद्रवंशी क्षत्रीय खाती समाज के तत्वाधान में रविवार को शहर में निकली भगवान जगदीश की रथयात्रा देखने लायक रही। यात्रा संयोजक डॉ. अजय पटेल के नेतृत्व में भव्य तैयारियां की गई थी। इस वर्ष भी अखिल भारतीय चन्द्रवंशी खाती समाज द्वारा भगवान जगदीश की रथ यात्रा बड़े पैमाने पर धूमधाम से निकाली गई। शहर के प्रमुख मार्गो पर रथयात्रा का कई सामाजिक संगठनों द्वारा जगह-जगह स्वागत किया।
इस मौके पर कोतवाली चौराहे पर विठलेश समिति की ओर से पंडित समीर शुक्ला, विनय मिश्रा, मनोज दीक्षित मामा, सौभाग्य मिश्रा, रविन्द्र नायक, महेन्द्र शर्मा सहित अन्य ने यात्रा के संयोजक डॉ. अजय पटेल, अध्यक्ष आकाश वर्मा पम्मू और जिला समिति के अध्यक्ष रघुनाथ वर्मा, पूर्व विधायक शैलेन्द्र पटेल सहित अन्य का पुष्प वर्षा कर स्वागत किया। चल समारोह के संयोजक डॉ. अजय पटेल ने बताया कि भव्य रथ यात्रा शहर के भोपाल नाका आवासीय स्कूल के समीपस्थ हनुमान मंदिर से आरंभ हुई।
इससे पहले यात्रा का शुभारंभ आस्था और उत्साह के साथ हनुमान जी की पूजा-अर्चना और आरती के साथ किया गया था। चल समारोह शहर के प्रमुख मार्गों से होते हुए लीसा टाकीज पर समापन और महासभा में तब्दील हुआ। इस मौके पर मंच से समाजजनों ने अपने वरिष्ठजनों के संबोधन को सुना और पूरे उत्साह के साथ समारोह में भाग लिया। उन्होंने कहा कि चल समारोह का मकसद है कि सभी एकजुट होकर समाज के लिए काम करें। उन्होंने सभी से मिलकर आगे भी इसी तरह के आयोजन करते रहने की बात पर जोर दिया। निकाली गई इस भव्य जगदीश यात्रा को
निकालने के लिए लंबे समय से तैयारियां की जा रही थीं। समाज के पदाधिकारी गांव-गांव पहुंचकर लोगों को इसके बारे में बता रहे थे। साथ ही शामिल होने की अपील कर रहे थे। आज जब यात्रा निकाली गई तो बड़ी संख्या में शहर सहित आस-पास के क्षेत्रवासी शामिल हुए। इसमें डीजे की धुन पर बड़ी संख्या में समाजजन उपस्थित रहे। चल समारोह में बैंड-बाजे के साथ प्रसिद्ध डमरू वादक मौनी बाबा डमरू वाले के सानिध्य में भस्म रमय्या भक्त मंडल द्वारा सुगंधित अष्टगंध, इत्र की बौछार के साथ झांझ व डमरू की लयबद्ध प्रस्तुति दी, ढोल-ताशे और भगवान हनुमान जी सहित अन्य की झांकी आकर्षण का केन्द्र रही।
updatenews247.com धंनजय जाट 7746898041- हिंदू सनातन धर्म में पौराणिक मान्यताओं के अनुसार ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष की दशमी को मां गंगा अवतरित हुई थी। इस वर्ष यह पर्व 16 जून रविवार को मनाया जाएगा। इस पर्व पर विशेष संयोग का निर्माण हो रहा है। इस कारण पर्व का महत्व कई गुना अधिक रहेगा। नगरपुरोहित पंडित मनीष पाठक ने बताया कि पंचांग के अनुसार ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि 15-16 जून की रात 2:34 बजे पर शुरू हो रही है। इस तिथि का समापन 17 जून सुबह 4:45 बजे पर होगा। उदया तिथि के अनुसार, गंगा दशहरा पर्व 16 जून रविवार के दिन मनाया जाएगा।
गंगा दशहरा के दिन हस्त नक्षत्र सुबह 11:13 बजे तक रहेगा। इसके बाद चित्रा नक्षत्र शुरू हो जाएगा जो विशेष शुभकारी होगा। धरती पर हुआ था गंगा माता का अवतरण- पं पाठक के अनुसार पौराणिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन मां गंगा का अवतरण हुआ था। इसलिए इस पर्व को मां गंगा के अवतरण दिवस के रूप में मनाते हैं। मान्यता है कि मां गंगा को धरती पर लाने के लिए भागीरथ ने अनेक प्रयास किए थे। जिस दिन मां गंगा धरती पर अवतरित हुई थी, उस दिन ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि थी।
इसी दिन से मां गंगा के अवतरण दिवस को गंगा दशमी के रूप में मनाया जाता है। मां गंगा के अवतरण दिवस पर बन रहे हैं ये शुभ संयोग- पंडित डॉ दीपेश पाठक ने बताया कि इस वर्ष मां गंगा के अवतरण दिवस पर एक साथ कई शुभ संयोग बन रहे है। ज्योत्षी के अनुसार, इस वर्ष यह पर्व हस्त नक्षत्र में मनाया जाएगा। जो बहुत शुभ माना गया है। साथ ही इस तिथि पर सर्वार्थ सिद्धि योग, अमृत सिद्धि योग और रवि योग का महासंयोग बन रहा है। जो बहुत ही शुभकारी है। इस कारण से इस दिन हर शुभ कार्य आरंभ किए जा सकते हैं।
गंगा दशहरा पूजा विधि- धार्मिक मान्यता और परंपराओं के अनुसार, गंगा दशहरा के दिन सुबह में गंगा नदी में स्नान कर दान-पुण्य करने से पापों से मुक्ति मिलती है और पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है। यदि गंगा स्नान नहीं कर सकते हैं, तो पास की किसी नदी या तालाब में या घर पर ही स्नान के जल में गंगाजल डालकर भी स्नान कर सकते हैं। स्नान के बाद सफेद वस्त्र धारण कर गंगाजल मिश्रित स्वच्छ जल, अक्षत और फूल से शिवलिंग का अभिषेक करें। पितरों की शुद्धि के लिए धरती पर आयीं मां गंगा- पौराणिक कथाओं के अनुसार, स्वर्ग से धरती पर गंगा का अवतरण पितरों की शुद्धि के लिए हुआ था।
धरती पर आने से पहले वे भगवान ब्रह्मा के कमंडल में रहती थीं। भागीरथ मुनि ने अपने पूर्वजों उद्धार के लिए कठिन तपस्या से धरती पर उतारने का वरदान पाया था। करें दान-पुण्य- गंगा दशहरा के दिन दान करने का विशेष महत्व होता है। मान्यता है कि दान-पुण्य करने से व्यक्ति सभी संकटों से छुटकारा पा सकता है और कुंडली में बने ग्रह दोष से मुक्ति भी इस दिन पूजा-पाठ से मिल जाती हैं। व्यक्ति के बिगड़े काम भी बनने लगते हैं। इस दिन जल अन्न, फल वस्त्र, नमक, तेल, गुड़ और स्वर्ण दान करना चाहिए। जिससे अनंत पुण्य की प्राप्ति होती है।
पंडित मनीष पाठक, पंडित मयूर पाठक, पंडित डॉ दीपेश पाठक एवं समस्त नगरपुरोहित परिवार आष्टा 9893382678
*मेष:-* आक आर्थिक स्थिति पहले की अपेक्षा अच्छी रहेगी। विद्यार्थियों को कठिन विषयों पर ध्यान देना होगा। प्राइवेट नौकरी कर रहे लोगों को बड़े अधिकारियों का पूरा सपोर्ट मिलेगा। आपके कामकाज की तारीफ होगी
*उपाय:- अबीर का तिलक लगाएं*
*वृषभ :-* आज ऊर्जा से भरपूर महसूस करेंगे। आप जिस काम को करना चाहेंगे, उसमें आपको सफलता मिलने की संभावना है। तकनीकी क्षेत्र से जुड़े हुए लोगों को अच्छा फायदा मिलेगा।
*उपाय:- घर मे तिल का दीपक दक्षिण दिशा में लगाये*
*मिथुन:-* आज व्यवहार पर काबू रखना होगा। आप कोई भी बड़ा निवेश करने से बचें। दांपत्य जीवन प्रतिकूल रहेगा। सामाजिक दायित्व बढ़ेगा।
*उपाय:- मोरपंख श्रीकृष्ण मंदिर में रखे*
*कर्क:-* आज तरक्की के मार्ग प्रशस्त होंगे। जीवनसाथी की सलाह आपके लिए फायदेमंद साबित होगी। धन कमाने के जरिए बढ़ सकते हैं। आप अपनी योजनाओं को अंतिम रूप दे सकते हैं।
*उपाय:- पक्षियों को चावल खिलाये*
*सिंह:-* आज का दिन बढ़िया रहेगा। कामकाज में आप अच्छा प्रदर्शन करेंगे। किस्मत पूरा साथ देगी। सफलता के मार्ग हासिल हो सकते हैं। आर्थिक स्थिति मजबूत रहेगी।
*उपाय:- घी का दीपक तुलसी जी के सामने लगाये*
*कन्या:-* आज आर्थिक स्थिति मजबूत बनेगी। घर-परिवार में चल रहे मतभेद खत्म हो सकते हैं। माता के स्वास्थ्य में सुधार आएगा। करियर के क्षेत्र में आप आगे बढ़ेंगे।
*उपाय:- शिव मंत्र का दान करे*
*तुला:-* आज व्यय वृद्धि होगी। परिवार से अपेक्षा पूरी न होने पर तनाव रहेगा।परिश्रम होगा। आपकी मानसिकता दिन पर दिन नकारात्मक होती जा रही है।
*उपाय:- गुग्गल की धूप घर मे दे*
*वृश्चिक:-* आज सामाजिक क्षेत्र में मान-सम्मान की प्राप्ति होगी। कमाई के जरिए बढ़ेंगे। निवेश संबंधित कामों में लाभ मिल सकता है। आपकी सोच सकारात्मक रहेगी।
*उपाय:- मीठी थुली गौमाता को खिलाएं*
*धनु:-* आज पैतृक संपत्ति से लाभ मिलने की संभावना है। उच्च शिक्षा से जुड़े छात्रों को अपनी मेहनत के बराबर परिणाम हासिल होने के योग हैं। प्रेम जीवन में सुधार आएगा। विवाह योग्य लोगों को विवाह का रिश्ता मिल सकता है।
*उपाय:- श्रीगणेश जी पूजा करे*
*मकर:-* आज खानपान में रुचि बढ़ेगी। स्वास्थ्य संबंधित परेशानियों से छुटकारा मिलेगा। परिवार के लोगों के साथ आप अच्छा समय व्यतीत करेंगे। खास लोगों से जुड़ने का मौका मिल सकता है।
*उपाय:- अनार शनि मंदिर में दे*
*कुम्भ:-* आज खर्च की अधिकता से अर्थव्यवस्था बिगड़ेगी। व्यवसाय विस्तार के लिए कर्ज लेना पड़ सकता है। किसी भी कीमत पर अपना रूका काम करवाने की जिद रहेगी।
*उपाय:- विद्यार्थियों को मिठाई खिलाये*
*मीन:-* आज आप अपने कामकाज के तरीकों में कुछ बदलाव करेंगे, जिसका भविष्य में आपको फायदा मिल सकता है। घर में मांगलिक कार्यक्रम के आयोजन की चर्चा हो सकती है। माता से सहयोग मिलेगा।
*उपाय:- कुमकुम का स्वास्तिक*
*पं. डॉ दीपेश पाठक*
*ज्योतिर्विद ,भगवताचार्य एवं* *शिक्षाविद मोटिवेटर*
*एम.ए(ज्योतिष,संस्कृत),एमकॉम*
*(लेखाशास्त्र),एमफिल,पीएचडी,*
*एमपीसेट,पीजीडीसीए,* *टीसीएस एकाउंटिंग,*
*श्रीजगदीश्वर धाम राधाकृष्ण* *मंदिर, समस्त नगरपुरोहित परिवार आष्टा,जिला* *सीहोर म.प्र*
*9827598979,9406533539* *नोट: यह राशिफ़ल दैनिक ग्रहदशा के आधार पर है ।आपकी कुंडली के ग्रहों के आधार पर आपके जीवन में घटित हो रही घटनाओं में कुछ भिन्नता हो सकती है।कुंडली का विश्लेषण करवा कर आप उसका हल निकला सकते है।*