updatenews247.com धंनजय जाट सीहोर 7746898041- हमारे नगर के बेटे विराज विजय घेंघट ने राजस्थान में जाकर पॉवर लिफ्टिंग सब जूनियर में नेशनल गोल्ड मेडल जीतकर नगर का नाम रोशन किया है साथ ही अपने परिवार का नाम भी राज्य स्तर पर पहुंचाया है। यह हमारे प्रदेश और आष्टा नगर के लिए गौरव की बात है। इस आशय के विचार नपाध्यक्ष प्रतिनिधि रायसिंह मेवाड़ा ने राजस्थान में आयोजित राज्य स्तरीय पॉवर लिफ्टिंग सब जूनियर में नेशनल गोल्ड मेडल विजेता रहे।

विराज विजय घेंघट के स्वागत सम्मान अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। इस अवसर पर नपाध्यक्ष प्रतिनिधि रायसिंह मेवाड़ा, मुख्य नगरपालिका अधिकारी राजेश सक्सेना, पार्षद डॉ. सलीम खान, रवि शर्मा द्वारा पुष्पमाला पहनाकर स्वागत सम्मान कर उज्जवल भविष्य की कामना की। विराज घेंघट की इस उपलब्धि पर उनके स्नेहीजनों द्वारा खुली जीप को सजाकर विराज को सवार किया और ढोल-ढमाकों के साथ नगर के प्रमुख मार्गो से स्वागत जुलूस निकाला। इस अवसर पर विनोद घेंघट, विजय घेंघट, रमेश भामा, कैलाश घेंघट, आशीष बैरागी, गोलू घेंघट, अर्जुन घेंघट सहित बड़ी संख्या में परिवारजन, ईष्टमित्र आदि मौजूद थे।

updatenews247.com धंनजय जाट आष्टा 7746898041- श्रुत पंचमी महा पर्व पूर्ण भक्ति भाव के साथ मनाया गया नगर के पार्श्वनाथ दिगम्बर जैन किला मंदिर,श्री चन्द्रप्रभु चैत्यालय नजर गंज, श्री नेमिनाथ जिन मंदिर साईं कॉलोनी में जिनवाणी को वस्त्र में रखकर रजत विमान में विराजमान कर जय जय कारो के साथ शोभायात्रा निकाली गई ओर सामहिक रूप से जिनवाणी की पूजन कर श्रुत पंचमी के महत्व को बताया गया,इस अवसर पर सेकड़ो की संख्या में श्रावक गण एवं माताओ बहनों ने लाभ लिया इस दिन जैन परंपरा का प्रथम ग्रंथ षट्खण्डागम को लिपिबद्ध किया गया था।

इसके पूर्व ज्ञान को कंठ में रखने की परंपरा थी।
श्रुत पंचमी के दिन जैन धर्मावलंबी मंदिरों में प्राकृत, संस्कृत, प्राचीन भाषाओं में हस्तलिखित प्राचीन मूल शास्त्रों को शास्त्र भंडार से बाहर निकालकर, शास्त्र- भंडारों की साफ-सफाई करके, प्राचीनतम शास्त्रों की सुरक्षा की दृष्टि से उन्हें नए वस्त्रों में लपेटकर सुरक्षित किया जाता है तथा इन ग्रंथों को भगवान की वेदी के समीप विराजमान करके उनकी पूजा-अर्चना करते हैं, क्योंकि इसी दिन जैन शास्त्र लिखकर उनकी पूजा की गई थी, क्योंकि उससे पहले जैन ज्ञान मौखिक रूप में आचार्य परंपरा से चल रहा था। उसी परम्परा को आगे बढ़ाते हुए आज पर्व को भव्य रूप से मनाया गया।

पल्स पोलियो अभियान के संबंध में बैठक आयोजित, पल्स पोलियो की खुराक 23 जून को, दस्तक अभियान 25 जून से 27 अगस्त तक, कलेक्टर ने सभी संबंधित विभागों को अभियान की सफलता के लिए समन्वित रूप से कार्य करने के दिए निर्देश, जिले के 01 लाख 98 हजार 310 बच्चों को पिलाई जाएगी दो बूंद जिंदगी की, राष्ट्रीय पल्स पोलियो टीकाकरण अभियान के तहत जिला टास्क फोर्स की बैठक आयोजित

updatenews247.com धंनजय जाट सीहोर 7746898041- राष्ट्रीय पल्स पोलियो टीकाकरण अभियान के तहत कलेक्टर श्री प्रवीण सिंह की अध्यक्षता में जिला पंचायत सभाकक्ष में जिला टास्क फोर्स पल्स पोलियो अभियान की बैठक आायोजित की गई। बैठक में कलेक्टर श्री सिंह ने सभी संबंधित अधिकारियों को राष्ट्रीय पल्स पोलियो अभियान की शत-प्रतिशत सफलता के लिए स्वास्थ्य विभाग के साथ समन्वय बनाकर कार्य करने तथा शून्य से 05 साल तक बच्चों को दो बूंद जिंदगी की पिलाने का लक्ष्य पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होनें इस अभियान की सफलता के लिए सभी एसडीएम एवं बीएमओ को नर्देश दिए हैं कि विकासखण्ड स्तर पर टास्क फोर्स समिति की बैठक आयोजित कर महत्वपूर्ण गतिविधियों की सघन कार्ययोजना बनाकर इनका सुचारू क्रियान्वयन सुनिश्चित करें।

बैठक में जानकारी दी गई कि 23 जून, 2024 को पल्स पोलियो अभियान में एक लाख 98 हजार 310 बच्चों को दो बूंद जिंदगी की पिलाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। अभियान की शत-प्रतिशत सफलता के लिए सुपरवाईजर्स की ड्यूटी लगाई गई है। साथ ही ट्रांजिट दलों के माध्यम से पल्स पोलियो टीकाकरण अभियान को सफल बनाने सूक्ष्म कार्ययोजना बनाई गई है। पल्स पोलियो की खुराक जीरो से 05 वर्ष आयु तक के बच्चों को पिलाई जाएगी। अभियान की शत-प्रतिशत सफलता के लिए जीरो से 05 साल तक के बच्चों को आष्टा के 52 हजार 857, बुदनी 21 हजार 295, इछावर 22 हजार 701, श्यामपुर 48 हजार 279,भैरूंदा में 31 हजार 676 तथा जिला चिकित्सालय में 21 हजार 502 बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाई जाएगी। बैठक में जिला पंचायत सीईओ श्री आशिष तिवारी, अपर कलेक्टर श्री वृंदावन सिंह, सीएमएचओं श्री सुधीर डेहरिया सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

23 जून से प्रारंभ होगा पल्स पोलियो अभियान- राष्ट्रीय पल्स पोलियो टीकाकरण अभियान के तहत कलेक्टर श्री प्रवीण सिंह की अध्यक्षता में जिला पंचायत सभाकक्ष में जिला टास्क फोर्स की बैठक आायोजित की गई। बैठक में कलेक्टर श्री सिंह ने सभी संबंधित अधिकारियों को राष्ट्रीय पल्स पोलियो अभियान की शत-प्रतिशत सफलता के लिए स्वास्थ्य विभाग के साथ समन्वय बनाकर कार्य करने तथा शून्य से 05 साल तक बच्चों को दो बूंद जिंदगी की पिलाने का लक्ष्य पूरा करने के निर्देश दिए। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. सुधीर कुमार डेहरिया ने जानकारी दी कि 23 जून,2024 से संचालित होने वाले पल्स पोलियो अभियान में एक लाख 98 हजार 310 बच्चों को दो बूंद जिंदगी की पिलाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।

अभियान की शत-प्रतिशत सफलता के लिए सुपरवाईजर्स की ड्यूटी अभियान में लगाई गई है तथा मोबाईल टीम बनाई गई है। साथ ही ट्रांजिट दलों के माध्यम से पल्स पोलियो टीकाकरण अभियान को सफल बनाने सूक्ष्म कार्ययोजना बनाई गई है। पल्स पोलियो की खुराक निर्धारित सभी बूथों पर जीरो से 05 वर्ष आयु तक के बच्चों को पिलाई जाएगी। शिक्षा विभाग- पल्स पोलिया अभियान के लिए जिले की समस्त शालाओं में प्रचार-प्रसार के तहत कार्य किये जाये। पोलियो बूथ के लिए चिन्हित शालायें रविवार को भी खोली जाए। रैली का आयोजन कर प्रत्येक शाला ग्राम/शहरी वार्ड में वातावरण निर्माण करें। छात्र-छात्राओं का समूह गठित कर बूथ दिवस पर 0 से 5 वर्ष के बच्चों को घर-घर से प्रेरित कर दवा पिलवाना सुनिश्चित करें। इस तीन दिवसीय अभियान में प्राचार्य सभी छात्र-छात्राओं को पोलियों उन्मूलन के सहयोग के लिए संकल्पित करें कि मैं अपने घर एवं आस-पास घरों के सभी 0 से 5 वर्ष के बच्चों को पोलियो बूथ पर लाकर दवा अवश्य पिलवाउंगा।

23 जून को प्रातः 8:00 बजे से सायं 5:00 बजे तक बूथ पर 0 से 5 वर्ष तक के बच्चों को लाकर दवा अवश्य पिलवाऐं। महिला बाल विकास पल्स पोलिया अभियान के तहत 0 से 5 वर्ष के सभी बच्चों को घर-घर भ्रमण पश्चात शत-प्रतिशत नामवार सूचीबद् करना तथा इनके पालकों को बूथ पर 23 जून को प्रातः 8:00 बजे से सांय 5:00 बजे दवा पीलाने का संदेश का प्रसारण करे। समस्त आंगनवाडी कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं द्वारा अभियान दिवसों का प्रचार- प्रसार, नारे लेखन, आपसी चर्चा द्वारा घर-घर में प्रचार। पोलियों बूथ चिन्हित पर आंगनवाडी केन्द्रों में अभियान दल के सदस्य के रूप में, स्थानीय कार्य योजना अनुसार आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका का बूथ / दल में शामिल होना।

जिले के प्रत्येक विकासखण्ड- पल्स पोलियो अभियान के तहत विकासखंड में आयोजित प्रशिक्षण सत्रों में शत्-प्रतिशत उपस्थिति। बूथ दिवस 23 जून को समस्त आंगनवाडी कार्यकर्ताओं का बच्चों को बूथ तक लाने में सहयोग। समस्त पर्यवेक्षक एवं बाल विकास परियोजना अधिकारी द्वारा सर्वे एवं अभियान दिवसों में भ्रमणरत रहकर सपोर्टिव सुपरविजन। टास्क फोर्स की बैठक सुनिश्चित करना और संवेदनशील प्रखण्डों में टास्क फोर्स बैठक में भाग लेना और आईस फैक्ट्री का भ्रमण कर उनको अच्छे आईस पैक जमाने के लिये पाबन्द करना। शहर के मुख्य प्रवेश द्वार पर गाडियों को रोकने में मदद के लिये बेरियर लगाने की व्यवस्था। ग्रामीण क्षेत्रों में चौकीदारों को दिशा निर्देश अपने क्षेत्र में टीकाकरण की पूर्ण कार्य सम्पादन की सम्पुष्टि एवं कार्यक्रम का प्रचार करेंगे जिससे जागरूकता के अभाव में कोई बच्चा छूटे नहीं। दवा पिलाने से इंकार करने की परिस्थिति में दल को मदद करने की व्यवस्था।

दस्तक अभियान 25 जून से 27 अगस्त तक, दस्तक अभियान – सेवायें- दस्तक अभियान के तहत समुदाय में बीमार नवजात और बच्चों की पहचान प्रबंधन एवं रेफरल, 5 वर्ष से कम उम्र के गंभीर कुपोषित बच्चों की सक्रिय पहचान, (Active Case Finding) रेफरल एवं प्रबंधन, 6 माह से 5 वर्ष तक के बच्चों में गंभीर एनीमिया की सक्रिय स्क्रीनिंग एवं प्रबंधन, 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों में बाल्यकालीन दस्त रोग की पहचान एवं नियंत्रण के लिए ओआरएस एवं जिंक के उपयोग संबंधी सामुदायिक जागरूकता में बढ़ावा एवं प्रत्येक घर में गृहभेंट के दौरान ओआरएस पहुंचाना।

5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों में शैशव एवं बाल्यकालीन निमोनिया की त्वरित पहचान, प्रबंधन एवं रेफरल, 9 माह से 5 वर्ष तक के समस्त बच्चों को विटामिन ए अनुपूरण, बच्चों में दिखाई देने वाली जन्मजात विकृतियों (Birth Defects) एवं वृद्धि विकास में विलंब ( Development Delay) की पहचान, 5 वर्ष तक की आयु वाले बच्चों में श्रवण बाधित एवं दृष्टि दोष की पहचान और पुष्टि कर आर.बी.एस.के. कार्यक्रम में पंजीयन कर उपचारित कराना, समुचित शिशु एवं बाल आहार पूर्ति संबंधी समझाइश समुदाय को देना, एसएनसीयू एवं एनआरसी से छुट्टी प्राप्त बच्चों में बीमारी की स्क्रीनिंग तथा फॉलोअप को प्रोत्साहन, गृह भेंट के दौरान आंशिक रूप से टीकाकृत एवं छूटे हुये बच्चों के टीकाकरण का कार्य किया जाएगा।

दस्तक अभियान के क्रियान्वयन और पद्धति- दस्तक अभियान के क्रियान्वयन और पद्विति के तहत वित्तीय वर्ष 2024-25 में दस्तक अभियान प्रथम चरण का आयोजन 25 जून से 27 अगस्त 2024 के मध्य किया जायेगा।इस दौरान एएनएम. आशा एवं आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के संयुक्त दल द्वारा 5 वर्ष तक के बच्चों के घर-घर जाकर दस्तक सेवाएं दी जायेंगी। दस्तक दल द्वारा बच्चों में बीमारियों की पहचान, आवश्यक उपचार एवं त्वरित रेफरल सुनिश्चित किया जायेगा, दस्तक दल का नेतृत्व एएनएम द्वारा किया जायेगा आशा एवं आंगनवाडी कार्यकर्ता सहयोगी की भूमिका में होंगी।

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