फीस वृद्धि पर कलेक्टर ने निजी स्कूल पर लगाया दो लाख रुपए का जुर्माना, 7 दिवस के भीतर जुर्माने की राशि जमा करने के दिए निर्देश, एक ही दुकान से छात्र-छात्राओं को विक्रय की जा रही थी किताबें, सेंट एन्स सीनियर सेकेण्डरी स्कूल की मिली थी शिकायत, जॉंच में पाया गया सही

updatenews247.com धंनजय जाट सीहोर 7746898041- सीहोर के सेन्ट एन्स सीनियर सेकेण्डरी स्कूल द्वारा फीस वृद्धि और एक ही दुकान से छात्र-छात्राओं को पुस्तकें खरीदने की शिकायतें प्राप्त हुई थी। कलेक्टर श्री प्रवीण सिंह ने इन शिकायतों को संज्ञान में लेते हुए जांच के निर्देश दिए थे। जांच के लिए चार सदस्यों का दल गठित किया गया था।

जांच में शिकायत सही पाए जाने पर पर कलेक्टर श्री प्रवीण सिंह ने सेन्ट एन्स सीनियर सेकेण्डरी स्कूल पर दो लाख रुपए का जुर्माना लगाया है। साथ ही जुर्माने की राशि सात दिवस के भीतर जमा करने के निर्देश दिए हैं। जिला शिक्षा अधिकारी श्री संजय सिंह तोमर ने बताया कि 14 जुलाई 2023 को फीस वृद्धि तथा छात्र-छात्राओं द्वारा एक ही दुकान से पुस्तकें क्रय करने की शिकायत प्राप्त हुई थी। इस संबंध में संबंधित स्कूल के प्राचार्य/संचालक को कारण बताओं सूचना पत्र जारी किया गया था।

सूचना पत्र का जवाब समाधान कारक नहीं पाए जाने पर 18 दिसंबर 2023 को कलेक्टर श्री प्रवीण सिंह ने चार सदस्यीय जांच दल गठित कर जांच करने के निर्देश दिए गए थे। जांच दल द्वारा “संस्था प्रबंधन को शिकायतों का निवारण करने के लिए कहा गया। जिनमें संस्था प्रबंधन छात्र – छात्राओं से जो फीस वृद्धि की गई है, उन्हें पालकों को वापिस करने के लिए कहा गया एवं छात्र – छात्राओं की पुस्तके जो कि एक ही दुकान से विक्रय हो रही है, उसे न्यूनतम तीन दुकानों पर विक्रय कराने एवं छात्र – छात्राओं की धार्मिक आस्थाओं पर ठेस न पहुंचाने एवं

बच्चों पर किसी भी प्रकार का अनावश्यक दबाव नहीं बनाने के निर्देश दिए गए थे। इसके साथ ही बढ़ाई गई फीस को अधिनियम की धारा 10 अनुसार 30 दिवस के भीतर पालको को वापिस करने का निर्देश दिया गया था। लेकिन संस्था प्रबंधन द्वारा आज तक पालकों को फीस वापिस नहीं की गई है। निर्देशों की अवहेलना करने पर कलेक्टर श्री प्रवीण सिंह ने स्कूल शिक्षा मंत्रालय, मध्यप्रदेश सरकार द्वारा 2 दिसम्बर 2020 के नियम 9 (9) (7) तथा ( 8 ) के तहत संस्था के संचालक/प्राचार्य पर दो लाख रुपए का जुर्माना लगाया है।

वैवाहिक जीवन में पति-पत्नी के बीच भरोसा होना बेहद जरूरी-कथा व्यास पंडित राघव मिश्रा

updatenews247.com धंनजय जाट सीहोर 7746898041- जिला मुख्यालय के समीपस्थ चितावलिया हेमा स्थित निर्माणाधीन मुरली मनोहर एवं कुबेरेश्वर महादेव मंदिर में सोमवार से आरंभ हुई पांच दिवसीय शिव महापुराण के पहले दिन अंतर्राष्ट्रीय कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा के पुत्र कथा व्यास पंडित राघव मिश्रा ने कहा कि भगवान शिव की पूजा अर्चना निरंतर जीवन में करना चाहिए। शिव पुराण कथा से पितरों का उद्धार होता है।

उन्होंने चंचुला और बिंदुक की कथा को विस्तार से बताते हुए कहा कि वैवाहिक जीवन में पति-पत्नी के बीच भरोसा होना बेहद जरूरी है, यदि भरोसा नहीं होगा तो ये रिश्ता ज्यादा दिनों तक नहीं टिक पाएगा। शिवनाम में इतनी शक्ति है कि इसे जपने मात्र से ही मानव कल्याण और भवरोगों से छुटकारा मिल जाता है। शिव महापुराण का महत्व बताते हुए कहा कि इसका पाठ करने मात्र से भय से मुक्ति मिल जाती है। व्यक्ति को भोग और मोक्ष दोनों की ही प्राप्ति होती है।

यदि आप अपने पापों से छुटकारा पाना चाहते हैं तो शिव पुराण का पाठ करें। कथा के पहले ही दिन बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे।कथा व्यास पंडित राघव मिश्रा ने कहा कि शिव महापुराण मानव जाति को सुख-समृद्धि व आंनद देने वाली है। क्योंकि भगवान शिव कल्याण एवं सुख के मूल स्त्रोत हैं। भगवान भोले नाथ की कथा में गोता लगाने से मानव को प्रभु की प्राप्ति होती है,

लेकिन भगवान शिव की महिमा सुनने व उनमें उतरने में अंतर होता है। सुनना तो सहज है, लेकिन इसमें उतरने की कला हमें केवल एक संत ही सिखा सकता हैं। शिव महापुराण एक विलक्षण व दिव्यता से परिपूर्ण ग्रंथ है। शिव महापुराण की कथा मानव जाति को सुख समृद्धि व आनंद देने वाली है। क्योंकि भगवान भूतों के अधीश्वर साक्षात परमात्मा हैं। जो समस्त जीवों को आत्म ज्ञान देकर ईश्वर से जुडऩे की कला सिखाते हैं।

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