updatenews247.com धंनजय जाट‌ आष्टा 7746898041- न्यायालय परिसर आष्टा में 06 जनवरी 2024 को माननीय प्रधान जिला न्यायाधीश एवं अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सीहोर के निर्देशन में एवं तहसील विधिक सेवा समिति आष्टा के अध्यक्ष/जिला न्यायाधीश श्री सुरेश कुमार चौबे के द्वारा न्यायालय प्रांगण आष्टा में मध्यस्थता जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर श्री चौबे द्वारा बताया गया कि एडीआर या वैकल्पिक विवाद समाधान शब्द विवादों को सुलझाने के लिए अपनाई गई अदालत से बाहर की किसी भी प्रक्रिया को दर्शाता है। सुलह एडीआर की एक लचीली और अनौपचारिक प्रक्रिया है जहां विवादित पक्ष एक या एक से अधिक सुलहकर्ताओं की सहायता से अपने विवादों को सुलझाते हैं जो निष्पक्ष तरीके से कार्य करते हैं और एक सौहार्दपूर्ण समाधान तक पहुंचने में पक्षों की सहायता करते हैं। एक मध्यस्थ की तुलना में एक सुलहकर्ता की कार्यवाही के किसी भी चरण में निपटान के लिए प्रस्ताव बनाकर पक्षों को एक समझौते पर पहुंचने के लिए राजी करने में अधिक सक्रिय होता है। इस अवसर पर न्यायाधीश श्रीमती वंदना त्रिपाठी, न्यायाधीश श्रीमती ऋचा सिंह राजावत, अधिवक्तागण, कर्मचारीगण उपस्थित रहे।

updatenews247.com धंनजय जाट आष्टा 7746898041- भारत निर्वाचन आयोग द्वारा फोटोयुक्त मतदाता सूचियों के पुनरीक्षण का कार्यक्रम तिथिवार जारी किया गया है। जिसके तहत 06 जनवरी को मतदाता सूची के प्रारूप का प्रकाशन किया जाएगा
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष जीतू पटवारी के निर्देशानुसार जिला कांग्रेस कमेटी सीहोर के पूर्वाध्यक्ष तथा पूर्व नपाध्यक्ष कैलाश परमार ने मतदाता सूची के प्रारूप प्रकाशन के बाद इसमें विसंगतियों को दूर करने के साथ ही

फर्जी मतदाताओं के नाम हटाने तथा नए मतदाताओं के नाम सूची में जुड़वाने का आग्रह सभी कार्यकर्ताओं से किया है। कैलाश परमार ने आम नागरिकों से भी अपील की है कि लोकतंत्र में मतदाता ही सर्वेसर्वा हैं उन्ही के वोट से जनप्रतिनिधियों से लेकर सरकारों का गठन होता है संविधान में प्रदत्त सभी अधिकारों का संरक्षण भी आम मतदाता अपने मताधिकार से ही करते हैं अतः सभी नागरिकों को अपने इस अधिकार के लिए जागरूक हो कर मतदाता सूची के सुधार संशोधन में सहभागिता करनी चाहिये।

भारत निर्वाचन आयोग ने आगामी लोकसभा चुनावों के मद्देनजर मतदाता सूचियों के पुनरीक्षण का वृहद कार्यक्रम जारी किया है। जिसके अंतर्गत मतदाता सूची ईपीएलसी में विसंगति के साथ ही खराब एवम धुंधली फोटो युक्त मतदाता सूची के 5 जनवरी तक चिन्हीकरण के बाद 6 जनवरी 2024 को निर्वाचन नामावली के प्रारूप का प्रकाशन किया जाएगा। जिसका अवलोकन कर मतदाता 22 जनवरी 2024 तक अपने दावे एवम आपत्ति दर्ज करा सकेंगे।

निर्वाचन आयोग इसी अवधि में किसी शनिवार अथवा रविवार को इस कार्य के लिए विशेष अभियान की तिथि भी जारी कर सकता है। निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार दिनांक 02 से 06 फरवरी 24 के मध्य दावे एवम आपत्तियों के जांच एवम निराकरण की प्रक्रिया पूरी की जाएगी। इसके पश्चात मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन 08 फरवरी 2024 को किया जाएगा। पूर्व नपाध्यक्ष कैलाश परमार ने संगठन कार्यकर्ताओं एवम मतदाताओं से अपील की है निर्वाचन आयोग द्वारा नियुक्त बी एल ओ का सहयोग ले कर मतदाता सूची को अपडेट करने की प्रक्रिया में सहभागिता करें।

updatenews247.com धंनजय जाट सीहोर 7746898041- भारतीय मौसम विभाग द्वारा जारी मौसमी अनुमान के अनुसार शीतकालीन मौसम में अधिकांश भागों में सामान्य से न्यूनतम तापमान होने की संभावना है। सभी जिला तथा संबंधित सभी विभागों द्वारा संभावित शीत लहर (शीतघात) के प्रकोप को गंभीरता से लेते हुये इससे होने वाली क्षति को कम करने के लिये विभागीय एवं जिला स्तर पर सभी आवश्यक कदम उठाए जायें। इस संबंध में गृह विभाग द्वारा विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किये गये हैं।

राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के निर्देशानुसार जिला शीत लहर (शीतघात) कार्य योजना तैयार की जाये। प्रत्येक स्तर (जिला, तहसील, ब्लॉक, विभाग) पर शीत लहर प्रबंधन के लिये एक नोडल अधिकारी नामांकित किया जाये। भारतीय मौसम विज्ञान द्वारा जारी शीत लहर चेतावनी को जिला कमांड और नियंत्रण केंन्द्र के माध्यम से जन सामान्य तथा संबंधित विभागों तक पहुँचाने के लिये आवश्यक व्यवस्था की जाये।

शीत लहर से बचाव के लिए अपनाई जाने वाली सावधानियों से संबन्धित सुझाव का प्रचार- प्रसार होर्डिंग तथा प्रिंट मीडिया, सोशल मीडिया, स्थानीय केबल टीवी नेटवर्क, एफएम, सामुदायिक रेडियो से किए जाने की व्यवस्था की जाये। बेघर/प्रभावित लोगों को आश्रय गृहों में स्थानांतरित किया जाये। बेसहारा एवं बेघर व्यक्ति सड़क /मैदान में पाये जाने पर अलाव की व्यवस्था की जाये। स्वयंसेवी संगठनों के माध्यम से कम्बलों की व्यवस्था कर उन्हें वितरित किया जाये। स्कूल तथा शैक्षणिक संस्थाओं का कार्य समय, भारतीय मौसम विज्ञान द्वारा शीत लहर से संबन्धित दी गई।

चेतावनी अनुसार एवं विधिवत स्कूल खुलने के समय में परिवर्तन करने के लिए आवश्यक आदेश जारी किए जायें। जिले में स्थित सभी शासकीय अस्पतालों में शीत लहर प्रभावितों के उपचार के लिये विशिष्ट कार्य योजना बनाई जाये। शीतलहर के दौरान क्या करें- सर्दियों के कपड़े पर्याप्त मात्रा में रखें। कपड़ों की कई परतें पहनना भी लाभदायक रहता है। आपातकालीन आपूर्तियों के लिए सभी जरूरी सामान तैयार रखें। जितना संभव हो, घर के अंदर रहें। ठंडी हवा से बचने के लिए कम से कम यात्रा करें। अपने शरीर को सुखाकर रखें। यदि कपड़े गीले हो जाएँ, तो उन्हें तुरंत बदलें।

इससे शरीर की उष्मा बनी रहेगी। मौसम की ताजा जानकारी के लिए रेडियो सुनें, टीवी देखें, समाचार पत्र पढ़ें। नियमित रूप से गर्म पेय पिएं। बुजुर्गों और बच्चों का विशेष ख्याल रखें। शीतदंश के लक्षणों जैसे उंगलियों, पैर की उंगलियों, कानों की लोब और नाक की नोक पर सुन्नता, सफेदी या पीलेपन के प्रति सजग रहें। शीतदंश से प्रभावित हिस्से की मालिश न करें। इससे अधिक नुकसान हो सकता है। शीतदंश से प्रभावित शरीर के हिस्सों को गुनगुने पानी में डालें। कंपकंपी को नजरअंदाज न करें – यह एक महत्वपूर्ण अग्रिम संकेत है कि शरीर गर्मी खो रहा है। कंपकंपी महसूस होने पर तुरंत घर लौटें।

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