धंनजय जाट आष्टा 7746898041- भारत जब गुलामी के अंधेरे में जीने को मजबूर था। दलित और शोषित वर्ग दुर्दशा का शिकार था तब महाराष्ट्र में दलितोद्धारक सावित्री बाई फुले ने महिलाओं के लिये देश का पहला स्कूल खोल दिया था। महिला शिक्षा और वह भी ठेठ पिछड़े और दलित वर्ग के लिए यह तात्कालिक भारत के लिये अनूठी पहल थी। आज हम दुनिया के विश्वगुरु बनने के जुमलों और शिक्षा नीति को लेकर चल रही बहस बाजी के बीच महात्मा ज्योतिबा फुले और उनकी धर्मपत्नी सावित्री बाई फुले के
उन कठिन प्रयासों के बारे में विचार करें तो यही पाएंगे कि संकल्प पक्का हो , समाज सुधार की सच्ची चाहत हो और उद्देश्य में पवित्रता हो तो विपरीत परिस्थितियों में भी लक्ष्य की प्राप्ति की जा सकती है। भारत के पहले महिला स्कूल की संस्थापिका और प्राचार्य श्रीमती सावित्री बाई फुले ने किसानों के लिए भी स्कूल की स्थापना की थी। उन्होंने 18 वी शताब्दी ने अपने पति ज्योतिराव फुले के साथ हम कदम बन कर विधवा विवाह के पक्ष में अभियान चलाया साथ ही कुरीतियों, अश्पृश्यता और शोषण के खिलाफ शिक्षा को अपना हथियार बना के दलित और पिछड़े वर्ग के लिये अभूतपूर्व काम किये।
पूर्व नपाध्यक्ष कैलाश परमार ने शिक्षा और धर्म के नाम पर वर्तमान परिवेश में की जा रही राजनीति पर प्रहार करते हुए यह बात कही। कैलाश परमार ने सावित्रीबाई फूले की जयंती पर श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए कहा कि देश मे समान शिक्षा नीति की बात करना और उसे व्यवहारिक धरातल पर उतारना तभी सम्भव है जब हर नागरिक प्रान्त और वहां की संस्कृति को समाहित कर इसे अमल में लाया जाए। कांग्रेस नेता ने कहा कि फूले दम्पति के कर्म और उद्देश्य में पवित्रता थी यही कारण है कि उनके कार्य श्रध्दा के साथ याद किये जाते हैं।मतदाता सूची का विशेष पुनरीक्षण 6 जनवरी को होगा मतदाता सूची के प्रारूप का प्रकाशन
updatenews247.com धंनजय जाट सीहोर 7746898041- मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी मध्यप्रदेश श्री अनुपम राजन ने 6 जनवरी 2024 को प्रकाशित होने वाली फोटो निर्वाचक नामावली के प्रारूप प्रकाशन के संबंध में वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से समीक्षा बैठक की। इसमें सभी जिलों के उपजिला निर्वाचन अधिकारी शामिल हुए। बैठक के दौरान श्री राजन ने कहा कि 6 जनवरी को फोटो निर्वाचक नामावली के प्रारूप का प्रकाशन किया जाएगा, ऐसे में सभी जिले लंबित प्रकरणों का शीघ्र निराकरण करें।
मतदाता सूची में दोहरी प्रविष्टि एवं मृत मतदाताओं के नाम न हो। जिन मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की संख्या 1500 से अधिक है, वहा पर सहायक मतदान केंद्र बनाएं जाने का प्रस्ताव भेजें। इसके साथ ही जहां पर मतदान भवन जीर्णशीर्ण है, उनकी जगह पर दूसरा मतदान केंद्र बनाए जाने का भी प्रस्ताव उपलब्ध कराए। स्टैंडिंग कमेटी को भी इसकी जानकारी दें। उन्होंने ने कहा कि सभी जिलों में कुछ ऐसे मतदान केंद्र भी होंगे जिनकी दूरी दो किमी से अधिक है, उसका भी प्रस्ताव उपलब्ध कराएं।
8 फरवरी को अंतिम मतदाता सूची का होगा प्रकाशन- मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्री राजन ने कहा कि भारत निर्वाचन आयोग द्वारा लोकसभा निर्वाचन 2024 की तैयारी प्रारंभ कर दी गई है। फोटो निर्वाचक नामावली 2024 की प्रारंभिक गतिविधियां शुरू हो गई है। 6 जनवरी को मतदाता सूची के प्रारूप का प्रकाशन किया जाएगा। इसके बाद 6 से 22 जनवरी तक मतदाता सूची में नाम जोड़ने, संशोधन और नाम हटाने के लिए आवेदन लिए जाएंगे। 8 फरवरी को फोटो निर्वाचक नामावली का अंतिम प्रकाशन किया जाएगा।
13 और 20 जनवरी को विशेष कैंप लगाएं जाएंगे- श्री राजन ने बताया कि फोटो निर्वाचक नामावली के विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण के दौरान विशेष शिविर लगाए जाएंगे। यह शिविर 13 और 20 जनवरी को लगाए जाएंगे। 1 जनवरी 2024 को 18 वर्ष की आयु पूर्ण करने वाले युवा जुड़वा सकेंगे नाम- फोटो निर्वाचक नामावली के विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण 2024 अंतर्गत जिन युवाओं की उम्र 01 जनवरी 2024 को 18 वर्ष की पूर्ण हो रही है, वे युवा मतदाता सूची में अपना नाम जुड़वाने के लिए आवेदन कर सकते हैं।
इसके साथ ही जो युवा 1 अप्रैल, 1 जुलाई और 1 अक्टूबर को 18 वर्ष की आयु पूरी कर रहे हैं, वे भी मतदाता सूची में नाम जुडवाने के लिए अग्रिम रूप से आवेदन कर सकते हैं।भारत निर्वाचन आयोग द्वारा मतदाता सूची में नाम जुड़वाने के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन की सुविधा प्रदान की गई है। ऑनलाइन आवेदन voter helpline app और voters.eci.gov.in इन के माध्यम से किया जा सकता है। ऑफलाइन के लिए बीएलओ से संपर्क किया जा सकता है।