updatenews247.com धंनजय जाट आष्टा 7746898041- स्वयं को कभी कमजोर साबित मत होने दें, क्योंकि डूबते सूर्य को देखकर लोग घरों के दरवाजे बंद करने लगते हैं। इसलिए आत्मविश्वास रखिए, क्योंकि आत्मविश्वास से ही सफलता मिलती है। और सफलता से आत्मविश्वास। किसी शायर ने कहा है। खुदी को कर इतना बुलंद, कि खुदा भी बंदे से पूछे, बोल तेरी रजा क्या है। उक्त प्रेरणादाई सुविचार श्री श्याम श्याम चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा
नया दशहरा मैदान खंडेलवाल ग्राउंड पर आयोजित सात दिवसीय संगीत मय श्री राम कथा के सातवें और अंतिम दिवस मालवा क्षेत्र के सुप्रसिद्ध भागवत कथाकार संत श्री मिटठुपुरा सरकार द्वारा व्यक्त किए गए। कथा के अंतिम दिवस कथा समिति और यजमान राजेंद्र सिंह मुरावर द्वारा पूज्य महाराज श्री का शाल श्रीफल भेंट कर स्वागत किया। और पुनः अगले वर्ष कथा के लिए अपना संकल्प दोहराया। अगले वर्ष की कथा के लिए राजेंद्र सिंह मुरावर का अध्यक्ष के रूप में चयन किया गया। महाराज श्री द्वारा भी कथा की स्वीकृति प्रदान की।
जिसका सभी ने करतल ध्वनि से स्वागत किया। आज कथा में पूज्य गुरुदेव द्वारा रामचरित्र मानस के सभी प्रसंगो का संक्षिप्त एवं सारगर्भित निरूपण किया। भगवान के विवाह के पश्चात माता केंकई द्वारा भारत को राजा और राम वनवास का वरदान राजा दशरथ से मांगा। और माता-पिता के कहने पर भगवान राम 14 वर्ष के लिए वन चले गए। राम जी के साथ छोटे भाई लक्ष्मण और जानकी सीता मैया भी गई। इसी प्रकार कथा में केवट प्रसंग, सती अनसूया जी की कथा,
देवराज इंद्र के पुत्र जयंत की कथा, शूर्पणखा प्रसंग, सीता हरण, जटायु चरित्र, शबरी मैया का उद्धार, और सुग्रीव से मित्रता, हनुमान जी द्वारा सीता जी की खोज अंत में राम रावण युद्ध मैं भगवान श्री राम की विजय और रावण का अंत। और पुनः माता जानकी के साथ अयोध्या आगमन, श्री राम जी का राजतिलक तक की सब कथाओं को बड़े ही भावपूर्ण और मार्मिक शब्दों में श्रवण करवाया। जिसे सुनकर सारे श्रोता भाव विभोर हो गए। आज का माहाप्रसाद राजेंद्र सिंह मुरावर की ओर से वितरण किया गया।
इस अवसर पर रायसिंह मेवाड़ा महेंद्र गोपाल सिंह इंजीनियर, मनोहर भोजवानी, कुमेर सिंह भाटी, उर्मिला मरेठा, अनिल श्रीवास्तव, सकल समाज आष्टा, वीरेंद्र सिंह जसमत, धीरज सिंह पटेल, मुकेश नामदेव, राजीव गुप्ता, जगदीश खत्री, जुगल किशोर मालवीय, राजेंद्र गुणवान, डॉ मनोज नागर, रवि शर्मा, राजा पारख, सुमित मेहता, डॉक्टर गीतम सिंह, चेतन सिंह सेमली, पंकज राठी संजीव पांचम, कैलाश पांचम, तेज सिंह राठौड़, रतन सिंह डॉक्टर, राधेश्याम सोनी, कमल ताम्रकार, लखन पाटीदार,
बहादुर सिंह, कुशल पाल लाला, मनोहर सिंह लाखू खेड़ी, डीके परिहार, रमेश बिल्लौर, किरार साहब, बैरागी सर जीवनराज माली खेड़ी, वैष्णव बैरागी समाज आष्टा, दाउ मांडली, विक्रम सिंह, प्रभात फेरी मंडल, जटाल सिंह मेवाडा गोविंद जाने समिति, कृपाल सिंह सेठ लहसुडलिया, महेंद्र सिंह भानाखेड़ी, ज्ञान सिंह बिलपान, हरदेव मेवाड़ा, बंटी जायसवाल, प्रदीप राठौर, मनीष धारवां, चेतन वर्मा मनीष नामदेव, हेमंत राठौड़, सवाई सिंह दोनिया, मनीष राजपूत, जोगेंद्र ठाकुर भागवत मेवाड़ा राजीव पवार, राजू राठौड़, सहित बड़ी संख्या में भक्तगण पधारे।