updatenews247.com धंनजय जाट आष्टा 7746898041- जैन तीर्थ बचाओ- धर्म बचाओ जन आंदोलन में जूनागढ़, गिरनार पर्वत की पांचवी टोंक पर जैन अनुयायियों को दर्शन और पूजा के अधिकार की मांग हेतु दिगंबर जैन समाज द्वारा महामहिम राष्ट्रपति एवं प्रधानमंत्री के साथ ही मुख्यमंत्री गुजरात सरकार के नाम संबोधित ज्ञापन एसडीएम श्री आनंद सिंह राजावत को सौंपा गया। दिगम्बर जैन पंचायत समिति के अध्यक्ष आनंद जैन पोरवाल ने बताया कि
जैन धर्म के 22 वें तीर्थंकर श्री नेमिनाथ भगवान ने गुजरात के जूनागढ़ में सबसे पवित्र गिरनार पर्वत राज की पांचवी टोंक से मोक्ष प्राप्त किया था और श्री कृष्ण भगवान के पुत्र श्री प्रदयुम्न कुमार ने गिरनार पहाड़ी की चौथी टोंक पर व श्री शंभू कुमार ने गिरनार पहाड़ी की तीसरी टोंक और श्री अनिरुद्ध कुमार पुत्र भगवान श्री कृष्ण ने गिरनार पहाड़ी की दूसरी टोंक से मोक्ष प्राप्त किया था। जूनागढ़ की राजकुमारी राजुल ने भी नेमि कुमार तीर्थंकर नेमिनाथ जी द्वारा दीक्षा लेने के बाद गिरनार पर्वत की प्रथम टोंक पर घनघोर तप किया था।
गिरनार पर्वत से 72 करोड़ 700 जैन साधुओं के मोक्ष प्राप्त करने का उल्लेख जैन शास्त्रों में है। उक्त बातों को गुजरात सरकार द्वारा वर्ष 1964 में प्रकाशित की गई एक वीडियो से भी पुष्टि होती है। इसी कारण गिरनार पर्वत भी सर्वोच्च जैन तीर्थ सम्मेद शिखरजी के समान पूज्यनीय तीर्थ स्थल है। उक्त जैन तीर्थ पर अन्य द्वारा जो बातें कही जा रही है वह निराधार है।जैन तीर्थ यात्रियों को गिरनार की टोंक पर जाने से रोकना और उनके साथ अभद्र व्यवहार कर मारपीट करना उचित नहीं है। इस संबंध में शासन शीघ्र आदेश जारी करें।
भारत वर्षीय तीर्थ बचाओ आंदोलन के अंतर्गत आष्टा दिगंबर जैन समाज के संरक्षक दिलीप सेठी, धनरुपमल जैन, अध्यक्ष आनंद जैन पोरवाल, पार्षद कमलेश जैन, नरेन्द्र गंगवाल, पियूष जैन इंजीनियर, संदीप जैन,धीरज जैन, विकास जैन, अरिहंत जैन, रत्नेश जैन, देवेंद्र जैन,निर्मल जैन कोठरी, अखिलेश जैन ,अक्षत जैन गब्बर आदि द्वारा राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री भारत सरकार एवं मुख्यमंत्री गुजरात के नाम एक ज्ञापन अनुविभागीय अधिकारी आनंदसिंह राजावत को जनपद भवन अलीपुर में सौंपा गया। इस अवसर पर एसडीओपी आकाश अमलकर, नगर निरीक्षक पुष्पेंद्रसिंह राठौर,नायब तहसीलदार मुकेश सांवले उपस्थित थे।