updatenews247.com धंनजय जाट आष्टा 7746898041- हमेशा याद रखना कि, जब हमारा जन्म हुआ है। तो निश्चित ही एक दिन हमें मरना भी है। इसलिए हमेशा मस्ती से जीवन का आनंद लेना। वर्तमान में जीना यही जीवन का असली आनंद है। आया है सो जाएगा राजा रंग फकीर। एक सिंहासन चढ़ चला, और एक बांध जंजीर। उक्त प्रेरक विचार श्री श्याम श्याम चैरिटेबल ट्रस्ट एवं शिव शक्ति महिला मंडल द्वारा खंडेलवाल ग्राउंड पर आयोजित
सात दिवसीय संगीत मय श्री राम कथा के दूसरे दिन व्यास पीठ पर विराजमान राम कथा के मर्मज्ञ विद्वान संत श्री मिट्ठू पुरा सरकार द्वारा व्यक्त किए गए। कथा प्रारंभ करने से पहले आज के यजमान बहादुर सिंह ठाकुर प्राचार्य एलबीएस स्कूल द्वारा संत श्री का शाल श्रीफल और साफा बांधकर सम्मान किया। आगे महाराज श्री द्वारा राम नाम और सत्संग के महत्व पर बड़े ही भावपूर्ण ढंग से वर्णन किया। जिसे सुनकर सभी श्रोता भाव विभोर हो गए। संत श्री ने बताया कि ज्ञान तो प्रत्येक व्यक्ति में है।
पर विवेक केवल सत्संग से ही प्राप्त हो सकता है। और सत्संग भगवान की कृपा से प्राप्त होता है। बिनु सत्संग विवेक ना होई। राम कृपा बिन सुलभ न सोई। और सत्संग से ही भगवान से जुड़ा जा सकता है। राम के जैसा नाम नहीं, राम के जैसा राज नहीं, और राम के जैसा बाण नहीं, राम जी ने तो अपने जीवन में केवल एक तपस्वी गौतम ऋषि की पत्नी माता अहिल्या का उद्धार किया। पर राम के नाम से तो करोड़ों करोड़ों मनुष्यों का उद्धार हो गया।
राम एक तापस तीय तारी।नाम कोटी खल कुमति सुधारी। इसलिए कलयुग में रामनाम का विशेष महत्व है। यही कली कर्म ना भगति विवेकु।राम नाम अवलंबन एकु।और इस धरा धाम पर राम जी के अवतार के अनेक कथाएं हैं। जिसमें भगवान विष्णु के द्वारपाल जय विजय की कथा, राजा प्रताप भानु की कथा, मनु शतरूपा को वरदान सहित सभी कथाओं को बड़े ही विस्तार से सुनाया । राम जन्म कर हेतु अनेका।
परम विचित्र एक ते एका। इसके अलावा भी राम कथा के अनेक गुढ विषयों को महाराज श्री द्वारा स्पर्श किया गया। कथा के मध्य राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त बांसुरी वादक रघुवीर सिंह ठाकुर के द्वारा गाए हुए मधुर भजनों पर सभी हरि भक्तों द्वारा भाव विभोर होकर झूम-झूम कर नृत्य किया। कथा में पधारे वरिष्ठ पत्रकार राजीव गुप्ता जी का समिति द्वारा साफा बांधकर सम्मान किया गया। आज का प्रसाद बहादुर सिंह ठाकुर बापचा दौनिया की ओर से वितरण किया गया।
इस अवसर पर पंडित हरिशंकर शर्मा कथावाचक अर्जुन ककरिया खेड़ी, वरिष्ठ पत्रकार राजीव गुप्ता, रघुवीर सिंह महतवाडा,राजेंद्र सिंह बेदखेड़ी, प्रदीप सिंह शोभा खेड़ी ,हेमंत राठौड़, विक्रम सिंह सेक्रेटरी रमेश चौरसिया ,नारायण सिंह हरनावदा तेज सिंह राठौड़ भगवत सिंह मेवाडा, जीवन सिंह अध्यापक,सवाई सिंह दोनिया, अमन बैरागी, श्रीमती मानकुंवर मेवाड़ा, राजू राठौड़ सहित बड़ी संख्या में भक्तगण पधारे और कथा श्रवण का लाभ प्राप्त किया।