updatenews247.com धंनजय जाट सीहोर 7746898041- प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश एवं अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सीहोर श्री सतीश चंद्र शर्मा के मागर्दशर्न में जिला एवं तहसील स्तर पर नेानल लोक अदालत का सफलतापूवर्क आयोजन किया गया। नेशनल लोक अदालत का शुभारंभ श्री सतीश चंद्र शर्मा प्रधान जिला न्यायाधीश एवं अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सीहोर द्वारा श्री सचिन तिवारी उपाध्यक्ष अभिभाषक संघ सीहोर एवं अन्य सम्माननीय न्यायाधीागण एवं अतिथिगण की उपस्थिति में दिनांक 09.12.2023 को प्रातः 10ः30 बजे न्यायालय परिसर में स्थापित राष्ट्रपिता महात्मा गाॅधी की प्रतिमा पर पुष्प माला अपिर्त कर एवं तत्पश्चात् ए.डी.आर सेंटर जिला न्यायालय परिसर सीहोर में माॅ सरस्वती की प्रतिमाॅ के समक्ष दीप प्रज्वलित कर किया गया।
प्रधान जिला न्यायाधीश श्री सतीश चंद्र शर्मा द्वारा लोक अदालत के माध्यम से प्रकरणों के निराकरण को सबसे पुण्य कार्य बताया गया क्योंकि यह दो बिछड़े हुए पक्षों को आपस में मिलाता है। लोक अदालत वैकल्पिक समाधान का सबसे प्रभावी तरीका है, जिसमें पक्षकारों को त्वरित एवं मन चाहा निराकरण प्राप्त होता है। विवाद का हमेशा के लिए समाधान एवं छूटों का भी लाभ प्राप्त होता है। प्रधान जिला न्यायाधीा द्वारा विधि इंटर्न छात्रा, श्री सत्यसांई यूनिवसिर्टी के विधि संकाय के छात्र-छात्राओं एवं नुक्कड़ नाटक मंचन टीम के सदस्यगण को प्रमाण-पत्र एवं पैरालीगल वालेन्टियर्स को परिचय पत्र भी वितरित किये गये।
न्यायालय परिसर में बैंक, नगर पालिका, विद्युत मण्डल एवं बी.एस.एन.एल के स्टाॅलों का निरीक्षण किया गया, आमजन की समस्याओं को सुनकर त्वरित यथोचित निराकरण के निर्देश सम्बंधितों को दिये गये। प्रधान जिला न्यायाधीा द्वारा राजीनामा करने वाले पक्षकारों को फूल माला एवं पौधे प्रदाय कर प्रोत्साहित किया गया।
कायर्क्रम का संचालन करते हुए सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सीहोर श्री मुकेश कुमार दांगी ने नेानल लोक अदालत आयोजन के सम्बंध में विस्तार से जानकारी दी गई। उनके द्वारा लोक अदालत आयोजन में सहयोग देने वाले सभी प्राासकीय विभागों के अधिकारी, पैनल लाॅयर्स, पीएलव्ही आदि का आभार भी किया गया।
उक्त कायर्क्रम में प्रथम अपर जिला न्यायाधीश श्री संजय कुमार शाही, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट श्रीमती अचर्ना नायडू बोडे एवं न्यायाधीशगण सुश्री निधु श्रीवास्तव, अन्य न्यायिक अधिकारीगण, अधिवक्ता संघ के सचिव श्री राजेश वर्मा, श्री जीाान खान जिला विधिक सहायता अधिकारी, एलडीएम श्री अरूण शर्मा, श्री सत्यसांई विवविद्यालय सीहोर से श्रीमती शोभा व्यास एवं विधि छात्र-छात्राएं, नुक्कड़ नाटक मंचन करने वाली टीम के सदस्यगण, एनजीओ के प्रतिनिधि, सामाजिक कार्यकर्ता, मुख्यालय सीहोर के पैनल एवं अन्य अधिवक्तागण, खण्डपीठ सदस्य, विभिन्न विभागों के अधिकारी एवं कमर्चारीगण, पक्षकारगण न्यायालयीन कमर्चारीगण, पैरालीगल वालेन्टियर्स आदि उपस्थित रहे। राजीनामा करने वाले सभी पक्षकारों को जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा पौधे भी वितरित किए गए।
नेानल लोक अदालत में 1966 प्रकरणों का निराकरण होकर, समझौता राशि रूपये 7,29,49,865 जमा हुई- नेशनल लोक अदालत में प्रकरणों के निराकरण हेतु 19 खण्डपीठें गठित की गई है। उक्त खण्डपीठों मेें नेशनल लोक अदालत मे आपसी समझौते के आधार पर निराकरण कराये जाने हेतु न्यायालय में लंबित कुल 4368 प्रकरण रखे गये थे जिनमे से 579 प्रकरणों का निराकरण आपसी राजीनामा के आधार पर होकर समझौता रााि 46875824/- रूपया जमा कराई गई। इसी प्रकार नेशनल लोक अदालत की खण्डपीठ के समक्ष कुल प्रिलिटिगेशन 15116 प्रकरण रखे गये थे जिनमें से 1387 प्रकरणों का निराकरण होकर समझौता राशि 26074041/- रूपया जमा कराई गई। अतएव इस प्रकार नेशनल लोक अदालत में कुल 1966 प्रकरणों का निराकरण किया गया जिसमें रूपये 7,29,49,865/- समझौता राशि जमा हुई।
उपभोक्ता फोरम के कुल 20 मामले निराकृत एवं समझौता रााि रूपये 5,62,275/- रही। वर्ष की अंतिम नेशनल लोक अदालत में जिला उपभोक्ता विवाद प्रतितोषण आयोग की भी लोक अदालत आयोजित हुई। जिसमें कुल 20 मामले निराकृत हुए एवं समझौता राशि रूपये 5,62,275/- रही। चचिर्त मामला- अलग-अलग दम्पतियों को हार-फूल माला पहनाकर किया गया विदा- आज दिनांक 09.12.2023 को आयोजित नेशनल लोक अदालत में धमेर्न्द्र वि. आरती का वर्ष 2020 में विवाह होकर 6 माह से न्यायालय में पारिवारिक विवाद का प्रकरण चल रहा था। दोनों के मध्य अत्यधिक विवाद होने से तलाक की स्थिति बन गई थी। उक्त विचाराधीन मामलें में न्यायालय के पीठासीन अधिकारी श्री सतीश चंद्र शर्मा प्रधान जिला न्यायाधीश द्वारा दोनो पक्षो को कई बार समझाईश दी जाकर उन्होने प्रकरण में दोनो पक्षो की आपसी सहमति के आधार पर राजीनामा करवाया गया।
साथ ही धमेर्न्द्र वि. प्रिया का वर्ष 2020 में विवाह होकर लगभग 6-7 माह से न्यायालय में पारिवारिक विवाद का प्रकरण चल रहा था। दोनों के मध्य अत्यधिक विवाद होने से तलाक की स्थिति बन गई थी। उक्त विचाराधीन मामलें में भी न्यायालय के पीठासीन अधिकारी श्री सतीश चंद्र शर्मा प्रधान जिला न्यायाधीा द्वारा दोनो पक्षो को कई बार समझाईश दी जाकर उन्होने प्रकरण में दोनो पक्षो की आपसी सहमति के आधार पर राजीनामा करवाया गया। दोनो प्रकरणों में सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण श्री मुकेश कुमार दांगी की उपस्थिति में एक दूसरे को फूलमाला पहनाकर प्रकरण में राजीनामा कर दोनो पक्ष खुशी-खुशी घर लौटे। नेशनल लोक अदालत में भारी संख्या में प्रकरणों के निराकरण में पक्षकारों एवं अभिभाषक की उत्सुकता देखी गई। अधिकांश पक्षकार अपने प्रकरण का निराकरण समझौते के माध्यम से होने से चेहरे पर मुस्कान लेकर विदा हुए।