updatenews247.com धंनजय जाट आष्टा‌ 7746898041- न्यायालय परिसर, आष्टा में राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जबलपुर के आदेशानुसार दिनांक 09 दिसम्बर 2023 को नेशनल लोक अदालत में सर्वप्रथम माॅ सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष तहसील विधिक सेवा समिति, आष्टा के अध्यक्ष माननीय प्रथम जिला न्यायाधीश, श्री सुरेश कुमार चौबे तथा द्वितीय जिला न्यायाधीश श्री कंचन सक्सेना, न्यायाधीश श्रीमती वंदना त्रिपाठी, न्यायाधीश श्री एम.एन.एच. रजवी, न्यायाधीश श्रीमती ऋचा राजावत, न्यायाधीश श्रीमती रिचा जैन,

भारतीय स्टेट बैंक, आष्टा कन्नौद रोड, कन्नौद मिर्जी, कोठरी, जावर, के मुख्य शाखा प्रबंधक भगत सिंह, एवं प्रबंधक जावर शंभूनाथ चैधरी प्रबंधक रजत जैन, प्रबंधक देवानंद सातनकर, मध्यप्रदेश विद्युत वितरण कम्पनी लिमिटेड के उपमहाप्रबंधक अजय कुमार वाधवानी अधिवक्ता संघ अध्यक्ष कृपाल सिंह ठाकुर अधिवक्तागण एवं कर्मचारीगण ने माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित कर नेशनल लोक अदालत का प्रारंभ किया गया। लोक अदालत का चर्चित मामला यह रहा कि निवासी भील खेड़ी सड़क तह. आष्टा जिला सीहोर में आवेदिका निर्मला बाई

अपने तीन बच्चों के साथ छः माह से पति बंटी भीलाला से मनमुटाव के कारण घर बैठी थी उसे श्री सुरेश कुमार चौबे प्रथम जिला न्यायाधीश, आष्टा तथा न्यायाधीश श्रीमती वंदना त्रिपाठी, न्यायिक मजिस्ट्रेेट प्रथम श्रेणी, आष्टा तथा प्रेम सिंह बड़गुर्जर अधिवक्ता की समझाईश से पति बंटी भीलाला के साथ प्रकरण में समझाईश देकर राजीनामा करवाया गया एवं पुष्पगुच्छ देकर दोनों को हंसी-खुशी के साथ रहने हेतु ससुराल रवाना किया गया। लंबित प्रकरणों में प्रथम जिला न्यायाधीश श्री एस.के.चौबे के न्यायालय मे कुल 300 विद्युत प्रकरण निराकरण के लिए रखे गए थे।

जिसमें से राजीनामा अनुसार कुल 124 प्रकरणों का निराकरण हुआ। जिसमें 1340943 रूपये राशि जमा करायी गयी, तथा अन्य लिटिगेशन प्रकरणों में जिसमे कुल 360 प्रकरण रखे गए थे जिनमें से 47 प्रकरणों में 94 पक्षकारो को 9242793 समझौता राशि दिये जाने के आदेश न्यायालय द्वारा किये गये। द्वितीय जिला न्यायाधीश कंचन सक्सेना के न्यायालय मे कुल 138 प्रकरण निराकरण हेतु रखे गये थे जिसमें से 18 प्रकरणों का निराकरण हुआ। जिसमें 47 पक्षकारगण को 1095000 रूपये का लाभ हुआ।

न्यायिक मजि. प्रथम श्रेणी श्रीमती वंदना त्रिपाठी के न्यायालय में प्रीलिटिगेशन के सम्पत्तिकर/जलकर के कुल 85 प्रकरणों का निराकरण हुआ जिसमें 85 पक्षकारगण 440298 रूपये जमा कराये गये तथा अन्य 75 प्रकरण निराकरण हेतु रखे गए थे जिनमें 35 प्रकरणों में आपसी सहमति से प्रकरणों का निराकरण हुआ। तथा 45 पक्षकारों को 1040000 रूपये का लाभ प्राप्त हुआ, इसी प्रकार श्री एम.एन.एच. रजवी के न्यायालय में बैंक प्रीलिटिगेशन के कुल 110 प्रकरण जिसमें से 14 का निराकरण हुआ और

14 पक्षकारगण को 1751646 रूपये राशि राजीनामा अनुसार जमा करायी गई कुल एवं अन्य 120 प्रकरण निराकरण हेतु रखे गए थे जिसमें ने 46 प्रकरणों का निराकरण हुआ जिसमें 104 पक्षकार 1656000 रूपये लाभान्वित हुए। श्रीमती ऋचा राजावत के न्यायालय में 394 प्रकरण निराकरण हेतु रखे गए थे जिसमें से 21 प्रकरण निराकृत हुए तथा 47 पक्षकारगण को 5941500 रूपये का लाभ प्राप्त हुआ। श्रीमती रिचा जैन के न्यायालय में 463 प्रकरण निराकरण हेतु रखे गए थे जिसमें से 27 प्रकरण निराकृत हुए तथा 72 पक्षकारगण को 1902180 रूपये का लाभ प्राप्त हुआ।

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