updatenews247.com धंनजय जाट सीहोर 7746898041- शहर के श्री राधेश्याम विहार कालोनी में आगामी 12 दिसंबर को अंतर्राष्ट्रीय कथा वाचक भागवत भूषण पंडित प्रदीप मिश्रा के मार्गदर्शन में शिव मंदिर के निर्माण कार्य का भूमि पूजन होने जा रहा है। इसको ध्यान में रखते हुए जिला संस्कार मंच के तत्वाधान में नौ दिवसीय शिव चर्चा का शुभारंभ किया गया है। सोमवार को पहले दिन आचार्य पंडित सतीश तिवारी ने भगवान शिव की चर्चा करते हुए बताया कि हमारा जीवन भगवान के बिना रिक्त है।

शिव चर्चा से पहले कथा वाचक पंडित मोहित पाठक, आचार्य पंडित संतोष भारद्वाज, हरिओम दाऊ, नरेन्द्र शर्मा सहित अन्य का मंच के जिला उपाध्यक्ष जितेन्द्र तिवारी ने सम्मान किया। इस मौके पर एक दर्जन से अधिक विप्रजनों का सम्मान किया गया। शिव चर्चा के प्रथम दिन भजन गायक गिरिराज भारद्वाज, मयंक शर्मा सहित अन्य ने भजनों की प्रस्तुति दी। वहीं आचार्य श्री शर्मा ने कहा कि भगवान शिव की चर्चा और उनके प्रवचन जगत का कल्याण करने वाले हैं भगवान भोलेनाथ का अमर चरित्र जीव को सभी इच्छाओं से मुक्ति दिलाता है।

शिव की भक्ति का प्रभाव जब जीवन में होने लगता है तो जीव के सांसारिक बंधन टूटने लग जाते हैं और जब अंतर्मुखी होकर परमात्मा की शरणागति रहकर अपने को परम सौभाग्यशाली समझता है। शिव चर्चा जीवन में आत्म तत्व को जागृत कर सभी अन्य लोगों से शिव भक्तों को अलग करती है उन्होंने कहा की शिव की भक्ति धारण करने से जीव मे सुख समृद्धि समरसता एवं भक्ति का दिव्य भाव प्रकट होता है जिससे वह धर्म भाव में जीवन यापन कर भगवान की अनुभूति करता रहता है और अंत में मोक्ष प्राप्त कर जीवन जीने का अर्थ प्राप्त करता है शिव की प्राप्ति ही जीवन का मूल उद्देश्य है इसी में जीवन का परम कल्याण है।

updatenews247.com धंनजय जाट सीहोर 7746898041- जन्मजात विकृतियों की शीघ्र पहचान एवं प्रबंधन के लिए स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि प्रसव केन्द्रों के चिकित्सकों, स्टाफ नर्स एवं एएनएम जन्मजात विकृतियों के बारे में सभी प्रशिक्षित है जीवित प्रसवों में से लगभग ढाई से 3 प्रतिशत बच्चों में विजिबल जन्मजात विकृति की संभावना होती है। क्लेफ्ट लिप, क्लेफ्ट पेलेट, जन्मजात केट्रेक्ट, क्लब फुट, जन्मजात हृदय विकृति, न्यूरल ट्युब डिस्ऑर्डर, सिर में पानी भरने की समस्या होने पर उसे जन्मजात विकृति की श्रेणी में रखा जाता है।

जन्म के समय बच्चों में ऐसे लक्षण दिखने पर शीघ्र ही उपचार प्रदान करना आवश्यक होता है। समय पर विकृतियों की पहचान कर समस्याओं का प्रबंधन किया जा सकता है। प्रसव के समय लेबर रूम एवं प्रसव पश्चात देखभाल से जुड़े चिकित्सकीय एवं पैरामेडिकल स्टाफ को इन समस्याओं की पहचान एवं प्रबंधन के लिए उन्मुखीकरण प्रदान किया गया हे। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत जन्मजात विकृतियों, पौष्टिकता की कमी, बीमारियों एवं विकासात्मक देरी के बच्चों का चिह्नांकन किया जाता है। आरबीएसके दल द्वारा समुदाय में से ऐसे बच्चों की स्क्रीनिंग कर चिह्नांकित किया जाता है। इन बच्चों को जांच, उपचार एवं थेरेपी की सुविधा निःशुल्क उपलब्ध करवाई जाएगी।

updatenews247.com धंनजय जाट सीहोर 7746898041- मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय जबलपुर द्वारा आदेशित किया गया हे कि मध्यप्रदेश में पंजीकृत समस्त वाहनों में HSRP लगाये जाने की कार्यवाही 6 माह में अनिवार्य रूप से पूर्ण किये जाने के निर्देश दिए गये उच्च न्यायालय जबलपुर द्वारा पारित निर्णय के अनुक्रम में राज्य शासन द्वारा निर्णय लिया गया है कि 01 अप्रैल,2019 के उपरांत विक्रित वाहनों में भारत सरकार सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय द्वारा अधिकृत एजेंसिया,डीलर,OEM द्वारा

वाहनों में HSRP नम्बर प्लेट लगाई जाए और 01 अप्रैल,2019 के पूर्व विक्रित वाहनों में भी HSRP नम्बर प्लेट लगाये जाने के लिए अधिकृत किया गया है। पंजीकृत समस्त वाहनों में HSRP लगाए जाने की कार्यवाई समस्त शासकीय एवं अशासकीय वाहनों में HSRP 06 माह में अनिवार्य रूप से लगाई जाना सुनिश्चित किया जाये। राजय शासन द्वारा इसका विस्तृत प्रचार-प्रसार किया जाने के निर्देश दिये गये है ताकि आम जनता को इसकी अधिक से अधिक जानकारी प्राप्त हो सके। समस्त कार्यवाही करने के लिए परिवहन आयुक्त, अधिकृत किया जाता।

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