updatenews247.com धंनजय जाट सीहोर 7746898041- हैहयवंशीय क्षत्रिय ताम्रकार कसेरा समाज ने सीहोर में भगवान श्री राजराजेश्वर सहस्त्र अर्जुन की जयंती पर भव्य चल समारोह का आयोजन किया। चल समारोह का नेतृत्व संचालन समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामनारायण ताम्रकार ने किया चल समारोह में क्षेत्र के विधायक सुदेश राय नगर पालिका अध्यक्ष प्रिंस विकास राठौड़ भी शामिल हुए। चल समारोह का पूरे शहर मे पुष्प बर्षा कर भव्य स्वागत किया।

पंचायती भवन से दोपहर को भगवान श्री राजराजेश्वर की पूजन अर्चना के बाद चल समारोह प्रारंभ हुआ जिसमें घोड़ो पर बालिकाए क्षत्राणी बनी आगे आगे थी पीछे-पीछे यह है हयवंशीय समाज की महिलाएं भगवान श्री राजराजेश्वर का जय घोष के नारे लगा भजनो पर पूरे रास्ते थिरकती रही चल समारोह का मुख्य आकर्षण का केंद्र युवकों की एक टोली थी जो हाथ में डमरू और घडियाल लिए भगवान श्री राजराजेश्वर के भजन पर थिरक रहे थे।

चल समारोह में राष्ट्रीय अध्यक्ष रामनारायण ताम्रकार सीहोर के अध्यक्ष सुशील ताम्रकार समाज के प्रमुख ओमप्रकाश ताम्रकार, बाबूलाल ताम्रकार, डॉ रामकुमार ताम्रकार, गोविंद प्रसाद ताम्रकार, राजकुमार ताम्रकार, महासचिव सुमित ताम्रकार, डॉ गौरव ताम्रकार के अलावा आष्टा, इछावर, कालापीपल, शुजालपुर तथा भोपाल, सीहोर के सभी स्वजातीय बंधु भी शामिल हुए। चल समारोह शहर के प्रमुख मार्गो से होता हुआ पंचायती भवन पहुंचा।

जहां राष्ट्रीय अध्यक्ष रामनारायण ताम्रकार के मुख्य अतिथि में प्रतिभाओं को सम्मानित किया। आयोजन में बच्चों की कृष्ण बनाओ प्रतियोगिता बालिकाओं की रानी झांसी वाली रानी, सहस्त्रबाहु ज्ञान प्रतियोगिता तथा महिलाओं की आरती सजाओ प्रतियोगिताओं के विजेताओं को सम्मानित किया गया। शिल्पकार के रूप में कमल ताम्रकार, रोहित ताम्रकार को सम्मानित किया गया। राष्ट्रीय अध्यक्ष रामनारायण ताम्रकार ने भगवान श्री राजराजेश्वर के प्रताप और महिमा पर प्रकाश डाला उन्होंने समाज के प्रत्येक परिवार मे प्रतिदिन उनके पूजन का संकल्प भी दिलाया।

उन्होंने अगले साल होने वाली जनगणना मे अपनी जाति कसेरा लिखने का आग्रह किया। ताम्रकार समाज सीहोर के अध्यक्ष सुशील ताम्रकार ने आयोजन पर प्रकाश डाला। ताम्रकार महिला मंडल की प्रदेश संरक्षक सुमन ताम्रकार महिला मंडल सीहोर की अध्यक्ष राखी ताम्रकार प्रतियोगिता में भाग लेने वाली महिलाओं को पुरस्कार देकर सम्मानित किया। आभार प्रदर्शन हर्ष ताम्रकार ने किया इस अवसर पर सहभोज का भी आयोजन किया गया था। अंत मे भगवान श्रीं राजराजेश्वर के ध्वज गीत का गान हुआ।

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