updatenews247.com धंनजय जाट आष्टा 7746898041- नगर के किला स्थित दिगम्बर जैन दिव्योदय तीर्थ पर पूज्य मुनि श्री मार्दव सागर जी महाराज ससंघ के पावन सानिध्य में अष्टान्हिकामहा पर्व के अवसर पर आठ दिवसीय नन्दीश्वर द्वीप महामण्डल विधान पूजन ध्वजारोहण के साथ भक्ति भाव से प्रारम्भ हुआ। पूज्य मुनि श्री ने इस अवसर पर अपने उदभोदन में बताया कि नन्दीश्वर द्वीप जहां पर देव लोग आठो पहर तक चौबीसों घण्टे अस्तानहिका महा पर्व में नन्दीश्वर द्वीप में विराजमान 52 जिन चैत्यालयों में
विराजित जिनबिम्बो की पूजा आराधना कर अपने जीवन को धन्य करते है , हम मध्य लोक में विराजते है, हम वहां जा नही सकते क्योंकि हममे इतनी शक्ति नही की हम वहां जाकर पूजन कर सके इस लिए भावों से हम लोग यही पर नन्दीश्वर द्वीप की प्रतिकातमक रचना बना कर उन रत्नमयी जिंनबिम्बो की आराधना पूजा कर धर्म लाभ लेकर अर्जित करते है,अष्टान्हिका महा पर्व सभी पर्वो में सबसे बड़ा महान पर्व होते है जो कि
वर्ष में तीन बार आकर हमे धर्म मार्ग से जोड़ते है, यहां पर बहुत ही सुंदर चतुर्मुख जिनेंद्र प्रतिमा विराजित कर आकर्षक विधान मांडना बना कर पूजन की जा रही है, आप सभी धन्य है। इन दिवसों में श्रावक को सयंम अंगीकार कर अपने व्रतों का निरतिचार पालन करना चाहिए। सामायिक प्रतिक्रमण कर प्रभु की आराधना करना चाहिए, प्रति दिन प्रातः काल 7 बजे से जिनाभिषेक, शन्तिधारा के साथ नित्य पूजन व नन्दीश्वर विधान पूजन की जायेगी।
updatenews247.com धंनजय जाट सीहोर 7746898041- स्वस्थ्य विभाग ने डेंगू रोग पर नियंत्रण और रोकथाम के लिये संचालित गतिविधियों की विस्तार से जनसमुदाय की सहभागिता तथा जागरूकता के लिये व्यापक प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिये गए। स्वस्थ्य विभाग ने कहा कि डेंगू की पर्याप्त जांच एवं उपचार की सुविधा उपलब्ध है और कहा कि डेंगू के लक्षण आने पर जन-समुदाय को नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र में डॉक्टर की सलाह अनुसार जांच एवं उपचार के लिये समझाइश दिया जाना आवश्यक है। विभाग ने कहा कि डेंगू बीमारी डेन वायरस के कारण से होती है।
संक्रमित मादा एडीज मच्छर द्वारा मनुष्यों को काटने से फैलता है। डेंगू से बचाव के लिए जरूरी है कि मच्छर के काटने से अपना बचाव करें। जन-समुदाय के लिये सुझाव है कि बुखार एवं डेंगू के लक्षण आने पर स्वयं उपचार न करें, डॉक्टर की सलाह अनुसार ही उपचार लें और पर्याप्त मात्रा में आराम एवं तरल पदार्थ का सेवन करें। घरों के आसपास जल का जमाव नहीं होने दें। मच्छर (एडीज मच्छर) के प्रजनन को नियंत्रित रखें, सप्ताह में एक बार अनिवार्यतः समस्त जल के पात्र/कंटेनर इत्यादि की जांच कर उनकी साफ-सफाई रखना आवश्यक है, जिससे मच्छरजन्य परिस्थिति को समाप्त किया जा सके। सावधानी रखें सुरक्षित रहें।