धंनजय जाट/हाटपिपलिया:- ग्राम चिलखी के श्री राम मंदिर प्रांगण में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के पंचम दिवस में भगवान श्री कृष्ण की सभी बाल लीलाओं का वर्णन वैष्णवी वैष्णव द्वारा किया गया कि मेरे गोविंद ने कौन-कौन सी बाल लीला की साथ ही गौ माता के बारे में भी बताया गया कि गाय सब की माता है और गौमाता में 33 करोड़ देवी देवताओं का वास होता है!
आज के समय में गौमाता ऐसे ही सड़कों पर घूमती रहती है आज कोई अपने घरों में गौमाता को नहीं रखता है ना ही उनकी सेवा करता है हम अपने घरों में गौ माता को जब तक ही रखते हैं जब तक कि गौ माता हमें दूध प्रदान करती हैं उसके बाद हम गौ माता को ऐसे ही छोड़ देते हैं।
आज कई गौ माता प्लास्टिक की पन्नीया खा कर मर जाती है और कई गौ माता कसाईयो का शिकार हो जाती है श्रीमद्भागवत कथा के माध्यम से बताया कि हर घर में एक गौमाता जरूर होना चाहिए और हमें गौ माताओं की सेवा करनी चाहिए और बताया कि सबसे श्रेष्ठ दूध गौमाता का होता है क्योंकि गौ माता का दूध दूध नहीं बल्कि अमृत के समान होता है।
मेरे गोपाल भी पृथ्वी पर आकर गौ माता की सेवा करते हैं और जहां पर गौमाता और नारी का सम्मान होता है वहां पर मेरे गोविंद जरूर आते हैं और अगर हमें गोविंद को बुलाना है तो हमे गौ माता और राधा रानी का का सम्मान करना होगा।
आगे श्रीमद्भागवत कथा में साथ ही गोवर्धन पर्वत धारण की कथा बताएई किस प्रकार उन्होंने इंद्र का अभिमान तोड़ा और सभी ब्रजवासी की रक्षा की और गोवर्धन पर्वत की पूजा की गई एवं भगवान को छप्पन भोग लगाया गया सभी ने मिलकर के गोवर्धन जी की पूजा की और भगवान को छप्पन प्रकार का भोख समर्पित किया।