फोटो १. किला मंदिर पर हवन करते हुए श्रावक – श्राविकाएं, फोटो २. स्वर्ण रथ में भगवान की प्रतिमा विराजित कर श्रद्धालु अपने हाथों से खींच कर ले जाते हुए
धनंजय जाट/आष्टा। सिद्धचक्र महामण्डल विधान की गुरुवार को प्रातःकाल मंगल बेला में विश्व शांति महायज्ञ के साथ मंडल की पूर्णाहुति विधानाचार्य पंडित प्रकाशचंद्र जैन द्वारा सम्पूर्ण विधि विधान के साथ किया गया।
बड़े बाबा आदिनाथ जी की प्रतिमा स्वर्ण रथ में विराजित कर श्रद्धालु गण अपने हाथों से रथ को खींचकर चल रहे थे। वहीं महिलाएं मंगल कलश लेकर जुलूस में केसरिया साड़ी पहन कर चल रही थी, पुरुष वर्ग धोती दुपट्टा एवं सफेद वस्त्र पहनकर चल रहे थे।
इस विशाल रथ यात्रा में पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष कैलाश परमार एवं राखी परमार भी शामिल थी। चुनाव के दौरान अनेक नेता गण व पार्षद पद के प्रत्याशी धार्मिक कार्यक्रमों में नजर आते थे, लेकिन आज उक्त दोनों के अलावा कोई भी नेता जैन समाज की भव्य शोभायात्रा में शामिल नहीं हुए, जो चर्चा का विषय रहा।
14 जुलाई को सुबह श्री पार्श्वनाथ दिगंबर जैन दिव्योदय अतिशय तीर्थ क्षेत्र किला मंदिर में शांतिधारा का पावन सौभाग्य गल्ला व्यापारी संजय कुमार विजयकुमार जैन, अनिल कुमार,सुनीलकुमार, प्रदीपकुमार प्रगति परिवार को प्राप्त हुआ।
विधान के मुख्य मंगल कलश का सौभाग्य नरेन्द्रकुमार, सुरेन्द्रकुमार श्रीमोड़ परिवार को प्राप्त हुआ। जैन धर्म के अष्टांह्निका पर्व का बुधवार को समापन हुआ। पर्व के तहत 8 दिनी श्री सिद्ध चक्र मंडल विधान के तहत दिगंबर जैन मंदिर में इंद्र-इंद्राणियों व समाजजनों ने विश्व शांति हेतु हवन में आहुतियां देकर धर्म लाभ लिया।
भोपाल से आए विधानाचार्य पंडित प्रकाशचंद्र जैन भैय्या ने मंडल की समाप्ति पर नगर, प्रदेश व देश में विश्वशांति व सुख-समृद्धि के लिए हवन किया। सुबह नगर के मुख्य मार्गों से बैंड बाजा, ढोल ढमाके के साथ श्रीजी की भव्य रथयात्रा निकाली गई।
समाजजनों ने जगह-जगह श्रीजी की आरती उतार कर धर्मलाभ लिया। रथयात्रा में श्रीजी के साथ जिनवाणी लेकर निर्मल कुमार जैन साईं कॉलोनी वाले अपनी पत्नी के साथ बैठे थे। वहीं नगर भ्रमण कर रथ यात्रा वापस मंदिर मंडल स्थल पर पहुंची।
यहां श्रीजी का अभिषेक किया गया। रथ यात्रा में महिला मंडल सदस्य, युवा मंडल कार्यकर्ता व बाल मंडल के बालक-बालिकाएं व बड़ी संख्या में समाजजन शामिल हुए। समाज के अध्यक्ष यतेंद्र जैन, महामंत्री कैलाश चंद जैन,
कोषाध्यक्ष दिलीप लक्ष्यपति एवं श्रीमती निर्मल कुमार श्रीमोड आदि ने विधान आचार्य पंडित प्रकाशचंद्र जैन सहित संगीतकार, पुजारी, साउंड सिस्टम आदि का स्वागत व सम्मान किया।