धंनजय जाट/आष्टा। जय जिनेन्द्र जूनियर महिला मंडल की बैठक वरिष्ठ पदमा कासलीवाल,मधु कासलीवाल की महती उपस्थिति में कासलीवाल सदन पर सम्पन्न हुई। नव गठित जय जिनेन्द्र जूनियर महिला मंडल की खुशी कासलीवाल द्वारा बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में श्री भक्तांबर जी का पाठ भक्ति भाव के साथ किया गया वहीं विभिन्न मनोरंजन के लिए उपस्थित सभी जूनियर सदस्यों को गेम्स भी खिलाए गए, विजेताओं को पुरस्कार पदमा कासलीवाल एवं मधु कासलीवाल द्वारा सौंपे गए।
बैठक के दौरान जय जिनेन्द्र महिला मंडल की पदमा कासलीवाल ने कहा कि प्रथम तीर्थंकर भगवान आदिनाथ जी एवं अंतिम तीर्थंकर भगवान महावीर स्वामी तथा चौबीसी भगवान की हमें आराधना करना चाहिए। अपने आराध्य का स्मरण रखना प्रत्येक का दायित्व होना चाहिए। श्रीमती कासलीवाल ने कहा हमारा कर्तव्य है कि हम अपने आराध्य का स्मरण रखें, उनके द्वारा बताए हुए मार्ग पर चलकर अपना आत्म कल्याण करें।
एकता ही हमारी पहचान है:- बैठक में मधु कासलीवाल ने कहा कि महापुरुषों के जीवन प्रसंगों से सबको जीने की राह मिलती है। उन्होंने कहा कि भारतीय सभ्यता और संस्कृति विविधताओं से भरी पर अनेकता में एकता ही हमारी सबसे बडी पहचान है। एक दूसरे का सम्मान करने के साथ राष्ट्रहित को सर्वोपरि मानकर कार्य करना सबका कर्तव्य है। इस अवसर पर नव गठित जय जिनेन्द्र महिला मंडल की टीम उपस्थित थी।