धनंजय जाट:- आष्टा नगर के समीप स्थित ग्राम चाचरसी में नवनिर्मित मंदिर में श्रीराधाकृष्ण की प्रतिमाओ की प्राण प्रतिष्ठा की गईं रविवार शुभ मुहूर्त में नगरपुरोहित पँ मनीष पाठक ने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच प्रतिमाओं की स्थापना मंदिर के गर्भगृह में कराई गई इस मौके पर समस्त ग्रामवासी सहित बाहर से पधारे भक्तगणों ने भगवान श्रीराधाकृष्ण के दर्शन लाभ लिए। तत्पश्चात इसके पूर्व शनिवार को श्रीमद भागवत महापुराण का विराम हुआ अंतिम दिवस भागवत आचार्य पँ दीपेश पाठक ने सुदामा के चरित्र का सुंदर वर्णन कर श्रद्धालु को मंत्रमुग्ध किया।
हुए संस्कार मूर्ति प्रतिष्ठा में यह मुख्य संस्कार है पँ पाठक ने बताया कि मूर्तियों को पीताम्बर से ढक कर धातु की शलाका को घृत मधु मर डुबोकर प्रतिमा के नेत्र खोले गए नेत्रोंमिलन के समय नेत्रों के सामने कुमारी कन्या से देव प्रतिमाओं को दर्पण दिखाया गया उसके बाद काजल संस्कार व राजभोग लगाकर प्राण प्रतिष्ठा की गई।
भक्तो ने लिया दर्शन लाभ नवीन प्रतिमाओं की स्थापना व प्राण प्रतिष्ठा के बाद पट खोले गये और महाआरती की गई जिसका लाभ उपस्थित धार्मिकजनो ने प्राप्त किया उसके उपरांत नंद घर आनंद भयों,जय कन्हैया लाल की,आलकी की पालकी, जय कन्हैया लाल की के जयघोष के साथ यज्ञ एवं श्रीमद भागवत का समापन हुआ तत्पश्चात शोभायात्रा सम्पूर्ण ग्राम में निकाली गई नवनिर्मित मंदिर में देवताओं की स्थापना के लिए समस्त ग्रामीणजन सहित आसपास के ग्रामीण जन उपस्थित थे उसके पश्चात भक्तों ने भंडारे में प्रसादी ग्रहण की।