धंनजय जाट आष्टाः- आज न्यायालय परिसर आष्टा में प्रधान जिला न्यायाधीश श्री रामानंद चंद का आगमन हुआ। तहसील विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष के प्रथम जिला न्यायाधीश श्री एस.के. चौबे, द्वितीय जिला न्यायाधीश श्री कंचन सक्सेना, न्यायाधीश श्री मनोज कुमार भाटी, श्रीमती सारिका भाटी, आयुषी गुप्ता, बाॅबी सोनकर, शालिनी मिश्रा शुक्ला, ने पुष्प गुच्छ द्वारा स्वागत एवं सम्मान किया। प्रधान न्यायाधीश के आगमन पर स्काउड-गाइड, एन.सी.सी के कैडेड द्वारा स्वागत किया गया एवं शासकीय उच्च माध्यमिक कन्या शाला, आष्टा की बालिकाओं द्वारा प्रधान न्यायाधीश का स्वागत गीत गाकर स्वागत किया गया। इस अवसर पर एक विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन न्यायालय में किया गया।
सर्वप्रथम मां सरस्वती के मूर्ति पर प्रधान न्यायाधीश श्री चंद द्वारा दीप प्रज्ज्वलन एवं माल्याअर्पण किया गया और शिविर का प्रारंभ किया गया तत्पश्चात तहसील विधिक सेवा समिति के अध्यक्ष श्री सुरेश कुमार चौबे द्वारा प्रधान न्यायाधीश श्री चंद का पुष्प हार एवं साफा बांधकर स्वागत किया। इसके बाद अभिभाषक संघ आष्टा द्वारा भी प्रधान न्यायाधीश श्री चंद का साफा एवं पुष्प हार से स्वागत किया। एवं राष्ट्रीय संयुक्त अधिवक्ता मंच आष्टा के महासचिव नीलेश शर्मा द्वारा श्रीमद भागवत् गीता भेंट करके प्रधान न्यायाधीश का स्वागत किया प्रधान न्यायाधीश श्री चंद द्वारा अपने संबोधन में उपस्थित लोगों को महिलाओं को उनके अधिकारों के बारे में जानकारी दी गई विधिक शिविर में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका अन्य महिलाएं उपस्थित रही जिन्होंने अपने अधिकारों के बारे में जानकारी प्राप्त की अन्य न्यायाधीशगण ने भी अपना संबोधन किया।
अभिभाषक संघ आष्टा ने प्रधान न्यायाधीश श्री रामानंद चंद तथा उनके साथ आए न्यायाधीशगण का अभिभाषक संघ ने फोटोकाॅपी एवं कम्प्यूटर टाइपिंग कक्ष का उद्घाटन प्रधान न्यायाधीश श्री रामानंद चंद एवं विशेष न्यायाधीश सुरेश कुमार चैबे द्वारा किया गया। श्री तेज सिंह भाटी द्वारा स्वागत भाषण दिया गया। ?कार्यक्रम में प्रधान न्यायाधीश श्री चंद द्वारा अपने उद़बोधन में कहा कि नागरिकगणों को अपने प्रकरणों में समझौते के माध्यम से गांव में ही विवादों का निपटारा कर लेना चाहिए ताकि लोंगों के धन, स्वास्थ्य एवं समय की बचत हों। और उन्हें अनावश्यक अदालतों में आकर परेशानी का सामना न करना पड़े।
न्यायालय परिसर में रिक्त स्थान पर वृक्षारोपण का आयोजन किया गया जिसमें सभी अतिथिगण, न्यायाधीशगण, अभिभाषक संघ के पद अधिकारियों द्वारा आंवले, कटहल, गुलमोहर, अशोक सहित कई किस्मों के फलदार वृक्षों के पौधों का रोपण सुरक्षा के घेरों सहित किया गया और इस अवसर पर प्रधान न्यायाधीश श्री चंद द्वारा जिले के सभी नागरिकगणों से वर्षा ऋतु में अपील की है कि वे लोग अपने घरों, खाली स्थानों कृषि भूमि पर जहां भी रिक्त स्थान हो वहां पर फलदार, फूलदार वृक्षों के पौधों का रोपण कर प्रकृति को अपना अमूल्य योगदान दें क्योंकि हम प्रकृति से हम लेते भी है तो देना भी सीेंखे। इस अवसर पर वरिष्ठ अभिभाषक श्री मोहम्मद फारूख को प्रधान एवं जिला सत्र न्यायाधीश श्री रामानंद चंद द्वारा माला एवं शाॅल से सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर अभिभाषक नगीन चंद्र जैन, आर.एम धारवां, ए.के कुरैशी, सुरेन्द्र सिंह परमार, अशोक थापक, नीतीश दावा, उत्तम नारायण तिवारी, मुकेश राजपूत, अनिल श्रीवास्तव, तहसील विधिक सेवा समिति, आष्टा सहायक ग्रेड -3 प्रिया एदलाबादकर, मनोहर सिंह राठौर, कुलदीप शर्मा, दिलीप शर्मा, रामेश्वर धनगर, कुलदीप सिंह ठाकुर, जितेन्द्र दुबे, विक्रम सिंह मकवाणा, रवि विश्वकर्मा, पंकज मुकाती,हनीफ, असलम, ताज मोहम्मद ताज, बाबूलाल परमार, सी.के.जैन, जी.एल.मालवीय, एन.के.सारसिया, सीताराम परमार, रविन्द्र सिंह भाटी, जुगल किशोर पाटीदार, मुकेश महेश्वरी, जीवन सिंह एवं अन्य अभिभाषकगण तथा न्यायालयीन कर्मचारीगण उपस्थित थे। अंत में आभार सचिव भूपेश जामलिया ने व्यक्त किया।